नई दिल्ली : संसद के शीतकालीन सत्र (parliament winter session) का आज दूसरा दिन है. केंद्र सरकार आज सहायक प्रजनन तकनीक नियमन विधेयक, 2020 लोकसभा में पेश करने की तैयारी में है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया इसे सदन में पेश करेंगे. यह कानून देश में सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी सेवाओं का नियमन करेगा. इसलिए यह कानून बांझ दंपतियों में सहायक प्रजनन तकनीक (एआरटी) के तहत नैतिक तौर-तरीकों को अपनाए जाने के संबंध में कहीं अधिक भरोसा पैदा करेगा.
इसके अलावा, आज केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री किरेन रिजिजू भी उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश (वेतन और सेवा की शर्तें) संशोधन विधेयक, 2021 पेश करने वाले हैं. यह विधेयक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश (वेतन और सेवा की शर्तें) अधिनियम, 1954 और उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश (वेतन और सेवा की शर्तें) अधिनियम, 1958 में और संशोधन करने का प्रयास करता है.
वहीं, जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत आज राज्यसभा में बांध सुरक्षा बिल पेश किया जाएगा. यह विधेयक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक जैसी बांध सुरक्षा प्रक्रियाओं को अपनाने में सहायक होगा. इससे बांधों की सुरक्षा सुनिश्चित होने के साथ नागरिकों, पशु और संपत्तियों की सुरक्षा भी होगी.
विपक्ष की बैठक
संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में आज भी हंगामे के आसार हैं. खबर है कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे सुबह 10 बजे विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है. जिसमें राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन और आगे की रणनीति पर चर्चा हो सकती है.
वहीं, कांग्रेस ने महंगाई के मुद्दे पर लोकसभा में चर्चा की मांग की है. लोकसभा में कांग्रेस के सचेतक मणिकम टैगोर ने लोकसभा में महंगाई के मुद्दे पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव पेश किया है.
संसद के शीतकालीन सत्र का पहला दिन हंगामेदार रहा. सोमवार से शुरू हुए शीतकालीन सत्र के पहले संसद के दोनों सदनों द्वारा 'कृषि कानून निरसन विधेयक 2021' पारित किया गया. विपक्ष के हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही तीन बार स्थगित करनी पड़ी थी.
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वहीं, राज्यसभा के 12 सांसदों को शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया है. इन सांसदों पर संसद के मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में अशोभनीय आचरण और सभापति के निर्देशों का उल्लंघन के आरोपों के अलावा संसदीय नियमों की अनदेखी का आरोप है.