नई दिल्ली : कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (former prime minister Atal Bihari Vajpayee) के स्मारक पर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की यात्रा से पीएम मोदी को उनका 'राजधर्म' याद आना चाहिए.
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत (Congress spokesperson Supriya Shrinate) ने कहा 'मुझे लगता है कि अटलजी के स्मारक पर राहुल गांधी को देखकर पीएम को उनके राजधर्म की याद आनी चाहिए जो अटलजी उन्हें सिखाना चाहते थे. अटलजी ने 2002 में गुजरात के मुख्यमंत्री, जो आज प्रधानमंत्री हैं, राजधर्म की सीख दी थी. राजनीति बड़े दिल से की जाती है और राहुल जी ने आज यही करने की कोशिश की.'
कांग्रेस की ये प्रतिक्रिया राहुल गांधी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्रियों जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, चौधरी चरण सिंह, राजीव गांधी और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्मारकों का दौरा करने के घंटों बाद आई है.
उन्होंने कहा कि 'जहां तक अटलजी की बात है तो राष्ट्र निर्माण में हर व्यक्ति का योगदान होता है लेकिन राहुल गांधी पूर्व प्रधानमंत्रियों और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर भी तपस्या करते हुए गए. जब आप तपस्या करते हैं, तो आप सभी को एक करने का प्रयास करते हैं. यदि भाजपा नेता यात्रा में शामिल होना चाहते हैं तो उनका स्वागत है.'
कांग्रेस प्रवक्ता ने पीएम मोदी पर निशाना साधा, लेकिन उन्होंने गौरव पांधी द्वारा आज सुबह किए गए विवादास्पद ट्वीट से खुद को दूर कर लिया. पांधी पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय से जुड़े हुए हैं. जब कांग्रेस नेताओं को गलती का एहसास हुआ तो पूर्व पीएम वाजपेयी की आलोचना करने वाले ट्वीट को बाद में तब हटा दिया गया.
श्रीनेत ने कहा, 'कांग्रेस का स्टैंड राहुल गांधी का स्टैंड है. 2002 में जब अटलजी ने वर्तमान पीएम को उनके राजधर्म की याद दिलाई तो अटलजी संविधान के साथ खड़े रहे. लेकिन पीएम मोदी ने वह सबक नहीं सीखा और संविधान को ताक पर रख दिया. मुझे उम्मीद है कि वह संविधान का पालन करेंगे और समाज के कुछ तबकों को निशाना बनाने पर रोक लगाएंगे.'
उन्होंने कहा कि 'वाजपेयी के स्मारक पर राहुलजी की उपस्थिति संविधान की रक्षा के अटलजी के प्रयास के प्रति सम्मान का प्रतीक है.' राहुल गांधी का स्मारकों का दौरा भारत जोड़ो यात्रा का हिस्सा था. यात्रा को 25 दिसंबर से 2 जनवरी तक का ब्रेक दिया गया है. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा लगातार यात्रा को बदनाम करने और पटरी से उतारने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस ने कहा कि लेकिन सत्ताधारी दल कभी सफल नहीं होगा.
विपक्षी दल ने 9 झूठों की एक सूची पेश की. आरोप है कि राहुल ने जब 7 सितंबर को यात्रा शुरू की उसके बाद से भाजपा के ट्रोल्स ने राहुल गांधी को बदनाम करने के लिए ये झूठ फैलाए थे.
श्रीनेत ने कहा कि 'बीजेपी के ये ट्रोल पीएम मोदी और पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा सहित उनके शीर्ष नेतृत्व के इशारे पर यह सब कर रहे हैं. राहुल गांधी के खिलाफ इस मानहानि अभियान की जिम्मेदारी भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की दहलीज पर है.' कांग्रेस के संचार प्रभारी जयराम रमेश के अनुसार, खुफिया ब्यूरो उन सभी लोगों से पूछताछ कर रहा था जो हाल ही में हरियाणा में यात्रा में शामिल हुए थे ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या हो रहा था.
रमेश ने कहा 'यात्रा पारदर्शी है. हाल ही में, हरियाणा के दो खुफिया अधिकारी एक कंटेनर के अंदर पाए गए, जिसमें भारत जोड़ो यात्री सोते हैं. पकड़े जाने पर उन्होंने कहा कि वे शौचालय का इस्तेमाल करने के लिए अंदर गए थे. लेकिन यह सच नहीं था, कैंपसाइट में बहुत सारे वॉशरूम थे. जाहिर है, हरियाणा के खुफिया अधिकारी केंद्र के इशारे पर काम कर रहे थे. हमने सोहना थाने में शिकायत दर्ज कराई है.'
उन्होंने कहा कि 'भाजपा यात्रा को बदनाम करने और पटरी से उतारने की कोशिश कर रही है लेकिन वे सफल नहीं होंगे. अब हमें कोई नहीं रोक सकता.'
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