अलीगढ़ः टप्पल में किसान महापंचायत में पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार सबूत मिटाने पर तुली है, इसलिए बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी के लिए महापंचायत और आंदोलन किया जा रहा है. लड़ाई जब तक जारी रहेगी तब तक पहलवानों को न्याय नहीं मिलता .वहीं, खाप पंचायतों के जरिए भी लड़ाई लड़ी जा रही है.
इंटरनेशनल फेडरेशन में रखेंगे अपनी बातः राकेश टिकैत ने कहा कि 'गंभीर धारा लगने पर गिरफ्तारी होती है, तो बृजभूषण शरण सिंह की क्यों नहीं हुई. क्या कानून में कोई संशोधन हुआ है. हम इंटरनेशनल फेडरेशन में जाएंगे या फिर सरकार सुधरेगी. इंटरनेशनल फेडरेशन में पूरी दुनिया बात सुनेगी. भले ही यहां बात न सुनी जाये. पहलवान अपना मेडल गंगा जी में प्रवाह करने जा रहे थे लेकिन 5 दिन का समय दिया है. अब खाप पंचायत निर्णय करेगी. खेल कमेटी भी पहलवानों के साथ है.' पहलवान किसी जाति के नहीं है. विदेशों से गोल्ड मेडल जीत के लाते हैं, जो किसी जाति के नहीं है, यह देश के हैं. गोल्ड मेडल भी देश के हैं.'
घोषणा पत्र के वादों को पूरा करे सरकारः राकेश टिकैत ने गुरुवार को किसान पंचायत में कहा कि 'भाजपा के घोषणा पत्र में 5 साल किसानों को फ्री बिजली देने की बात कही थी. हम घोषणा पत्र के आधार पर मांग कर रहे हैं. भाजपा का घोषणा पत्र हमारे पास है. जिसमें लिखा है कि 5 साल सरकार रहेगी तो किसानों को बिजली फ्री मिलेगी. हमारा विरोध किसी पार्टी के खिलाफ नहीं है, जो भी सरकार जहां गलत फैसले लेगी. हम उसके खिलाफ आंदोलन चलाएंगे, चाहे वह छत्तीसगढ़ हो या झारखंड में हो. जब किसान संगठन की मीटिंग हो तो किसी पॉलिटिक्स की बात न करो. किसी जातियों की बात न करो. हम लोग किसान हैं, खेती मजदूरी का काम करते हैं. गांव में रहते हैं और हमारी समस्या का समाधान जानते हैं कि कैसे होगा.'
पॉलिटिकल पार्टी से बच कर रहनाः टिकैत ने किसानों से कहा कि 'सरकार बांटने की कोशिश करती है. सरकार की पॉलिसी से बचने का काम करें. यह हर क्षेत्र में अलग-अलग लड़ाते हैं. परिवारों को बांटने का काम करते हैं. अपने संगठन पर ध्यान दो. यह देश हमारा सबका है इसे बचाने की हमारी सबकी जिम्मेदारी है. भूमि अधिग्रहण, एजुकेशन, बिजली, पुलिस प्रशासन के अत्याचार जो हो रहा है, उसके लिए संगठन ही जान बचा सकता है. पॉलिटिकल पार्टी से बच कर रहना, क्योंकि विपक्ष भी अपना काम नहीं कर रहा है.'
जातिवाद मानसिकता से ऊपर उठे: राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों की जमीनों के रेट बढ़ जाते है. लेकिन फसलों के रेट नहीं बढ़ते हैं. आपस में लड़ाने का काम हो रहा है. पहले हिंदू-मुस्लिम करवाते थे. अब जातियों में लड़वा रहे हैं. गुज्जर और ठाकुरों का बड़ा झगड़ा करवा रखा है. हम सभी जातियों का सम्मान करते हैं. लेकिन किसी के बहकावे में न आए और जातिवाद मानसिकता से ऊपर उठे.
पुलिस-प्रशासन रहा अलर्टः इससे पहले टप्पल में किसान पंचायत को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट था. महापंचायत पर निगरानी के लिए एसएसपी ने तीन पुलिस क्षेत्राधिकारी, कई थानों की फोर्स और पीएसी लगाई थी. मौक पर भारी संख्या में किसान यूनियन से जुड़े लोग पहुंच रहे हैं. भारतीय किसान यूनियन के नेता विमल तोमर के मुताबिकमहापंचायत में 5 से 6 हज़ार किसान जुटें.