अमृतसर: अलगाववादी समूह सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) ने गवर्नमेंट कॉलेज श्री मुक्तसर साहिब में लिखे 'इंदिरा थोकी-राहुल रोको' 'खालिस्तान जिंदाबाद-पंजाब इज नॉट भारत' के नारों का रॉ फुटेज जारी किया और जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब से पंजाब में राहुल की भारत जोड़ो यात्रा को रोकने में सिखों का नेतृत्व करने का आग्रह किया.
ज्ञानी हरप्रीत सिंह, जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब को समुदाय को बचाव के लिए पारंपरिक और आधुनिक हथियारों का उपयोग करने की उनकी सलाह की याद दिलाते हुए, एसएफजे के जनरल काउंसिल गुरपतवंत सिंह पन्नून ने कहा कि 'अब समय आ गया है कि जत्थेदार राहुल को रोकने का बीड़ा उठाएं, जो न केवल ऑपरेशन ब्लूस्टार का आदेश देने वाली कांग्रेस पार्टी चलाते हैं, बल्कि सक्रिय रूप से कमलनाथ और जगदीश टाइटलर की भी रक्षा करते हैं, जिन्होंने नवंबर 1984 के सिख नरसंहार के दौरान मौत के दस्ते का नेतृत्व किया था.'
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यह कहते हुए कि 100,000 से अधिक सिखों ने सशस्त्र संघर्ष के माध्यम से पंजाब को आजाद कराने के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया और अब पांच लाख से अधिक सिख पहले ही खालिस्तान जनमत संग्रह में मतदान कर चुके हैं, एसएफजे के जनरल काउंसिल गुरपतवंत सिंह पन्नून ने अपने वीडियो संदेश में घोषणा की कि 'इतिहास साबित करता है कि 'पंजाब भारत नहीं है' और राहुल के 'भारत जोड़ो' के विपरीत, 1984 के बाद से सिख लोगों का घोषित लक्ष्य 'भारत तोड़ो' है.