अमेठी : पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को अमेठी में 'भाजपा हटाओ, महंगाई भगाओ' पदयात्रा (Rahul Gandhi roadshow in Amethi) में शामिल हुए. कांग्रेस के जनजागरण अभियान के तहत अमेठी के जगदीशपुर स्थित रामलीला मैदान से हारीमऊ तक लगभग छह किलोमीटर की पदयात्रा निकाली गई.
देश में महंगाई और बेरोजगारी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार बताते हुए राहुल गांधी ने कहा कि हिन्दू सच्चाई की राह पर चलते हैं जबकि हिन्दुत्ववादी सत्ता छीनने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. हिन्दू और हिन्दुवादियों की अलग-अलग परिभाषा समझाते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, 'एक तरफ हिंदू खड़े हैं जो सच्चाई की राह पर चलते हैं, नफरत नहीं फैलाते हैं. दूसरी तरफ हिंदुत्ववादी खड़े हैं जो नफरत फैलाते हैं और सत्ता छीनने के लिए कुछ भी कर सकते हैं.'
अमेठी में बहन प्रियंका गांधी के साथ एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी ने पदयात्रा शुरू करने से पहले कहा, 'हिंदुत्ववादी सिर्फ झूठ की राजनीति करता है, उसका सच्चाई से कुछ लेना-देना नहीं होता. उसका काम सिर्फ झूठ का इस्तेमाल करना और झूठ का इस्तेमाल कर जनता से सत्ता छीनने का उपाय करना है.'
राहुल गांधी ने दावा किया कि महात्मा गांधी ने कहा है, 'गांधी जी ने कहा था हिंदू का रास्ता सत्याग्रह और हिंदुत्ववादी का रास्ता सत्ताग्रह. एक सच्चाई के लिए लड़ता है और सच्चाई की राह पर चलता है उसका नाम हिंदू है. दूसरा झूठ के रास्ते पर चलता है, हिंसा फैलाता है, नफरत फैलाता है, उसका नाम हिंदुत्ववादी है.'
कांग्रेस नेता ने कहा, 'हिंदुस्तान में आज लड़ाई हिंदू और हिंदुत्ववादी के बीच है.'
राहुल गांधी ने कहा कि कभी मोदी गंगा में स्नान करेंगे, कभी केदारनाथ चले जाएंगे और कभी हाइवे पर हवाई जहाज लैंड करेगा. नरेंद्र मोदी और योगी ध्यान भटकाने का काम करते हैं. आज लद्दाख में चीन की सेना ने हिंदुस्तान की 1000 किमी ज़मीन छीन ली है, लेकिन पीएम चुप हैं.
उन्होंने कहा, 'मीडियम साइज बिजनेसमैन रोजगार देते हैं. उन पर नरेंद्र मोदी जी ने सत्ता में आते ही आक्रमण शुरू कर दिया. पहला हमला नोटबंदी के रूप में, दूसरा हमला गलत जीएसटी और तीसरा हमला कोरोना के समय कोई सहायता न करके किया. रोजगार देने वाले मिडिल क्लास के बिजनेसमैन की सारी व्यवस्था नरेंद्र मोदी ने चौपट कर दी'.
स्मृति ईरानी के हाथों 2019 लोकसभा चुनाव में अमेठी सीट से हारने के बाद क्षेत्र में राहुल गांधी की सक्रियता कम हो गई थी, लेकिन उत्तर प्रदेश में असन्न विधानसभा चुनाव के मद्देनजर शनिवार को वह फिर से यहां आए और पदयात्रा की. इस दौरान उन्होंने कहा, 'कुछ दिन पहले प्रियंका मेरे पास आई और कहा कि लखनऊ जाना है बैठक करनी है. मैंने बहन से कहा कि लखनऊ जाने से पहले मैं घर में अपने परिवार से बात करना चाहता हूं, और आज मैं यहां अपने परिवार का दिल से स्वागत करता हूं. आप मेरी बात सुनने आए, इसके लिए सबका दिल से धन्यवाद.'
राहुल ने कहा, 'मैं 2004 में राजनीति में आया और पहला चुनाव यहीं से लड़ा. आपने मुझे बहुत कुछ सिखाया. मैंने आपसे काम करना सीखा, आपने मुझे रास्ता दिखाया.'
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, 'आज की हालत आपको दिख रही है. देश के सामने दो सबसे बड़े सवाल हैं... बेरोजगारी और महंगाई, लेकिन इन सवालों का जवाब न मुख्यमंत्री देते हैं और न हीं प्रधानमंत्री.' कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार और महंगाई पर जनता को जवाब नहीं दे रहे हैं, इसलिए मैंने सोचा कि क्यों ना हम ही जवाब दे दें.
प्रधानमंत्री मोदी पर पूंजीपतियों के लिए काम करने का आरोप लगाते हुए व्यंग्यात्मक लहजे में राहुल ने कहा, 'मोदी ने तीन काले कृषि कानून बनाए. पहले कहा कि ये किसानों के हित में हैं. हिन्दुस्तान के सभी किसान इसके खिलाफ खड़े हो गए तब, साल भर के आंदोलन के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं माफी मांगता हूं मुझसे गलती हो गई.'
किसान आंदोलन के दौरान मरे किसानों को केन्द्र द्वारा अनुग्रह राशि नहीं दिए जाने का दावा करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, 'मैंने संसद में सवाल पूछा कि सात सौ किसान शहीद हो गये, क्या आपने उन्हें मुआवजा दिया. मुझे जवाब मिला कि एक भी किसान शहीद नहीं हुआ.'
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राहुल ने दावा किया, 'पंजाब की (कांग्रेस नीत) सरकार ने 400 किसानों को मुआवजा दिया है. मैंने वह सूची संसद में रखी और कहा कि चार सौ किसान शहीद हुए, इनकी मदद करें. लेकिन जिसने (मोदी) कहा मैं माफी मांगता हूं उसने किसानों की मदद नहीं की.'