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केरल के मंत्री ने की भारतीय संविधान की आलोचना, कहा- जनता को लूटने में करता है मदद

केरल के मत्स्य पालन एवं संस्कृति मंत्री साजी चेरियन ने भारतीय संविधान के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर विवाद खड़ा कर दिया है. अलाप्पुझा के मल्लापल्ली में एक सीपीएम समारोह के दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान जनता को लूटने में मदद करता है.

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केरल के मंत्री ने की भारतीय संविधान की आलोचना
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Published : Jul 5, 2022, 2:10 PM IST

Updated : Jul 5, 2022, 3:01 PM IST

अलाप्पुझा : केरल के मत्स्य पालन एवं संस्कृति मंत्री साजी चेरियन ने भारतीय संविधान के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर विवाद खड़ा कर दिया है. अलाप्पुझा के मल्लापल्ली में एक सीपीएम समारोह के दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान जनता को लूटने में मदद करता है. उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता को शिथिल रूप से वर्णित किया गया है क्योंकि इसने लोकतंत्र का वर्णन किया है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारतीय संविधान ने मजदूरों के शोषण में मदद की. यह देश में श्रमिकों को कोई सुरक्षा प्रदान नहीं करता है.

पढ़ें: ब्रश किये बिना बेटे को चुमने से पत्नी ने रोका, पति ने कर दी हत्या

मंत्री साजी चेरियन ने कहा कि भारतीयों ने एक संविधान लिखा था जिसे अंग्रेजों ने पढ़ा था और पिछले 75 वर्षों से इस देश में इसे लागू किया गया है. भारत एक ऐसा देश है जो मजदूरों के संघर्षों को मान्यता भी नहीं देता और उसका कारण संविधान है. एक ऐसा संविधान जो श्रमिकों के शोषण के साथ समझौता करता है. अंबानी और अदानी के अभूतपूर्व विकास का कारण यह है कि ऐसे व्यवसायियों को संविधान ने जो संरक्षण दिया है. साजी चेरियन ने पूछा कि उनके खिलाफ कितने विरोध कर सकते हैं?

पढ़ें: केरल: कन्नूर में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग कार्यालय में आगजनी

अदालतों और संसद की आलोचना करते हुए मंत्री ने कहा कि न्यायालय और संसद दोनों बुर्जुआ के समर्थन में हैं. ऐसे अमीर व्यापारी के समर्थन में मोदी सरकार के फैसले और कार्रवाई इस बात का सबूत है कि संविधान उनके साथ है. मजदूर अच्छे वेतन की मांग नहीं कर सकते हैं और वे जानते हैं कि अगर वे अदालतों का दरवाजा खटखटाते भी हैं तो फैसले अमीरों के पक्ष में होंगे.

अलाप्पुझा : केरल के मत्स्य पालन एवं संस्कृति मंत्री साजी चेरियन ने भारतीय संविधान के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर विवाद खड़ा कर दिया है. अलाप्पुझा के मल्लापल्ली में एक सीपीएम समारोह के दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान जनता को लूटने में मदद करता है. उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता को शिथिल रूप से वर्णित किया गया है क्योंकि इसने लोकतंत्र का वर्णन किया है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारतीय संविधान ने मजदूरों के शोषण में मदद की. यह देश में श्रमिकों को कोई सुरक्षा प्रदान नहीं करता है.

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मंत्री साजी चेरियन ने कहा कि भारतीयों ने एक संविधान लिखा था जिसे अंग्रेजों ने पढ़ा था और पिछले 75 वर्षों से इस देश में इसे लागू किया गया है. भारत एक ऐसा देश है जो मजदूरों के संघर्षों को मान्यता भी नहीं देता और उसका कारण संविधान है. एक ऐसा संविधान जो श्रमिकों के शोषण के साथ समझौता करता है. अंबानी और अदानी के अभूतपूर्व विकास का कारण यह है कि ऐसे व्यवसायियों को संविधान ने जो संरक्षण दिया है. साजी चेरियन ने पूछा कि उनके खिलाफ कितने विरोध कर सकते हैं?

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अदालतों और संसद की आलोचना करते हुए मंत्री ने कहा कि न्यायालय और संसद दोनों बुर्जुआ के समर्थन में हैं. ऐसे अमीर व्यापारी के समर्थन में मोदी सरकार के फैसले और कार्रवाई इस बात का सबूत है कि संविधान उनके साथ है. मजदूर अच्छे वेतन की मांग नहीं कर सकते हैं और वे जानते हैं कि अगर वे अदालतों का दरवाजा खटखटाते भी हैं तो फैसले अमीरों के पक्ष में होंगे.

Last Updated : Jul 5, 2022, 3:01 PM IST
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