मुंबई : नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) आंतरिक विद्रोह की वजह से दो फाड़ हो गई है. अजित पवार ने विद्रोह कर दिया. वह अपने समर्थक विधायकों के साथ एनडीए में शामिल हो गए. अजित पवार ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ एनसीपी नेता छगन भुजबल, दिलीप वालसे, धनंजय मुंडे और अदिति तटकरे समेत आठ मंत्रियों ने मंत्री पद की शपथ ली. अजित पवार ने दावा किया है कि पूरी पार्टी उनके साथ है, और वह सरकार में एनसीपी के रूप में ही शामिल हुए हैं.
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Whenever we sit together, we discuss about this. We have all the MLAs with us: Maharashtra Minister Chhagan Bhujabal pic.twitter.com/ajEnKuHdot
— ANI (@ANI) July 2, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) July 2, 2023
'हमने सरकार में शामिल होने का निर्णय लिया. अधिकांश विधायक हमारे साथ हैं. आज के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद भी कुछ और लोगों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा. हमने विकास को अधिक महत्व दिया, इसलिए सरकार में शामिल हुए. पीएम मोदी पिछले नौ साल से देश के विकास के लिए काम कर रहे हैं, इसलिए हम भी इस कार्य में सहभागिता बढ़ाने के लिए शामिल होना चाह रहे थे. विपक्ष तो आपस में ही एक दूसरे के खिलाफ भिड़ रहे हैं. विपक्षी एकता से कुछ खास नहीं निकलेगा. हम पार्टी के सिंबल पर ही चुनाव लड़ेंगे. हम पंचायत चुनाव भी अपने अपने सिंबल पर लड़ेंगे. नागालैंड में भी ऐसी ही स्थिति थी, इसलिए पार्टी भाजपा सरकार के साथ हुई. यहां पर भी लोग आरोप लगाएंगे, कुछ न कुछ कहेंगे, उनका जवाब हम नहीं देंगे. हम तो शिवसेना के साथ सरकार बना चुके हैं, तो भाजपा के साथ सरकार बनाने से किसी को क्या दिक्कत हो सकती है.'
अजित पवार और छगन भुजबल ने दावा किया है कि एनसीपी पार्टी पूरी तरह से उनके साथ है. पवार ने कहा कि वह चुनाव में एनसीपी के रूप में ही जाएंगे.
शरद पवार ने क्या दिया जवाब -
जो लोग यह दावा कर रहे हैं कि वही पार्टी हैं, वह गलत है. कुछ लोगों ने गलत कदम उठाया. अजित पवार ने कुछ लोगों के हस्ताक्षर लिए हैं, लेकिन हस्ताक्षर करने वालों ने मुझसे कहा कि वह उनके (अजित) साथ नहीं हैं. मेरे सामने तो ऐसी परिस्थिति पहले भी आई है. 1980 में 58 में से 52 विधायक छोड़कर चले गए थे. फिर भी हम वापस आए. अगले चुनाव में हम 69 सीट जीतकर आए. जो लोग छोड़कर गए, उनमें 45 विधायक चुनाव हार गए थे. हमें महाराष्ट्र की जनता पर पूरा भरोसा है. 2014 के मुकाबले हम 2019 में अधिक सीट जीते. मुझे देश के कई लोगों और नेताओं का फोन आया, सभी ने हमारा साथ देने का वादा किया है. जो भी हुआ, मुझे इसकी कोई चिंता नहीं है. मैं फिर से पार्टी खड़ा करूंगा. एनसीपी किसकी है, इसका फैसला लोग करेंगे. इस पार्टी को मैंने बनाई है. जिसको भी जो दावा करना है, करने दो.
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This is not a new thing. The party I was leading in 1980 had 58 MLAs, later all left and only 6 MLAs left, but I strengthened the numbers and those who left me lost in their constituencies: NCP chief Sharad Pawar on Ajit Pawar joining the NDA government in Maharashtra pic.twitter.com/GO3tQX7Q7E
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">This is not a new thing. The party I was leading in 1980 had 58 MLAs, later all left and only 6 MLAs left, but I strengthened the numbers and those who left me lost in their constituencies: NCP chief Sharad Pawar on Ajit Pawar joining the NDA government in Maharashtra pic.twitter.com/GO3tQX7Q7E
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