पानीपत: एशियन 2023 गेम्स के जैवलिन थ्रो इवेंट में नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर से गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है. नीरज चोपड़ा ने 88.88 मीटर का थ्रो कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया. नीरज के परिजनों ने उनका पूरा मैच ग्रामीणों के साथ बैठकर लाइव देखा. एक बड़े हॉल में टीवी स्क्रीन लगा दी गई और वहां पर परिजनों और ग्रामीणों ने एक साथ बैठकर नीरज चोपड़ा का पूरा मैच देखा.
एक वक्त भारत के ही किशोर नीरज चोपड़ा से आगे नजर आ रहे थे. चौथे प्रयास में नीरज ने 88.88 मीटर दूर भाला फेंक कर गोल्ड मेडल जीता. नीरज चोपड़ा की इस जीत के साथ ही उनके घर और गांव में जश्न शुरू हो गया. एक दूसरे को मिठाई खिलाकर ग्रामीणों ने नीरज चोपड़ा की जीत का जश्न मनाया. नीरज के घर बधाई देने वालों का तांता लगा है. लोग घर आकर नीरज चोपड़ा के परिनजों को बधाई दे रहे हैं.
उम्मीद पूरी थी कि गोल्ड मेडल तो आएगा ही, लेकिन जब तक गेम खत्म नहीं हो जाता. तब तक कुछ भी हो सकता है. खुशी इस बात भी है कि इस बार एशियन गेम्स के जैवलिन थ्रो इवेंट में गोल्ड और सिल्वर भारत को मिले हैं. किशोर की कोशिश भी अच्छी थी. आने वाले टाइम में वो भी बहुत अच्छा करेगा. 15 दिन पहले मेरी नीरज से बात हुई थी. तब उसने कहा था कि प्रैक्टिस अच्छी है. मेडल के लिए मैं जी-जान लगा दूंगा.- सतीश चोपड़ा, नीरज के पिता
नीरज चोपड़ा की जीत के बाद पूरा खंडरा गांव पानीपत जश्न मना रहा है. नीरज के चाचा ने बताया कि एशियन गेम्स में जाने से पहले नीरज कहकर गया था कि वो गोल्ड मेडल जीतने के लिए पूरी कोशिश करेगा. ये उसकी कड़ी मेहनत और परिश्रम का नतीजा है.
बहुत ही शानदार मैच रहा. शुरुआत में थोड़ी टेक्निकल प्रॉब्लम हुई थी. पहली थ्रो भी अच्छी गई थी, लेकिन वो मेजरमेंट नहीं हो पाई थी. अच्छी बात ये रही कि गोल्ड और सिल्वर दोनों मेडल भारत के हिस्से में आए हैं. जो कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है. नीरज की जब मुझसे बात हुई थी तब उन्होंने कहा कि चाचा, मैंने एक बार तो ये मेडल जीत लिए हैं. अब दोबारा इन मेडल को जीतना चाहता हूं.- भीम चोपड़ा, नीरज के चाचा