संगरूर: संगरूर के घाबदा स्थित मेरिटोरियस स्कूल के 60 बच्चे अचानक बीमार पड़ गए. बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. सभी की हालत स्थिर है. बच्चों का इलाज चल रहा है. पीड़ितों बच्चों के माता-पिता का आरोप है कि मीड डे मील में दूषित भोजन के चलते बच्चे बीमार पड़े. पंजाब पुलिस ने कैटरिंग ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, राज्य के शिक्षा मंत्री भी इस मामले को लेकर सख्त हैं.
संगरूर के घाबदा स्थित मेरिटोरियस स्कूल में बच्चों को खराब खाना देने का आरोप अभिभावकों ने लगाया है. बच्चों की हालत बिगड़ने के बाद उन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया. घबराए बच्चों के माता-पिता ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. अभिभावकों का आरोप है कि दिवाली के बाद से ही बच्चों को घटिया खाना दिया जा रहा था. इसकी शिकायत वे कई बार कर चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
अस्पताल में भर्ती बच्चों का कहना है कि स्कूल प्रशासन की ओर से हमें अच्छा खाना नहीं दिया जा रहा है. इससे सभी बीमार हो रहे हैं. बच्चों और उनके अभिभावकों ने कहा कि हमने कई बार इस मामले को स्कूल प्रशासन के ध्यान में लाया. प्रशासन ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया. पिछले तीन दिनों से बच्चों के पेट में दर्द हो रहा था, लेकिन इस पर भी ध्यान नहीं दिया गया.
पीड़ितों की शिकायत: बच्चों ने बताया कि आज हमें अचानक उल्टी होने लगी जिसके बाद संगरूर अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस संबंध में नाराज अभिभावकों ने कहा कि हमारे बच्चे पिछले चार दिनों से बीमार हैं, लेकिन हमें सूचित नहीं किया गया है. आज जब हमारे बच्चे अस्पताल में भर्ती हुए तो हमें सुरक्षा प्रभारी का फोन आया. इस संबंध में संगरूर एसएमओ डॉक्टर किरपाल का कहना है कि हमारे पास फूड पॉइजनिंग से पीड़ित बच्चे आए हैं. बच्चों ने पेट में दर्द की शिकायत की. उन्होंने कहा कि पीड़ितों का उचित इलाज किया जा रहा है.
ठेकेदार गिरफ्तार: वहीं, हॉस्टल के कैटरिंग ठेकेदार और मेस मैनेजर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. बता दें कि पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए स्कूल में बच्चों को जहरीला खाना देने के आरोप में ठेकेदार और हॉस्टल में खाना परोसने वाले मेस मैनेजर के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इसके साथ ही ठेकेदार मनिंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है. धारा 307 के तहत मामला भी दर्ज किया गया है. हॉस्टल का ठेका भी रद्द कर दिया गया.
शिक्षा मंत्री ने लिया सख्त एक्शन: इस पूरे मामले के सामने आने के बाद शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस भी एक्शन में आ गए हैं और उन्होंने एक वीडियो जारी कर बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी है और यह भी कहा है कि ऐसा करने वालों को सजा मिलनी चाहिए.