वाराणसी: ज्ञानवापी परिसर में कमीशन की कार्यवाही की रिपोर्ट को कोर्ट में गुरुवार को पेश कर दी गयी. जहां 23 मई को मामले की अगली सुनवाई की जाएगी. इस बीच ईटीवी भारत की टीम ने हिंदू पक्ष के वकील सुभाष चंद्र चतुर्वेदी से खास बातचीत की. जहां उन्होंने कुछ हैरान करने वाले खुलासे किए हैं.
वकील सुभाष चंद्र चतुर्वेदी ने दावा किया है कि ज्ञानवापी परिसर में उम्मीद से ज्यादा साक्ष्य मिले हैं जो इस बात की गवाही दे रहे हैं कि यह पहले मंदिर था और बाद में इसे नष्ट कर इस पर मस्जिद बनाया गया. पश्चिमी दीवार हो या फिर मस्जिद का मेहराब तहखाना या वजू का स्थान, हर जगह हिंदू धर्म के चिन्ह मौजूद हैं. गौरतलब है किसी भी मस्जिद में त्रिशूल, सिंदूर का लेप, संस्कृत के श्लोक नहीं नजर आते हैं.
वकील सुभाष चंद्र चतुर्वेदी का दावा है कि ज्ञानवापी में जो शिवलिंग मिला है, उसका राज तहखाने में छिपा हुआ है. तहखाने को जब खोला जाएगा और उसमें से मलबा हटाया जाएगा. तभी शिवलिंग का स्वरूप और ज्ञानवापी में मौजूद देवी-देवताओं की उपस्थिति की हकीकत सामने लाई जा सकेगी. इसको लेकर कोर्ट में वाद दाखिल किया गया है और न्यायालय के आदेश के अनुसार इस पर आगे की कार्यवाही की जाएगी.
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