ETV Bharat / bharat

केरल में मॉनसून की शुरुआत 1 जून तक कभी भी हो सकती है : आईएमडी

दक्षिण पश्चिम मॉनसून छह दिन रुकने के बाद श्रीलंका पहुंच चुका है. अब केरल की तरफ आगे बढ़ रहा है. मौसम विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

केरल में मॉनसून की शुरुआत 1 जून तक कभी भी हो सकती है : आईएमडी
केरल में मॉनसून की शुरुआत 1 जून तक कभी भी हो सकती है : आईएमडी
author img

By

Published : May 27, 2022, 9:31 AM IST

Updated : May 27, 2022, 9:48 AM IST

नई दिल्ली: दक्षिण पश्चिम मॉनसून छह दिन रुकने के बाद श्रीलंका पहुंच चुका है. अब केरल की तरफ आगे बढ़ रहा है. मौसम विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को कहा कि दक्षिण अरब सागर के कुछ हिस्से में दक्षिण पश्चिमी मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल हैं. अगले 48 घंटे में मॉलदीव, लक्षद्वीप के आसपास के हिस्सों में इसके पहुंचने के आसार हैं. खबरों के अनुसार, केरल के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई है. और मौसम कार्यालय ने अगले दो दिन में केरल में और लक्षद्वीप में व्यापक पैमाने पर बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है.

पढ़ें: मॉनसून की आहट, भारी बारिश की आशंका के मद्देनजर कई राज्यों में येलो अलर्ट

आईएमडी ने कहा कि मॉनसून के केरल की ओर बढ़ने पर पूरी नजर रखी जा रही है. सामान्य तौर पर मॉनसून केरल में एक जून को पहुंचता है. अब इसके चार दिन पहले पहुंचने के आसार हैं. मौसम विज्ञानियों के अनुसार दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून ने इस माह बंगाल की खाड़ी में चक्रवात असानी के कारण तेजी पकड़ ली है. मॉनसून वक्त से काफी पहले 16 मई को अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह पहुंच गया था. च्रकवात के शेष प्रभाव के चलते इसके आगे बढ़ने के आसार थे. ‘यूनिवर्सिटी ऑफ रीडिंग’ में शोधकर्ता अक्षय देवरस ने ट्वीट किया कि खुशखबरी, छह दिन रुकने के बाद अरब सागर से उठने वाला मॉनसून आगे बढ़ा है. मॉनसून अब श्रीलंका पहुंच गया है और अगला पड़ाव केरल होगा. इस बीच बंगाल की खाड़ी से उठने वाले मॉनसून ने 20 मई से कोई प्रगति नहीं दिखाई है.

पढ़ें: इस साल कैसा रहेगा मानसून, कहां होगी सबसे अधिक बारिश, जानें

देरी के विशिष्ट कारण के बारे में पूछे जाने पर आईएमडी के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि 27 मई के हमारे पहले के पूवार्नुमान में प्लस/माइनस चार दिनों के अनुमान का उल्लेख किया गया था. केरल के सभी 14 चिन्हित स्टेशनों में आज भी बारिश नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि मानसून एक जटिल परिघटना है यह बारिश, पवन क्षेत्र और आउटगोइंग लॉन्गवेव रेडिएशन (ओएलआर) जैसे कारकों पर निर्भर है. आईएमडी ने 19 मई को कहा था कि केरल में दक्षिणपंथी मानसून की शुरुआत 25 मई तक संभव है. 22 मई की अपनी सामान्य तिथि से बहुत पहले, मानसून अंडमान और निकोबार द्वीप समूह तक पहुंच गया था और पार कर गया था, लेकिन आईएमडी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और केरल में शुरू होने वाले मानसून का कोई सह-संबंध नहीं है.

नई दिल्ली: दक्षिण पश्चिम मॉनसून छह दिन रुकने के बाद श्रीलंका पहुंच चुका है. अब केरल की तरफ आगे बढ़ रहा है. मौसम विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को कहा कि दक्षिण अरब सागर के कुछ हिस्से में दक्षिण पश्चिमी मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल हैं. अगले 48 घंटे में मॉलदीव, लक्षद्वीप के आसपास के हिस्सों में इसके पहुंचने के आसार हैं. खबरों के अनुसार, केरल के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई है. और मौसम कार्यालय ने अगले दो दिन में केरल में और लक्षद्वीप में व्यापक पैमाने पर बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है.

पढ़ें: मॉनसून की आहट, भारी बारिश की आशंका के मद्देनजर कई राज्यों में येलो अलर्ट

आईएमडी ने कहा कि मॉनसून के केरल की ओर बढ़ने पर पूरी नजर रखी जा रही है. सामान्य तौर पर मॉनसून केरल में एक जून को पहुंचता है. अब इसके चार दिन पहले पहुंचने के आसार हैं. मौसम विज्ञानियों के अनुसार दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून ने इस माह बंगाल की खाड़ी में चक्रवात असानी के कारण तेजी पकड़ ली है. मॉनसून वक्त से काफी पहले 16 मई को अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह पहुंच गया था. च्रकवात के शेष प्रभाव के चलते इसके आगे बढ़ने के आसार थे. ‘यूनिवर्सिटी ऑफ रीडिंग’ में शोधकर्ता अक्षय देवरस ने ट्वीट किया कि खुशखबरी, छह दिन रुकने के बाद अरब सागर से उठने वाला मॉनसून आगे बढ़ा है. मॉनसून अब श्रीलंका पहुंच गया है और अगला पड़ाव केरल होगा. इस बीच बंगाल की खाड़ी से उठने वाले मॉनसून ने 20 मई से कोई प्रगति नहीं दिखाई है.

पढ़ें: इस साल कैसा रहेगा मानसून, कहां होगी सबसे अधिक बारिश, जानें

देरी के विशिष्ट कारण के बारे में पूछे जाने पर आईएमडी के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि 27 मई के हमारे पहले के पूवार्नुमान में प्लस/माइनस चार दिनों के अनुमान का उल्लेख किया गया था. केरल के सभी 14 चिन्हित स्टेशनों में आज भी बारिश नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि मानसून एक जटिल परिघटना है यह बारिश, पवन क्षेत्र और आउटगोइंग लॉन्गवेव रेडिएशन (ओएलआर) जैसे कारकों पर निर्भर है. आईएमडी ने 19 मई को कहा था कि केरल में दक्षिणपंथी मानसून की शुरुआत 25 मई तक संभव है. 22 मई की अपनी सामान्य तिथि से बहुत पहले, मानसून अंडमान और निकोबार द्वीप समूह तक पहुंच गया था और पार कर गया था, लेकिन आईएमडी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और केरल में शुरू होने वाले मानसून का कोई सह-संबंध नहीं है.

Last Updated : May 27, 2022, 9:48 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.