नई दिल्ली/मुंबई : भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने केरल के एर्नाकुलम, इडुक्की, कोझिकोड और वायनाड जिलों में बृहस्पतिवार और शुक्रवार को भारी बारिश का अनुमान जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. वहीं, महाराष्ट्र के पूर्वी विदर्भ क्षेत्र में बृहस्पतिवार को कई जगहों पर गरज के साथ बौछारें पड़ने और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.
मौसम विभाग ने राज्य के मछुआरों के लिए भी अलर्ट जारी किया और उनसे कहा है कि वे 26 जुलाई तक समुद्र में न जाएं.
मौसम विभाग ने 22 से 26 जुलाई तक के लिए चेतावनी जारी करते हुए कहा, केरल तट और इसके आसपास 40-50 किमी प्रति घंटे और 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने का अनुमान है. ऊपर उल्लेखित अवधि में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी जाती है.
वहीं कन्नूर में शुक्रवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया.
आईएमडी ने बाकी अन्य जिलों के लिए भी शुक्रवार को येलो अलर्ट जारी किया. रेड अलर्ट 24 घंटे के भीतर 20 सेमी से ज्यादा, भारी से अत्यधिक बारिश का, जबकि ऑरेंज अलर्ट छह सेमी से 20 सेमी तक की भारी बारिश का संकेत देता है. वहीं येलो अलर्ट छह से 11 सेमी बारिश को सूचित करता है.
पूर्वी विदर्भ क्षेत्र में मध्यम बारिश होने की संभावना
आईएमडी ने अपने ताजा बयान में कहा कि दिन के दौरान नागपुर (काटोल, रामटेक), वर्धा (हिंगणघाट), चंद्रपुर और अमरावती डिवीजन क्षेत्र में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा के साथ गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है.
आईएमडी के अधिकारी के मुताबिक विदर्भ क्षेत्र के अकोला, भंडारा, यवतमाल (पुसद) और गढ़चिरौली जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भी बारिश की संभावना है.
जिला सूचना केन्द्र के मुताबिक अपराह्न एक बजकर 10 मिनट तक वर्धा में 26.5 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि नागपुर में 41.8 मिमी, भंडारा में 38.9 मिमी, गोंदिया में 10.4 मिमी, चंद्रपुर में 47.6 मिमी और गढ़चिरौली में 19.4 मिमी बारिश हुई.
इस बीच, यवतमाल जिले के पुसाद उपमंडल में भारी बारिश के कारण कई सड़कें और निचले इलाके जलमग्न हो गए। उमरखेड़, नागपुर और पंढरपुर में यातायात बाधित रहा.
इन इलाकों में बुधवार रात से हो रही भारी बारिश के कारण कई नालों का जल स्तर बढ़ गया। इसके मद्देनजर तहसीलदार आनंद देउलगोंकर ने लोगों से इन पर बने पुलों को पार नहीं करने की अपील की है.
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में भारी बारिश की वजह से नदियां उफना गई हैं और जिले के कई कस्बों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है. वहीं, अलग-अलग घटनाओं में बच्ची समेत तीन लोग नदियों में डूब गए.
तेलंगाना में भारी बारिश, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए
तेलंगाना के कई हिस्सों में विगत 24 घंटे में हुई भारी बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार नरसापुर (जी) और निर्मल जिले के दो अन्य स्थानों पर अत्यंत भारी बारिश (227.5 मिलीमीटर से अधिक) हुई है. वहीं, निर्मल, निजामाबाद और आदिलाबाद जिलों के कई अन्य हिस्सों में बुधवार सुबह से बृहस्पतिवार सुबह तक भारी बारिश दर्ज की गई.
उन्होंने कहा कि इस अवधि में ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम क्षेत्र में औसतन 17.7 बारिश दर्ज की गई.
भारी बारिश के चलते राज्य में कई नदियां और जलाशय उफान पर हैं तथा निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं.
आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि श्री राम सागर परियोजना के ऊपरी क्षेत्र में भारी बारिश के चलते गोदावरी तटबंध इलाके में जलस्तर बढ़ रहा है और मुख्यमंत्री ने अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को युद्ध स्तर पर आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया है.
मुख्यमंत्री ने नदियों और झीलों में जलस्तर बढ़ने के बीच संबंधित क्षेत्रों में रह रहे लोगों से घरों से बाहर न निकलने तथा सतर्क रहने को कहा है.
राव ने मंत्रियों और विधायकों को अपने-अपने जिलों में डेरा डालने का निर्देश भी दिया है.
इस बीच, मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने बारिश से प्रभावित 16 जिलों के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों के साथ टेलीकॉन्फ्रेंस की तथा स्थिति का जायजा लिया.
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे जान-माल की हानि को रोकने के लिए युद्धस्तर पर तत्काल राहत कदम उठाएं.
(पीटीआई-भाषा)