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मोदी का बनारस दौरा : तमिल संगमम का शुभारंभ, बोले- काशी और तमिलनाडु का प्रेम अनूठा

पीएम नरेंद्र मोदी रविवार को नमो घाट पर काशी-तमिल संगमम कार्यक्रम में शामिल हुए. इससे पहले उन्होंने उज्जवला योजना के लाभार्थियों से बातचीत भी की.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 17, 2023, 3:24 PM IST

Updated : Dec 18, 2023, 6:12 AM IST

नमो घाट पर काशी-तमिल संगमम कार्यक्रम में शामिल हुए पीएम मोदी.

वाराणसी : काशी के अपने दो दिवसीय दौरे के पहले दिन प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को शाम को नमोघाट से काशी तमिल संगमम के दूसरे संस्करण का शुभारंभ किया. पीएम मोदी ने यहीं से कन्याकुमारी से बनारस के लिए काशी तमिल संगमम एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया. सोमवार को पीएम मोदी सेवापुरी विकासखंड के बरकी ग्राम सभा में विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम में शामिल होंगे. पीएम मोदी यहीं से काशी और पूर्वांचल को 19,155 करोड़ की 37 परियोजनाओं की सौगात देंगे.

नमो घाट पर आयोजित काशी तमिल संगमम में काशी और चेन्नई के फाइन आर्ट्स के छात्रों ने शंखनाद कर ऋचाओं का पाठ किया. इसके बाद भगवान शिव और श्रीराम की स्तुति की गई. इस दौरन दक्षिण के संगीत से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया. साउथ के फेमस सिंगर सिद श्रीराम ने अपनी टीम के साथ 'संकटहरण गोविंद वेंकटरमन् मुकुंद...' गीत से भगवान राम की स्तुति की. पीएम के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे.

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काशी-तमिल संगमम एक्सप्रेस का लोकार्पण

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिल की कुछ पुस्तकों का विमोचन किया. इसके बाद उन्होंने काशी-तमिल संगमम एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. मंच पर मौजूद प्रधानमंत्री मोदी ने अपना उद्बोधन हर-हर महादेव और काशी वडक्कम तमिलनाडु के साथ किया. इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद तमिलनाडु के लोगों से अनुरोध किया कि वह ईयर फोन कान में लगाएं और एआई टेक्नोलॉजी के जरिए उनके उद्बोधन को सुनें. प्रधानमंत्री ने सबसे पहले तमिलनाडु से आए लोगों को धन्यवाद दिया. कहा कि आप लोग सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय करके काशी आए हैं. यहां आप मेरे परिवार के सदस्य के तौर पर आए हैं.

  • 'विकसित भारत संकल्प यात्रा' एक प्रकार से मेरी भी कसौटी है।

    मैंने जो कहा था और मैं जो काम कर रहा था, उसे आपके मुंह से सुनना चाहता था कि जैसा मैंने चाहा था वैसा हुआ है कि नहीं, जिसके लिए होना चाहिए था, उसके लिए हुआ है या नहीं हुआ है।

    - पीएम श्री @narendramodi

    पूरा देखें:… pic.twitter.com/rKe3gVLs2d

    — BJP (@BJP4India) December 17, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

काशी का स्वाद, स्मृतियां और संस्कृति ले जाएंगे

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं आप सभी का काशी-तमिलनाडु संगमम में स्वागत करता हूं. तमिलनाडु से काशी आने का मतलब है, महादेव के एक घर से उनके दूसरे घर आना. इसलिए तमिलनाडु और काशी वासियों के बीच हृदय में जो प्रेम है, जो संबंध है, वह अलग भी है. मुझे विश्वास है कि काशी के लोग आप सभी की सेवा में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे. आप जब यहां से जाएंगे तो बाबा विश्वनाथ से आशीर्वाद के साथ-साथ काशी का स्वाद, काशी की संस्कृति और काशी की स्मृतियां भी ले जाएंगे. इस दौरान पीएम ने मंच से नई टेक्नोलॉजी का भी जिक्र किया.

काशी के अपने दौरे के पहले दिन प्रधानमंत्री मोदी ने उद्यमियों से भी मुलाकात की.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर पीएम ने की बात

पीएम ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से टेक्नोलॉजी का नया प्रयोग भी हुआ है. यह एक नई शुरुआत है. उम्मीद है इससे आप तक मेरी बात पहुंचाना और आसान हुआ है. प्रधानमंत्री मोदी ने टेक्नोलॉजी को लेकर तमिलनाडु से आए लोगों से पूछा भी कि क्या यह सही है? उन्हें समझ में आ रहा है? कहा कि वह आगे इस तकनीकी का भी प्रयोग करेंगे. आज तकनीकि मदद से यहीं से ही काशी तमिल संगम एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई गई है. इसके साथ ही कई अनुवाद हुए. तमिलनाडु के ग्रन्थों के लोकार्पण का भी सौभाग्य मिला. इस दौरान उन्होंने स्वामी सुब्रमण्यम की बातों को तमिलनाडु में कोट किया और हिंदी में मंच से सामने बैठी जनता को बताया.

छोटा कटिंग मैदान पर पीएम मोदी ने विकसित भारत संकल्प यात्रा की शपथ ली.

तमिल-संगमम की गूंज पूरी देश-दुनिया में जा रही है

प्रधानमंत्री ने कहा स्वामी सुब्रमण्यम कहना चाहते थे कि काशी में जो मंत्रोच्चार होते हैं, उन्हें तमिलनाडु के कांची शहर में सुनने की व्यवस्था हो जाए तो कितना अच्छा होगा. आज सुब्रमण्यम जी को उनकी वह इच्छा पूरी होती नजर आ रही होगी. काशी तमिल संगमम की आवाज पूरे देश में, पूरी दुनिया में जा रही है. ऐसा आयोजन के लिए सभी संबंधित मंत्रालयों को यूपी सरकार को और तमिलनाडु के सभी नागरिकों को बधाई देता हूं. कहा कि तमिल संगम शुरू होने के बाद से ही इस यात्रा में दिनों दिन लाखों लोग जुड़ते जा रहे हैं. विभिन्न मतों के धर्मगुरु, स्टूडेंट, तमाम कलाकार, साहित्यकार, शिल्पकार, प्रोफेशनल कितने ही क्षेत्र के लोगों को इस संगम से आपसी संवाद और संपर्क का एक प्रभावी मंच मिला है.

छोटा कटिंग ग्राउंड में लाभार्थियों से मिलते पीएम.

'एक भारत श्रेष्ठ भारत' की भावना को कर रहा मजबूत

उन्होंने कहा कि, मुझे खुशी है इस संगम को सफल बनाने के लिए बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और आईआईटी मद्रास भी साथ आए हैं आईआईटी मद्रास के आईआईटी मद्रास में बनारस के हजारों स्टूडेंट्स को साइंस और मैथ्स में ऑनलाइन सपोर्ट देने के लिए विद्या शक्ति इंस्टिट्यूट शुरू किया है 1 वर्ष के भीतर हुए अनेक कार्य इस बात की प्रमाण है हिताची और तमिलनाडु के रिश्ते भावनात्मक भी है और रचनात्मक भी हैं. मेरे परिवार जनों काशी तमिल संगम ऐसा ही अविरल प्रवाह है जो 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' इस भावना को लगातार मजबूत कर रहा है. इसी सोच के साथ कुछ समय पहले काशी में ही 'गंगा पुष्करालु उत्सव' यानी काशी-तेलुगू संगम भी हुआ था. गुजरात में हमने 'सौराष्ट्र-तमिल संगम' का भी सफल आयोजन किया था.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बनारस के छोटा कटिंग मैदान में लाभार्थियों से बातचीत की.
हमारा देश कितनी ही विविधता से भरा हुआ है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत के लिए हमारे राजभवनों ने भी बहुत अच्छी पहल की है. अब राजभवन में दूसरे राज्यों का स्थापना दिवस समारोह धूमधाम से मनाए जाते हैं. एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना उस समय भी नजर आई, जब हमने संसद के नए भवन में प्रवेश किया. नए संसद भवन में पवित्र संगोल की स्थापना की गई है. संतों के मार्गदर्शन में यही संगोल 1947 में सत्ता के हस्तांतरण का प्रतीक बना था. एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना का यही प्रवाह है कि जो आज हमारे राष्ट्र की आत्मा को सींच रहा है.

पीएम नरेंद्र मोदी का वाराणसी एयरपोर्ट पर स्वागत करते सीएम योगी.
पीएम नरेंद्र मोदी का वाराणसी एयरपोर्ट पर स्वागत करते सीएम योगी.

काशी को मिटाया नहीं जा सकता है

पीएम ने कहा कि भारत की यह व्यवस्था उस आध्यात्मिक चेतना में रची बसी है, जिसके लिए तमिल में कहा गया है, 'हर घर हर जल गंगा जल है' और 'भारत का हर भूभाग काशी है'. जब उत्तर में आक्रांताओं द्वारा हमारी आस्था के केद्रों पर, काशी पर आक्रमण हो रहे थे तब राजा पांडियन ने तेनकाशी और शिव काशी में यह कहकर मंदिरों का निर्माण कराया था कि काशी को मिटाया नहीं जा सकता. आप दुनिया की कोई भी सभ्यता देख लीजिए, विविधता देख लीजिए. विविधता में आध्यात्मिकता का ऐसा सहज स्वरूप आपको शायद ही कहीं दिखेगा. अभी हाल ही में जी20 सम्मेलन के दौरान दुनिया भारत की इस व्यवस्था को देखकर चकित थी.

संतों और शंकराचार्य ने भारत को एक बनाया है

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनिया की दूसरे देशों में राष्ट्र एक राजनीतिक परिभाषा रही है, लेकिन भारत एक राष्ट्र के तौर पर आध्यात्मिक आस्थाओं से भरा है. भारत को एक बनाया है आदि शंकराचार्य और रामानुजाचार्य जैसे संतों ने, जिन्होंने अपनी यात्राओं से भारत की राष्ट्रीय चेतना को जागृत किया. तमिलनाडु से संत भी सदियों से काशी की यात्रा करते रहे हैं.

भगवान राम के दर्शन का भी सौभाग्य अद्भुत है

पीएम ने कहा कि देश के युवाओं में प्राचीन पर्यावरण परंपरा के प्रति उत्साह बढ़ा है. तमिलनाडु के बड़ी संख्या में युवा काशी आ रहे हैं. यहां से प्रयाग, अयोध्या और दूसरे तीर्थ में भी जा रहे हैं. मुझे बताया गया है काशी तमिल संगमम में आने वाले लोगों को अयोध्या दर्शन की भी विशेष व्यवस्था की गई है. महादेव के साथ ही रामेश्वरम की स्थापना करने वाले भगवान राम के दर्शन का भी सौभाग्य अद्भुत है. दक्षिण और उत्तर में काशी और मदुरई का उदाहरण हमारे सामने है. दोनों महान मंदिरों के शहर हैं. दोनों महान तीर्थ स्थल हैं. पीएम ने तमिलनाडु से आए हुए प्रसिद्ध गायक श्री राम धन्यवाद किया. काशीवासी भी तमिल सिंगर श्रीराम जी को भक्ति भाव से सुन रहे थे. उसमें भी हमारी एकता की ताकत के दर्शन हो रहे थे. मंच से संबोधन समाप्त करने के बाद, प्रधानमंत्री बरेका के लिए रवाना हो गए.

बता दें कि 17 से 31 दिसंबर तक आयोजित होने वाले काशी तमिल संगमम के दूसरे संस्करण के दौरान तमिलनाडु एवं पुडुचेरी के 1400 गणमान्य वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या की यात्रा करेंगे. साथ ही तमिलनाडु और काशी की कला, संगीत, हथकरघा, हस्तशिल्प, व्यंजन एवं अन्य विशेष उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है. इसके अलावा काशी और तमिलनाडु की संस्कृतियों पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा. काशी तमिल संगमम के दूसरे संस्करण में साहित्य, प्राचीन ग्रंथ, दर्शन, अध्यात्म, संगीत, नृत्य, नाटक, योग और आयुर्वेद पर व्याख्यान भी होंगे. इसके अलावा इनोवेशन, ट्रेड, नॉलेज एक्सचेंज, एडुटेक एवं नेक्स्ट जेन टेक्नोलॉजी पर सेमिनार भी आयोजित किए जाएंगे.

नमो घाट पर उद्योगपतियों से मिले प्रधानमंत्री

नमो घाट पर पीएम मोदी ने उनका अभिवादन करने आए काशी के उद्योगपतियों से मुलाकात की. उन्होंने काशी के उद्यम का भी हाल जाना और इसकी प्रगति को महादेव का आशीर्वाद बताया. प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद काशी के उद्योगपति खासे उल्लासित नजर आए. पीएम से मिलने वाले उद्योगपति दीपक बजाज बताते हैं कि मुलाकात हम लोगों के लिए एक सपने जैसी है. जिस तरीके से रुककर उन्होंने हमसे बातचीत की, समय दिया और यहां के उद्योग के बारे में जाना, स्पष्ट रूप से वह इस मंशा को जाहिर करता है कि प्रधानमंत्री पूर्वांचल को लेकर कितने सजग है. वहीं उद्यमी राजेश भाटिया ने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस मुलाकात के बाद जल्द ही पूर्वांचल को किसी बड़े उद्योग की सौगात मिलेगी. टेक्सटाइल उद्योग से जुड़े उमाशंकर भाटी कहते हैं कि प्रधानमंत्री हम सबसे हमारे उद्योग के बारे में पूछ रहे हैं और इसे महादेव का आशीर्वाद बता रहे हैं. यह निश्चित रूप से हर काशीवासियों के लिए गौरव की बात है. पीएम मोदी से मुलाकात में हम सबको ऊर्जा से भर दी है.

पीएम बोले-विकसित भारत संकल्प यात्रा मेरी कसौटी, मेरी परीक्षा

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहर के छोटा कटिंग मैदान पहुंचे. यहां अपने संबोधन में कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा मेरी कसौटी मेरी परीक्षा मेरी कसौटी, मेरी परीक्षा है. पीएम मोदी ने सीएम योगी के साथ विकसित भारत संकल्प यात्रा की शपथ भी ली. पीएम ने कहा कि भारत संकल्प यात्रा को सफल बनाने के लिए जो समय आप दे रहे हैं, उसको देखकर मुझे लगा कि सांसद होने के नाते मेरा भी दायित्व बनता है कि इस कार्यक्रम में समय देना चाहिए. मैं सांसद के रूप में, आपके सेवक के रूप में हिस्सा लेने के लिए आया हूं. पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में सरकारें तो बहुत आईं, योजनाएं भी बहुत बनीं, बड़ी-बड़ी बातें हुई. उन सब का जो निचोड़ था, उससे मुझे लगा कि सरकार जो योजना बनाती है, जिसके लिए बनाती है, जिस काम के लिए बनाती है, वह सही समय पर बिना किसी परेशानी के उस तक पहुंचे. अगर प्रधानमंत्री आवास योजना है तो जिसकी झुग्गी है, झोपड़ी है, कच्चा घर है, उसका आवास बनना चाहिए. इसलिए उसको सरकार के चक्कर काटने की जरूरत नहीं है. सरकार को सामने जाकर के काम करना चाहिए.

चार करोड़ परिवारों को पक्का घर मिला

पीएम मोदी ने कहा कि जब से आपने मुझे काम दिया है, अब तक करीब 4 करोड़ परिवारों को पक्का घर मिल चुका है, लेकिन अब भी खबर मिलती है कि वहां कोई रह गया है. हमने तय किया कि फिर से हम एक बार देश भर में जाएं. सरकार की जो योजनाएं हैं, जिनको लाभ मिला है उनसे सुनें कि कैसे मिला, प्राप्त करने में कोई कठिनाई तो नहीं हुई? कोई रिश्वत तो नहीं देनी पड़ी? एक बार जाएंगे तो इसका हिसाब-किताब भी हो जाएगा. विकसित भारत संकल्प यात्रा एक प्रकार की मेरी भी कसौटी है. मेरी परीक्षा है.

लोगों को मिला योजनाओं का लाभ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैंने जो कहा था और जो काम कर रहा था, मैं आपके मुंह से सुनना चाहता था और देशभर से सुनना चाहता था कि वैसा हुआ कि नहीं? जिसके लिए होना चाहिए था, हुआ है कि नहीं? जो काम होने चाहिए थे, हुए कि नहीं? पीएम ने कहा- मैं उन लोगों से मिला, जिन्होंने आयुष्मान कार्ड का फायदा उठाकर गंभीर से गंभीर बीमारियों का इलाज करवाया. एक्सीडेंट हो गया, हाथ-पैर टूट गए तो अस्पताल में जाकर इलाज करवाया. मैंने उनसे पूछा तो उन्होंने कहा कि हम इतना खर्चा कहां से करते. बस ऐसे ही जी लेते, लेकिन आयुष्मान कार्ड आया तो हमें हिम्मत आ गई. ऑपरेशन करवा दिया. अब शरीर काम करता है. इससे मुझे आशीर्वाद मिलता है.

लोगों का भला हुआ तो अफसरों का बढ़ा उत्साह

पीएम ने कहा कि जब कोई अफसर यह सुनता है कि उसने काम किया और उसके कारण किसी व्यक्ति की जिंदगी बच गई तो उसका भी उत्साह कई गुना बढ़ जाता है. उसको संतोष मिलता है. जब तक वह कागज पर काम करता है, उसको लगता है मैं सरकारी काम कर रहा हूं. जब उसके काम का फायदा किसी को मिलता है और उसकी जानकारी जब उसे होती है तो उत्साह बढ़ जाता है. इसलिए मैंने देखा है विकसित भारत संकल्प यात्रा जहां-जहां गई है, वहां पर सरकारी अफसर पर सकारात्मक प्रभाव हुआ है. बहुत कम लोग इस बात को समझते हैं कि इस यात्रा से हो क्या रहा है. कोई बहन कहती है कि मैं बचपन से धुएं में जिंदगी गुजारती थी, गैस आ गई मेरी जिंदगी बदल गई. एक बहन ने कहा, गरीब और अमीर का भेद मिट गया. गरीब कहता है कि मेरे घर में गैस का चूल्हा आते ही गरीबी-अमीरी का भेद खत्म हो गया. वह कहता है,पक्के घर में रहने लगा तो मेरा आत्मविश्वास इतना बढ़ गया कि उसके बच्चे सम्मान के साथ स्कूल-कॉलेज में दोस्तों के सामने खड़े होने लगे. झोपड़ी में बच्चे शर्मिंदगी महसूस करते थे. दबे रहते थे. आज पक्का घर मिलते ही जिंदगी आत्मविश्वास से भर गई.

पीएम ने लाभार्थियों से लिया हालचाल

वाराणसी के छोटा कटिंग मैदान में विकसित भारत संकल्प यात्रा में हिस्सा लेने के बाद पीएम मोदी नमो घाट के लिए रवाना हो गए. जहां पर वह काशी तमिल संगमम 2 का शुभारंभ करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी के छोटा कटिंग मैदान में आयोजित विकसित भारत संकल्प यात्रा में पहुंचकर यहां लगाए गए अलग-अलग स्टॉल पर जाकर सरकारी योजनाओं का लाभ लेने वाले लोगों से सीधे मुलाकात की. सबसे पहले पीएम मोदी आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों से मुखातिब हुए. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि प्रधानमंत्री ने यहां आकर पहले एक-एक योजना की जानकारी ली. उन्होंने यहां मौजूद लोगों को दी गई सुविधाओं के बारे में पूछा. आंख का ऑपरेशन करवाने वाले लोगों से पीएम मोदी ने मुलाकात कर हालचाल जाना.

प्रधानमंत्री जी, अब तो सूई में धागा भी डाल लेती हूं

चित्रकूट में आंख का ऑपरेशन करवाने वाली शांति देवी ने पीएम को बताया कि पहले तो दिखाई नहीं देता था. अब सूई में धागा भी डाल लेती हूं और चावल से कंकड़ भी हटा देती हूं. यह सुनकर प्रधानमंत्री हंसने लगे. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी बगल में ही लगे सुनिधि योजना के काउंटर पर पहुंचे. यहां पर उन्होंने सुनिधि योजना के लाभार्थियों से मुलाकात की और एक फल का स्टाल चलने वाली महिला वेंडर से योजना के लाभ और ऑनलाइन पेमेंट के बारे में बातचीत की.

छात्राओं से पीएम ने पूछा- योजना के तहत मिलने वाले पैसों का क्या करोगी

इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने एक कन्या विद्यालय की बच्चियों से मुलाकात की. उनसे पूछा कि कन्या सुमंगला योजना के तहत ₹3000 मिलने वाले हैं, उसका फायदा क्या मिलेगा ? उस पैसे का क्या करोगी? कक्षा 9 की छात्रा जानवी श्रीवास्तव ने कहा कि सर, मैं पढ़ाई में इसका प्रयोग करूंगी. इस पर पीएम मोदी ने हंसकर कहा- नहीं तुम झूठ बोल रही हो. मोबाइल फोन खरीद लोगी या फिर कोई और सामान ले आओगी. तब छात्रा ने कहा- नहीं सर, मैं किताब कॉपी में ही यह पैसा खर्च करूंगी.

पीएम का हुआ जोरदार स्वागत

इससे पहले पीएम मोदी का एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया. इसके बाद पीएम का काफिला शहर के छोटा कटिंग ग्राउंड के लिए रवाना हो गया. इस दौरान रास्ते भर लोग पीएम के स्वागत में खड़े रहे और काफिले पर फूल बरसाते रहे. पीएम मोदी बनारस को 19 हजार करोड़ से अधिक की योजनाओं की सौगात देने पहुंचे हैं. पीएम बनारस में 26 घंटे गुजारेंगे. कार्यक्रम स्थल पहुंचने के दौरान पीएम ने एक एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए काफिला रोक दिया. एंबुलेंस के गुजरने के बाद पीएम सबका अभिवादन करते हुए आगे बढ़े. पीएम जब कटिंग ग्राउंड पहुंचे तो वहां भी उनका जोरदार स्वागत किया गया. यहां पीएम ने लाभार्थियों से बातचीत की. प्रधानमंत्री ने विकसित भारत संकल्प यात्रा में उज्ज्वला योजना के स्टॉल पर महिला लाभार्थियों से योजना के बारे में जानकारी ली. पूछा, योजना का लाभ मिलने में कोई दिक्कत तो नहीं आ रही है.

बनारस को 19 हजार करोड़ की 37 परियोजनाओं की सौगात

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने दौरे के दूसरे दिन सोमवार को सेवापुरी विकासखंड के बरकी ग्राम सभा में विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम में शामिल होंगे. पीएम मोदी यहीं से काशी और पूर्वांचल को 19,155 करोड़ की 37 परियोजनाओं की सौगात भी देंगे. इनमें सड़क एवं सेतु, स्वास्थ्य एवं शिक्षा, पुलिस कल्याण, स्मार्ट सिटी एवं नगर विकास परियोजनाएं, रेलवे, एयरपोर्ट सहित विभिन्न परियोजनाओं का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. इसमें 10 हजार करोड़ से अधिक की न्यू पंडित दीनदयाल उपाध्याय से न्यू भाऊपुर तक डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर परियोजना भी शामिल है. इसके अलावा 166 करोड़ की लागत से बनकर तैयार लहरतारा-फुलवरिया-शिवपुर फोर लेन सड़क का भी लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे. सोमवार को ही प्रधानमंत्री वाराणसी के चौबेपुर उमरहा स्थित स्वर्वेद महामंदिर धाम का भी लोकार्पण करेंगे. इस दौरान पीएम मोदी यहां आयोजित 25000 कुंडीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ के आयोजन में भी शामिल होंगे. इस कार्यक्रम में देश-विदेश से तीन लाख लोगों के जुटने की संभावना है. प्रधानमंत्री श्रीकाशी विश्वनाथ धाम और काल भैरव मंदिर में दर्शन पूजन भी कर सकते हैं.

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नमो घाट पर काशी-तमिल संगमम कार्यक्रम में शामिल हुए पीएम मोदी.

वाराणसी : काशी के अपने दो दिवसीय दौरे के पहले दिन प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को शाम को नमोघाट से काशी तमिल संगमम के दूसरे संस्करण का शुभारंभ किया. पीएम मोदी ने यहीं से कन्याकुमारी से बनारस के लिए काशी तमिल संगमम एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया. सोमवार को पीएम मोदी सेवापुरी विकासखंड के बरकी ग्राम सभा में विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम में शामिल होंगे. पीएम मोदी यहीं से काशी और पूर्वांचल को 19,155 करोड़ की 37 परियोजनाओं की सौगात देंगे.

नमो घाट पर आयोजित काशी तमिल संगमम में काशी और चेन्नई के फाइन आर्ट्स के छात्रों ने शंखनाद कर ऋचाओं का पाठ किया. इसके बाद भगवान शिव और श्रीराम की स्तुति की गई. इस दौरन दक्षिण के संगीत से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया. साउथ के फेमस सिंगर सिद श्रीराम ने अपनी टीम के साथ 'संकटहरण गोविंद वेंकटरमन् मुकुंद...' गीत से भगवान राम की स्तुति की. पीएम के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे.

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काशी-तमिल संगमम एक्सप्रेस का लोकार्पण

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिल की कुछ पुस्तकों का विमोचन किया. इसके बाद उन्होंने काशी-तमिल संगमम एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. मंच पर मौजूद प्रधानमंत्री मोदी ने अपना उद्बोधन हर-हर महादेव और काशी वडक्कम तमिलनाडु के साथ किया. इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद तमिलनाडु के लोगों से अनुरोध किया कि वह ईयर फोन कान में लगाएं और एआई टेक्नोलॉजी के जरिए उनके उद्बोधन को सुनें. प्रधानमंत्री ने सबसे पहले तमिलनाडु से आए लोगों को धन्यवाद दिया. कहा कि आप लोग सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय करके काशी आए हैं. यहां आप मेरे परिवार के सदस्य के तौर पर आए हैं.

  • 'विकसित भारत संकल्प यात्रा' एक प्रकार से मेरी भी कसौटी है।

    मैंने जो कहा था और मैं जो काम कर रहा था, उसे आपके मुंह से सुनना चाहता था कि जैसा मैंने चाहा था वैसा हुआ है कि नहीं, जिसके लिए होना चाहिए था, उसके लिए हुआ है या नहीं हुआ है।

    - पीएम श्री @narendramodi

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काशी का स्वाद, स्मृतियां और संस्कृति ले जाएंगे

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं आप सभी का काशी-तमिलनाडु संगमम में स्वागत करता हूं. तमिलनाडु से काशी आने का मतलब है, महादेव के एक घर से उनके दूसरे घर आना. इसलिए तमिलनाडु और काशी वासियों के बीच हृदय में जो प्रेम है, जो संबंध है, वह अलग भी है. मुझे विश्वास है कि काशी के लोग आप सभी की सेवा में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे. आप जब यहां से जाएंगे तो बाबा विश्वनाथ से आशीर्वाद के साथ-साथ काशी का स्वाद, काशी की संस्कृति और काशी की स्मृतियां भी ले जाएंगे. इस दौरान पीएम ने मंच से नई टेक्नोलॉजी का भी जिक्र किया.

काशी के अपने दौरे के पहले दिन प्रधानमंत्री मोदी ने उद्यमियों से भी मुलाकात की.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर पीएम ने की बात

पीएम ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से टेक्नोलॉजी का नया प्रयोग भी हुआ है. यह एक नई शुरुआत है. उम्मीद है इससे आप तक मेरी बात पहुंचाना और आसान हुआ है. प्रधानमंत्री मोदी ने टेक्नोलॉजी को लेकर तमिलनाडु से आए लोगों से पूछा भी कि क्या यह सही है? उन्हें समझ में आ रहा है? कहा कि वह आगे इस तकनीकी का भी प्रयोग करेंगे. आज तकनीकि मदद से यहीं से ही काशी तमिल संगम एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई गई है. इसके साथ ही कई अनुवाद हुए. तमिलनाडु के ग्रन्थों के लोकार्पण का भी सौभाग्य मिला. इस दौरान उन्होंने स्वामी सुब्रमण्यम की बातों को तमिलनाडु में कोट किया और हिंदी में मंच से सामने बैठी जनता को बताया.

छोटा कटिंग मैदान पर पीएम मोदी ने विकसित भारत संकल्प यात्रा की शपथ ली.

तमिल-संगमम की गूंज पूरी देश-दुनिया में जा रही है

प्रधानमंत्री ने कहा स्वामी सुब्रमण्यम कहना चाहते थे कि काशी में जो मंत्रोच्चार होते हैं, उन्हें तमिलनाडु के कांची शहर में सुनने की व्यवस्था हो जाए तो कितना अच्छा होगा. आज सुब्रमण्यम जी को उनकी वह इच्छा पूरी होती नजर आ रही होगी. काशी तमिल संगमम की आवाज पूरे देश में, पूरी दुनिया में जा रही है. ऐसा आयोजन के लिए सभी संबंधित मंत्रालयों को यूपी सरकार को और तमिलनाडु के सभी नागरिकों को बधाई देता हूं. कहा कि तमिल संगम शुरू होने के बाद से ही इस यात्रा में दिनों दिन लाखों लोग जुड़ते जा रहे हैं. विभिन्न मतों के धर्मगुरु, स्टूडेंट, तमाम कलाकार, साहित्यकार, शिल्पकार, प्रोफेशनल कितने ही क्षेत्र के लोगों को इस संगम से आपसी संवाद और संपर्क का एक प्रभावी मंच मिला है.

छोटा कटिंग ग्राउंड में लाभार्थियों से मिलते पीएम.

'एक भारत श्रेष्ठ भारत' की भावना को कर रहा मजबूत

उन्होंने कहा कि, मुझे खुशी है इस संगम को सफल बनाने के लिए बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और आईआईटी मद्रास भी साथ आए हैं आईआईटी मद्रास के आईआईटी मद्रास में बनारस के हजारों स्टूडेंट्स को साइंस और मैथ्स में ऑनलाइन सपोर्ट देने के लिए विद्या शक्ति इंस्टिट्यूट शुरू किया है 1 वर्ष के भीतर हुए अनेक कार्य इस बात की प्रमाण है हिताची और तमिलनाडु के रिश्ते भावनात्मक भी है और रचनात्मक भी हैं. मेरे परिवार जनों काशी तमिल संगम ऐसा ही अविरल प्रवाह है जो 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' इस भावना को लगातार मजबूत कर रहा है. इसी सोच के साथ कुछ समय पहले काशी में ही 'गंगा पुष्करालु उत्सव' यानी काशी-तेलुगू संगम भी हुआ था. गुजरात में हमने 'सौराष्ट्र-तमिल संगम' का भी सफल आयोजन किया था.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बनारस के छोटा कटिंग मैदान में लाभार्थियों से बातचीत की.
हमारा देश कितनी ही विविधता से भरा हुआ है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत के लिए हमारे राजभवनों ने भी बहुत अच्छी पहल की है. अब राजभवन में दूसरे राज्यों का स्थापना दिवस समारोह धूमधाम से मनाए जाते हैं. एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना उस समय भी नजर आई, जब हमने संसद के नए भवन में प्रवेश किया. नए संसद भवन में पवित्र संगोल की स्थापना की गई है. संतों के मार्गदर्शन में यही संगोल 1947 में सत्ता के हस्तांतरण का प्रतीक बना था. एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना का यही प्रवाह है कि जो आज हमारे राष्ट्र की आत्मा को सींच रहा है.

पीएम नरेंद्र मोदी का वाराणसी एयरपोर्ट पर स्वागत करते सीएम योगी.
पीएम नरेंद्र मोदी का वाराणसी एयरपोर्ट पर स्वागत करते सीएम योगी.

काशी को मिटाया नहीं जा सकता है

पीएम ने कहा कि भारत की यह व्यवस्था उस आध्यात्मिक चेतना में रची बसी है, जिसके लिए तमिल में कहा गया है, 'हर घर हर जल गंगा जल है' और 'भारत का हर भूभाग काशी है'. जब उत्तर में आक्रांताओं द्वारा हमारी आस्था के केद्रों पर, काशी पर आक्रमण हो रहे थे तब राजा पांडियन ने तेनकाशी और शिव काशी में यह कहकर मंदिरों का निर्माण कराया था कि काशी को मिटाया नहीं जा सकता. आप दुनिया की कोई भी सभ्यता देख लीजिए, विविधता देख लीजिए. विविधता में आध्यात्मिकता का ऐसा सहज स्वरूप आपको शायद ही कहीं दिखेगा. अभी हाल ही में जी20 सम्मेलन के दौरान दुनिया भारत की इस व्यवस्था को देखकर चकित थी.

संतों और शंकराचार्य ने भारत को एक बनाया है

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनिया की दूसरे देशों में राष्ट्र एक राजनीतिक परिभाषा रही है, लेकिन भारत एक राष्ट्र के तौर पर आध्यात्मिक आस्थाओं से भरा है. भारत को एक बनाया है आदि शंकराचार्य और रामानुजाचार्य जैसे संतों ने, जिन्होंने अपनी यात्राओं से भारत की राष्ट्रीय चेतना को जागृत किया. तमिलनाडु से संत भी सदियों से काशी की यात्रा करते रहे हैं.

भगवान राम के दर्शन का भी सौभाग्य अद्भुत है

पीएम ने कहा कि देश के युवाओं में प्राचीन पर्यावरण परंपरा के प्रति उत्साह बढ़ा है. तमिलनाडु के बड़ी संख्या में युवा काशी आ रहे हैं. यहां से प्रयाग, अयोध्या और दूसरे तीर्थ में भी जा रहे हैं. मुझे बताया गया है काशी तमिल संगमम में आने वाले लोगों को अयोध्या दर्शन की भी विशेष व्यवस्था की गई है. महादेव के साथ ही रामेश्वरम की स्थापना करने वाले भगवान राम के दर्शन का भी सौभाग्य अद्भुत है. दक्षिण और उत्तर में काशी और मदुरई का उदाहरण हमारे सामने है. दोनों महान मंदिरों के शहर हैं. दोनों महान तीर्थ स्थल हैं. पीएम ने तमिलनाडु से आए हुए प्रसिद्ध गायक श्री राम धन्यवाद किया. काशीवासी भी तमिल सिंगर श्रीराम जी को भक्ति भाव से सुन रहे थे. उसमें भी हमारी एकता की ताकत के दर्शन हो रहे थे. मंच से संबोधन समाप्त करने के बाद, प्रधानमंत्री बरेका के लिए रवाना हो गए.

बता दें कि 17 से 31 दिसंबर तक आयोजित होने वाले काशी तमिल संगमम के दूसरे संस्करण के दौरान तमिलनाडु एवं पुडुचेरी के 1400 गणमान्य वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या की यात्रा करेंगे. साथ ही तमिलनाडु और काशी की कला, संगीत, हथकरघा, हस्तशिल्प, व्यंजन एवं अन्य विशेष उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है. इसके अलावा काशी और तमिलनाडु की संस्कृतियों पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा. काशी तमिल संगमम के दूसरे संस्करण में साहित्य, प्राचीन ग्रंथ, दर्शन, अध्यात्म, संगीत, नृत्य, नाटक, योग और आयुर्वेद पर व्याख्यान भी होंगे. इसके अलावा इनोवेशन, ट्रेड, नॉलेज एक्सचेंज, एडुटेक एवं नेक्स्ट जेन टेक्नोलॉजी पर सेमिनार भी आयोजित किए जाएंगे.

नमो घाट पर उद्योगपतियों से मिले प्रधानमंत्री

नमो घाट पर पीएम मोदी ने उनका अभिवादन करने आए काशी के उद्योगपतियों से मुलाकात की. उन्होंने काशी के उद्यम का भी हाल जाना और इसकी प्रगति को महादेव का आशीर्वाद बताया. प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद काशी के उद्योगपति खासे उल्लासित नजर आए. पीएम से मिलने वाले उद्योगपति दीपक बजाज बताते हैं कि मुलाकात हम लोगों के लिए एक सपने जैसी है. जिस तरीके से रुककर उन्होंने हमसे बातचीत की, समय दिया और यहां के उद्योग के बारे में जाना, स्पष्ट रूप से वह इस मंशा को जाहिर करता है कि प्रधानमंत्री पूर्वांचल को लेकर कितने सजग है. वहीं उद्यमी राजेश भाटिया ने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस मुलाकात के बाद जल्द ही पूर्वांचल को किसी बड़े उद्योग की सौगात मिलेगी. टेक्सटाइल उद्योग से जुड़े उमाशंकर भाटी कहते हैं कि प्रधानमंत्री हम सबसे हमारे उद्योग के बारे में पूछ रहे हैं और इसे महादेव का आशीर्वाद बता रहे हैं. यह निश्चित रूप से हर काशीवासियों के लिए गौरव की बात है. पीएम मोदी से मुलाकात में हम सबको ऊर्जा से भर दी है.

पीएम बोले-विकसित भारत संकल्प यात्रा मेरी कसौटी, मेरी परीक्षा

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहर के छोटा कटिंग मैदान पहुंचे. यहां अपने संबोधन में कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा मेरी कसौटी मेरी परीक्षा मेरी कसौटी, मेरी परीक्षा है. पीएम मोदी ने सीएम योगी के साथ विकसित भारत संकल्प यात्रा की शपथ भी ली. पीएम ने कहा कि भारत संकल्प यात्रा को सफल बनाने के लिए जो समय आप दे रहे हैं, उसको देखकर मुझे लगा कि सांसद होने के नाते मेरा भी दायित्व बनता है कि इस कार्यक्रम में समय देना चाहिए. मैं सांसद के रूप में, आपके सेवक के रूप में हिस्सा लेने के लिए आया हूं. पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में सरकारें तो बहुत आईं, योजनाएं भी बहुत बनीं, बड़ी-बड़ी बातें हुई. उन सब का जो निचोड़ था, उससे मुझे लगा कि सरकार जो योजना बनाती है, जिसके लिए बनाती है, जिस काम के लिए बनाती है, वह सही समय पर बिना किसी परेशानी के उस तक पहुंचे. अगर प्रधानमंत्री आवास योजना है तो जिसकी झुग्गी है, झोपड़ी है, कच्चा घर है, उसका आवास बनना चाहिए. इसलिए उसको सरकार के चक्कर काटने की जरूरत नहीं है. सरकार को सामने जाकर के काम करना चाहिए.

चार करोड़ परिवारों को पक्का घर मिला

पीएम मोदी ने कहा कि जब से आपने मुझे काम दिया है, अब तक करीब 4 करोड़ परिवारों को पक्का घर मिल चुका है, लेकिन अब भी खबर मिलती है कि वहां कोई रह गया है. हमने तय किया कि फिर से हम एक बार देश भर में जाएं. सरकार की जो योजनाएं हैं, जिनको लाभ मिला है उनसे सुनें कि कैसे मिला, प्राप्त करने में कोई कठिनाई तो नहीं हुई? कोई रिश्वत तो नहीं देनी पड़ी? एक बार जाएंगे तो इसका हिसाब-किताब भी हो जाएगा. विकसित भारत संकल्प यात्रा एक प्रकार की मेरी भी कसौटी है. मेरी परीक्षा है.

लोगों को मिला योजनाओं का लाभ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैंने जो कहा था और जो काम कर रहा था, मैं आपके मुंह से सुनना चाहता था और देशभर से सुनना चाहता था कि वैसा हुआ कि नहीं? जिसके लिए होना चाहिए था, हुआ है कि नहीं? जो काम होने चाहिए थे, हुए कि नहीं? पीएम ने कहा- मैं उन लोगों से मिला, जिन्होंने आयुष्मान कार्ड का फायदा उठाकर गंभीर से गंभीर बीमारियों का इलाज करवाया. एक्सीडेंट हो गया, हाथ-पैर टूट गए तो अस्पताल में जाकर इलाज करवाया. मैंने उनसे पूछा तो उन्होंने कहा कि हम इतना खर्चा कहां से करते. बस ऐसे ही जी लेते, लेकिन आयुष्मान कार्ड आया तो हमें हिम्मत आ गई. ऑपरेशन करवा दिया. अब शरीर काम करता है. इससे मुझे आशीर्वाद मिलता है.

लोगों का भला हुआ तो अफसरों का बढ़ा उत्साह

पीएम ने कहा कि जब कोई अफसर यह सुनता है कि उसने काम किया और उसके कारण किसी व्यक्ति की जिंदगी बच गई तो उसका भी उत्साह कई गुना बढ़ जाता है. उसको संतोष मिलता है. जब तक वह कागज पर काम करता है, उसको लगता है मैं सरकारी काम कर रहा हूं. जब उसके काम का फायदा किसी को मिलता है और उसकी जानकारी जब उसे होती है तो उत्साह बढ़ जाता है. इसलिए मैंने देखा है विकसित भारत संकल्प यात्रा जहां-जहां गई है, वहां पर सरकारी अफसर पर सकारात्मक प्रभाव हुआ है. बहुत कम लोग इस बात को समझते हैं कि इस यात्रा से हो क्या रहा है. कोई बहन कहती है कि मैं बचपन से धुएं में जिंदगी गुजारती थी, गैस आ गई मेरी जिंदगी बदल गई. एक बहन ने कहा, गरीब और अमीर का भेद मिट गया. गरीब कहता है कि मेरे घर में गैस का चूल्हा आते ही गरीबी-अमीरी का भेद खत्म हो गया. वह कहता है,पक्के घर में रहने लगा तो मेरा आत्मविश्वास इतना बढ़ गया कि उसके बच्चे सम्मान के साथ स्कूल-कॉलेज में दोस्तों के सामने खड़े होने लगे. झोपड़ी में बच्चे शर्मिंदगी महसूस करते थे. दबे रहते थे. आज पक्का घर मिलते ही जिंदगी आत्मविश्वास से भर गई.

पीएम ने लाभार्थियों से लिया हालचाल

वाराणसी के छोटा कटिंग मैदान में विकसित भारत संकल्प यात्रा में हिस्सा लेने के बाद पीएम मोदी नमो घाट के लिए रवाना हो गए. जहां पर वह काशी तमिल संगमम 2 का शुभारंभ करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी के छोटा कटिंग मैदान में आयोजित विकसित भारत संकल्प यात्रा में पहुंचकर यहां लगाए गए अलग-अलग स्टॉल पर जाकर सरकारी योजनाओं का लाभ लेने वाले लोगों से सीधे मुलाकात की. सबसे पहले पीएम मोदी आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों से मुखातिब हुए. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि प्रधानमंत्री ने यहां आकर पहले एक-एक योजना की जानकारी ली. उन्होंने यहां मौजूद लोगों को दी गई सुविधाओं के बारे में पूछा. आंख का ऑपरेशन करवाने वाले लोगों से पीएम मोदी ने मुलाकात कर हालचाल जाना.

प्रधानमंत्री जी, अब तो सूई में धागा भी डाल लेती हूं

चित्रकूट में आंख का ऑपरेशन करवाने वाली शांति देवी ने पीएम को बताया कि पहले तो दिखाई नहीं देता था. अब सूई में धागा भी डाल लेती हूं और चावल से कंकड़ भी हटा देती हूं. यह सुनकर प्रधानमंत्री हंसने लगे. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी बगल में ही लगे सुनिधि योजना के काउंटर पर पहुंचे. यहां पर उन्होंने सुनिधि योजना के लाभार्थियों से मुलाकात की और एक फल का स्टाल चलने वाली महिला वेंडर से योजना के लाभ और ऑनलाइन पेमेंट के बारे में बातचीत की.

छात्राओं से पीएम ने पूछा- योजना के तहत मिलने वाले पैसों का क्या करोगी

इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने एक कन्या विद्यालय की बच्चियों से मुलाकात की. उनसे पूछा कि कन्या सुमंगला योजना के तहत ₹3000 मिलने वाले हैं, उसका फायदा क्या मिलेगा ? उस पैसे का क्या करोगी? कक्षा 9 की छात्रा जानवी श्रीवास्तव ने कहा कि सर, मैं पढ़ाई में इसका प्रयोग करूंगी. इस पर पीएम मोदी ने हंसकर कहा- नहीं तुम झूठ बोल रही हो. मोबाइल फोन खरीद लोगी या फिर कोई और सामान ले आओगी. तब छात्रा ने कहा- नहीं सर, मैं किताब कॉपी में ही यह पैसा खर्च करूंगी.

पीएम का हुआ जोरदार स्वागत

इससे पहले पीएम मोदी का एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया. इसके बाद पीएम का काफिला शहर के छोटा कटिंग ग्राउंड के लिए रवाना हो गया. इस दौरान रास्ते भर लोग पीएम के स्वागत में खड़े रहे और काफिले पर फूल बरसाते रहे. पीएम मोदी बनारस को 19 हजार करोड़ से अधिक की योजनाओं की सौगात देने पहुंचे हैं. पीएम बनारस में 26 घंटे गुजारेंगे. कार्यक्रम स्थल पहुंचने के दौरान पीएम ने एक एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए काफिला रोक दिया. एंबुलेंस के गुजरने के बाद पीएम सबका अभिवादन करते हुए आगे बढ़े. पीएम जब कटिंग ग्राउंड पहुंचे तो वहां भी उनका जोरदार स्वागत किया गया. यहां पीएम ने लाभार्थियों से बातचीत की. प्रधानमंत्री ने विकसित भारत संकल्प यात्रा में उज्ज्वला योजना के स्टॉल पर महिला लाभार्थियों से योजना के बारे में जानकारी ली. पूछा, योजना का लाभ मिलने में कोई दिक्कत तो नहीं आ रही है.

बनारस को 19 हजार करोड़ की 37 परियोजनाओं की सौगात

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने दौरे के दूसरे दिन सोमवार को सेवापुरी विकासखंड के बरकी ग्राम सभा में विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम में शामिल होंगे. पीएम मोदी यहीं से काशी और पूर्वांचल को 19,155 करोड़ की 37 परियोजनाओं की सौगात भी देंगे. इनमें सड़क एवं सेतु, स्वास्थ्य एवं शिक्षा, पुलिस कल्याण, स्मार्ट सिटी एवं नगर विकास परियोजनाएं, रेलवे, एयरपोर्ट सहित विभिन्न परियोजनाओं का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. इसमें 10 हजार करोड़ से अधिक की न्यू पंडित दीनदयाल उपाध्याय से न्यू भाऊपुर तक डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर परियोजना भी शामिल है. इसके अलावा 166 करोड़ की लागत से बनकर तैयार लहरतारा-फुलवरिया-शिवपुर फोर लेन सड़क का भी लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे. सोमवार को ही प्रधानमंत्री वाराणसी के चौबेपुर उमरहा स्थित स्वर्वेद महामंदिर धाम का भी लोकार्पण करेंगे. इस दौरान पीएम मोदी यहां आयोजित 25000 कुंडीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ के आयोजन में भी शामिल होंगे. इस कार्यक्रम में देश-विदेश से तीन लाख लोगों के जुटने की संभावना है. प्रधानमंत्री श्रीकाशी विश्वनाथ धाम और काल भैरव मंदिर में दर्शन पूजन भी कर सकते हैं.

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Last Updated : Dec 18, 2023, 6:12 AM IST
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