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‘क्रिया मेडकिल टेक्नोलॉजिज़’ को कोविड जांच किट के लिए आईसीएमआर की मंजूरी मिली

क्रिया टेक्नोलॉजिज़ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी तथा संस्थापक अनु मोतुरी ने कहा कि ‘क्रिविडा नोवस’ न सिर्फ वायरस के स्वरूपों का फर्क बतलाती है बल्कि ओमीक्रोन की उप-वंशावली का भी पता लगाती है.

testing kit
कोविड जांच किट
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Published : Jan 20, 2022, 5:27 PM IST

नयी दिल्ली: चेन्नई स्थित चिकित्सा उपकरण कंपनी ‘क्रिया मेडकिल टेक्नोलॉजिज’ ने कहा कि उसकी ‘क्रिविडा नोवस’ कोविड जांच किट को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) की मंजूरी मिल गई है. उसने कहा कि यह किट वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप का पता लगाने में भी सक्षम है.

ओमीक्रोन का भी पता लगायेगी किट

कंपनी ने एक बयान में बताया कि इम्मुजेनिक्स बायोसाइंस के सहयोग से विकसित यह किट सार्स-कोव-2 वायरस का पता लगती है और कोरोना वायरस के डेल्टा और अन्य स्वरूपों से ओमीक्रोन का फर्क भी बतलाती है.

45 मिनट में पूरी होगी जांच

कंपनी के मुताबिक, यह संक्रमण का पता लगाने में 45 मिनट लेती है और यह भी पता लगा लेती है कि संक्रमण वायरस के किस स्वरूप से हुआ है. क्रिया टेक्नोलॉजिज़ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी तथा संस्थापक अनु मोतुरी ने कहा कि ‘क्रिविडा नोवस’ अपनी तरह की अनूठी जांच किट है जो न सिर्फ वायरस के स्वरूपों का फर्क बतलाती है बल्कि ओमीक्रोन की उप-वंशावली का भी पता लगाती है.

पढे़ं: कोरोना का कहर: पिछले 24 घंटों में कोरोना के 3 लाख 17 हजार से ज्यादा नए केस दर्ज

फिलहाल 50 लाख किट बनाने की क्षमता

उन्होंने दावा किया कि किट आरटीपीसीआर जांच की मशीनों के समान है. बयान के मुताबिक, कंपनी के पास 50 लाख किट बनाने की फिलहाल क्षमता है और एक हफ्ते के अंदर इनका निर्माण बढ़ाकर एक करोड़ किट करने की योजना है जो मांग पर निर्भर करता है.

नयी दिल्ली: चेन्नई स्थित चिकित्सा उपकरण कंपनी ‘क्रिया मेडकिल टेक्नोलॉजिज’ ने कहा कि उसकी ‘क्रिविडा नोवस’ कोविड जांच किट को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) की मंजूरी मिल गई है. उसने कहा कि यह किट वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप का पता लगाने में भी सक्षम है.

ओमीक्रोन का भी पता लगायेगी किट

कंपनी ने एक बयान में बताया कि इम्मुजेनिक्स बायोसाइंस के सहयोग से विकसित यह किट सार्स-कोव-2 वायरस का पता लगती है और कोरोना वायरस के डेल्टा और अन्य स्वरूपों से ओमीक्रोन का फर्क भी बतलाती है.

45 मिनट में पूरी होगी जांच

कंपनी के मुताबिक, यह संक्रमण का पता लगाने में 45 मिनट लेती है और यह भी पता लगा लेती है कि संक्रमण वायरस के किस स्वरूप से हुआ है. क्रिया टेक्नोलॉजिज़ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी तथा संस्थापक अनु मोतुरी ने कहा कि ‘क्रिविडा नोवस’ अपनी तरह की अनूठी जांच किट है जो न सिर्फ वायरस के स्वरूपों का फर्क बतलाती है बल्कि ओमीक्रोन की उप-वंशावली का भी पता लगाती है.

पढे़ं: कोरोना का कहर: पिछले 24 घंटों में कोरोना के 3 लाख 17 हजार से ज्यादा नए केस दर्ज

फिलहाल 50 लाख किट बनाने की क्षमता

उन्होंने दावा किया कि किट आरटीपीसीआर जांच की मशीनों के समान है. बयान के मुताबिक, कंपनी के पास 50 लाख किट बनाने की फिलहाल क्षमता है और एक हफ्ते के अंदर इनका निर्माण बढ़ाकर एक करोड़ किट करने की योजना है जो मांग पर निर्भर करता है.

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