लातेहारः जिला में एक बार फिर माओवादियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए कंस्ट्रक्शन कार्य में लगी एक कंपनी के कई वाहनों में आग लगा दी. जिससे सभी गाड़ियां जलकर खाक हो गयीं. इस दौरान नक्सलियों ने मौके पर पर्चा भी फेंका है और घटना की जिम्मेदारी ली है. शनिवार रात दो स्थानों पर घटना को अंजाम दिया.
जिला के महुआडांड़ थाना क्षेत्र में नक्सलियों का उत्पात देखने को मिला. इलाके के महुआडांड़ से कूड़ो मोड़ तक सड़क का निर्माण किया जा रहा है. निर्माण कार्य में लगे कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा बीती रात जेसीबी पोकलेन समेत आठ वाहन को सीआरपीएफ कैंप के पास स्थित साइडिंग में लगाकर रखा गया था. इसी बीच शनिवार की रात लगभग 35 की संख्या में हथियारबंद नक्सली साइडिंग में पहुंचे और वहां खड़ी सभी वाहनों में आग लगा दी. नक्सलियों ने मुंशी के साथ मारपीट भी की और उसका मोबाइल लूट लिया. बताया जाता है कि नक्सलियों ने पर्चा फेंककर घटना की जिम्मेदारी ली है. उग्रवादियों ने यहां एक जेसीबी मशीन, एक पोकलेन, एक पानी टैंकर समेत वहां खड़ी अन्य गाड़ियों में भी आग लगा दी.
सड़क निर्माण साइडिंग पर धावा बोलकर आठ वाहनों को जलाने के बाद माओवादियों ने पुल निर्माण स्थल पर भी धावा बोला. माओवादी महुआडांड़ थाना क्षेत्र के पोतमाडीह गांव के निकट बूढ़ा नदी पर हो रहे पुल निर्माण स्थल पर पहुंचे. माओवादियों ने सबसे पहले कार्यस्थल पर सो रहे मुंशी सुबोध एक्का को जगाया और उसकी पिटाई की. उसके बाद निर्माण कार्य में लगी तीन मिक्सर मशीन, एक जनरेटर और दो ड्रिलिंग मशीन को आग के हवाले कर दिया. माओवादी घटनास्थल से दो मोटरसाइकिल भी जब्त कर अपने साथ ले गए.
काम बंद करने का दिया आदेशः निर्माण कार्य में लगे मुंशी को माओवादियों ने कड़ी चेतावनी देते हुए काम बंद करने का आदेश दिया. वहीं इस घटना के बाद घटनास्थल पर पर्चा भी छोड़ कर घटना की जवाबदेही ली. इधर घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस पूरी तरह सक्रिय हो गयी है. महुआडांड़ डीएसपी राजेश कुजूर के नेतृत्व में पुलिस की टीम घटनास्थल का जायजा लेने के बाद क्षेत्र में छापामारी अभियान भी आरंभ कर दिया है. वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद लातेहार एसपी अंजनी घटनास्थल स्थल पर पहुंचकर मामले की जानकारी ले रहे हैं. लातेहार में माओवादियों के तांडव से एक बार फिर क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया है.
सड़क निर्माण स्थल की घटना को लेकर बताया जाता है कि नक्सलियों ने लेवी की मांग को लेकर इस घटना को अंजाम दिया है. पिछले 1 वर्ष से लेवी की मांग को लेकर नक्सलियों के द्वारा लगातार धमकी भी दी जा रही थी. घटनास्थल सीआरपीएफ कैंप से मात्र 1 किलोमीटर की दूरी पर है. माओवादियों के द्वारा इस प्रकार की घटना को अंजाम दिए जाने से एक बार फिर से इलाके में भय का माहौल उत्पन्न हो गया है.