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प्रकाश सिंह बादल, 94 की उम्र में भी बिना थके लांबी में कर रहे हैं चुनाव प्रचार - शिरोमणि अकाली दल

मतदान से पहले पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 की सरगर्मियां बढ़ गई हैं. वैसे तो सत्ता के लिए पंजाब की सभी 117 सीटें महत्वपूर्ण हैं, मगर सबकी नजर लांबी सीट पर लगी है, जहां इस चुनाव के सबसे वयोवृद्ध नेता प्रकाश सिंह बादल मैदान में हैं. 94 साल के प्रकाश सिंह बादल इस उम्र में भी अपने चुनाव क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए जा रहे हैं.

Exclusive Interview with Parkash Singh Badal
Exclusive Interview with Parkash Singh Badal
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Published : Feb 15, 2022, 1:46 PM IST

Updated : Feb 16, 2022, 6:18 AM IST

लांबी (पंजाब): लांबी (Lambi assembly constituency) पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब जिले का विधानसभा क्षेत्र है, जहां सबसे उम्रदराज प्रत्याशी प्रकाश सिंह बादल 11वीं बार विधानसभा में जाने के लिए ताल ठोंक रहे हैं. इस लांबी सीट से शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक पांच बार पहले चुनाव जीत चुके हैं. बादल पांच बार पंजाब के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और अब तक 10 बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं. उम्र के इस पड़ाव पर शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल रोज सुबह दस बजे लांबी के गांवों में प्रचार करने निकल जाते हैं. एक छड़ी की मदद से वह कार से उतरते और चढ़ते हैं. जब लोगों की सभा को संबोधित करना होता है तो कुर्सी थाम लेते हैं.

जब उनसे ईटीवी भारत की टीम ने पूछा कि इस उम्र में भी चुनाव प्रचार के लिए मेहनत क्यों कर रहे हैं तो उनका कहना था कि किस्मत और पार्टी ने उन को टिकट देकर अपने लांबी क्षेत्र के लोगों से गली-गली जाकर मिलने का फिर मौका दिया है. इसी बहाने सभी लोगों के दर्शन हो जाते हैं. इसके अलावा एक तो पार्टी को उनकी सेवाओं की ज़रूरत थी, इसलिए भी वह मैदान में उतरे. उनका कहना है कि कुछ गुमराह करने वाली पार्टियों के प्रचार का जवाब का देना भी जरूरी है, क्योंकि वह 60 सालों से पंजाब की राजनीति में सिर्फ़ राज्य की भलाई के लिए ही संघर्ष कर रहे हैं.

लांबी में शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल.

प्रकाश सिंह बादल अपने भाषणों में आम आदमी पार्टी पर निशाना साध रहे हैं. दिल्ली में प्रदूषण के लिए पंजाब के किसानों को जिम्मेदार बताने के लिए वह आम आदमी पार्टी की आलोचना करते हैं. उनका कहना है दिल्ली में प्रदूषण थर्मल प्लांट से हो रहा है और आप इसके लिए पंजाब को दोषी ठहराती है. केजरीवाल की नजर पंजाब के पानी पर है, जो वह दिल्ली को देना चाहते हैं.

प्रकाश सिंह बादल के चुनाव में उतरने को लेकर लांबी के लोगों की राय बंटी हुई है. कुछ लोगों का कहना है कि अगर पार्टी मुश्किल में आती है तो उससे मुकाबले के लिए उनका चुनाव में उतरना जरूरी है. जबकि अन्य लोगों ने कहा कि जब पार्टी की कमान नई पीढ़ी को सौंप दी है तो उन्हें घर बैठकर आराम करना चाहिए था.

लांबी विधानसभा सीट (Lambi assembly constituency) पर 1997 से पांच बार से शिरोमणि अकाली दल का कब्जा रहा है. प्रकाश सिंह बादल लांबी गांव के हैं. इससे पहले तीन बार इस सीट पर कांग्रेस जीत चुकी है. इसके अलावा 1969 और 1972 में दो बार सीपीआई के कैंडिडेट लांबी से जीत चुके हैं. 1997 से पहले 1977, 1982, 1987 में भी लांबी सीट पर शिरोमणि अकाली दल का कब्जा रहा है. यानी अभी तक के इतिहास में अकाली दल लांबी सीट पर 8 बार जीत दर्ज कर चुका है.

2017 में लांबी सीट (Lambi assembly constituency) पर 85.77 फीसद वोटिंग हुई थी. शिरोमणी अकाली दल (Shiromani Akali Dal) की तरफ से प्रकाश सिंह बादल विधायक चुने गए थे. उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह को शिकस्त दी थी. पिछले चुनाव में प्रकाश सिंह बादल को 66,375 वोट मिले थे, दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के उम्मीदवार कैप्टन अमरिन्दर सिंह (Capt. Amarinder Singh) को 43,605 वोट मिले थे. तीसरे नंबर पर रही आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार जरनैल सिंह को 21,254 वोटों से संतोष करना पड़ा था.

पढ़ें : Punjab Assembly Election: कुछ ही परिवारों के ईर्द-गिर्द घूमती है पंजाब की राजनीति

लांबी (पंजाब): लांबी (Lambi assembly constituency) पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब जिले का विधानसभा क्षेत्र है, जहां सबसे उम्रदराज प्रत्याशी प्रकाश सिंह बादल 11वीं बार विधानसभा में जाने के लिए ताल ठोंक रहे हैं. इस लांबी सीट से शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक पांच बार पहले चुनाव जीत चुके हैं. बादल पांच बार पंजाब के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और अब तक 10 बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं. उम्र के इस पड़ाव पर शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल रोज सुबह दस बजे लांबी के गांवों में प्रचार करने निकल जाते हैं. एक छड़ी की मदद से वह कार से उतरते और चढ़ते हैं. जब लोगों की सभा को संबोधित करना होता है तो कुर्सी थाम लेते हैं.

जब उनसे ईटीवी भारत की टीम ने पूछा कि इस उम्र में भी चुनाव प्रचार के लिए मेहनत क्यों कर रहे हैं तो उनका कहना था कि किस्मत और पार्टी ने उन को टिकट देकर अपने लांबी क्षेत्र के लोगों से गली-गली जाकर मिलने का फिर मौका दिया है. इसी बहाने सभी लोगों के दर्शन हो जाते हैं. इसके अलावा एक तो पार्टी को उनकी सेवाओं की ज़रूरत थी, इसलिए भी वह मैदान में उतरे. उनका कहना है कि कुछ गुमराह करने वाली पार्टियों के प्रचार का जवाब का देना भी जरूरी है, क्योंकि वह 60 सालों से पंजाब की राजनीति में सिर्फ़ राज्य की भलाई के लिए ही संघर्ष कर रहे हैं.

लांबी में शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल.

प्रकाश सिंह बादल अपने भाषणों में आम आदमी पार्टी पर निशाना साध रहे हैं. दिल्ली में प्रदूषण के लिए पंजाब के किसानों को जिम्मेदार बताने के लिए वह आम आदमी पार्टी की आलोचना करते हैं. उनका कहना है दिल्ली में प्रदूषण थर्मल प्लांट से हो रहा है और आप इसके लिए पंजाब को दोषी ठहराती है. केजरीवाल की नजर पंजाब के पानी पर है, जो वह दिल्ली को देना चाहते हैं.

प्रकाश सिंह बादल के चुनाव में उतरने को लेकर लांबी के लोगों की राय बंटी हुई है. कुछ लोगों का कहना है कि अगर पार्टी मुश्किल में आती है तो उससे मुकाबले के लिए उनका चुनाव में उतरना जरूरी है. जबकि अन्य लोगों ने कहा कि जब पार्टी की कमान नई पीढ़ी को सौंप दी है तो उन्हें घर बैठकर आराम करना चाहिए था.

लांबी विधानसभा सीट (Lambi assembly constituency) पर 1997 से पांच बार से शिरोमणि अकाली दल का कब्जा रहा है. प्रकाश सिंह बादल लांबी गांव के हैं. इससे पहले तीन बार इस सीट पर कांग्रेस जीत चुकी है. इसके अलावा 1969 और 1972 में दो बार सीपीआई के कैंडिडेट लांबी से जीत चुके हैं. 1997 से पहले 1977, 1982, 1987 में भी लांबी सीट पर शिरोमणि अकाली दल का कब्जा रहा है. यानी अभी तक के इतिहास में अकाली दल लांबी सीट पर 8 बार जीत दर्ज कर चुका है.

2017 में लांबी सीट (Lambi assembly constituency) पर 85.77 फीसद वोटिंग हुई थी. शिरोमणी अकाली दल (Shiromani Akali Dal) की तरफ से प्रकाश सिंह बादल विधायक चुने गए थे. उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह को शिकस्त दी थी. पिछले चुनाव में प्रकाश सिंह बादल को 66,375 वोट मिले थे, दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के उम्मीदवार कैप्टन अमरिन्दर सिंह (Capt. Amarinder Singh) को 43,605 वोट मिले थे. तीसरे नंबर पर रही आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार जरनैल सिंह को 21,254 वोटों से संतोष करना पड़ा था.

पढ़ें : Punjab Assembly Election: कुछ ही परिवारों के ईर्द-गिर्द घूमती है पंजाब की राजनीति

Last Updated : Feb 16, 2022, 6:18 AM IST
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