श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को श्रीनगर में अमरनाथ श्राइन बोर्ड कार्यालय की आधारशिला रखी. इससे पहले सोमवार को उपराज्यपाल के प्रमुख सचिव और अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सीईओ नीतीशवार कुमार ने संभागीय आयुक्त पांडुरंग के पोल के साथ बालटाल बेस कैंप, डोमेल एक्सेस प्वाइंट, कार पार्किंग क्षेत्र और अन्य प्रस्तावित यात्री पड़ाव स्थलों का दौरा किया था. अमरनाथ यात्रा-2022 के सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए और तीर्थयात्रियों के ठहरने की क्षमता में वृद्धि किए जाने वाले हॉल्ट स्टेशन का प्रत्यक्ष मूल्यांकन किया.
अमरनाथ यात्रा 2022 में तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए बालटाल का व्यापक दौरा और उन्नत सुविधाओं का मौके पर ही मूल्यांकन किया गया. सूचना और जनसंपर्क विभाग (DIPR) के एक आधिकारिक बयान के अनुसार, प्रमुख सचिव कुमार को हाल्ट स्टेशनों पर मौजूदा क्षमता से 2-3 गुना अधिक रहने की क्षमता बढ़ाने के लिए किेए जाने वाले विकास कार्यों के बारे में विस्तार से बताया गया. नाला सिंध के दूसरी ओर स्थित सेवा प्रदाताओं के लिए प्रस्तावित अलग-अलग साइटों के अपने निरीक्षण के आधार पर, उन्होंने सड़क और भवन (आर एंड बी) विभाग को लोहे के पुल को स्थापित करने के लिए एक प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया. जिससे जमीन का पैचवर्क हो सके. जिसका सेवा मुहैया कराने वालों द्वारा यात्रा अवधि के दौरान उपयोग किया जा सके. उन्होंने टेंट लगाने से पहले सभी प्रस्तावित स्थलों को समतल करने का भी निर्देश दिया.
जैसा कि जम्मू कश्मीर प्रशासन इस साथ लगभग 8 लाख (8,00,000) अमरनाथ यात्रियों के आने की उम्मीद कर रहा है, वे आगामी 30 जून से शुरू होने वाले अमरनाथ यात्रा 2022 की शुरूआत से पहले तीर्थयात्रा (आवास सुविधाओं, लंगर और स्वच्छता सहित) को सुचारू बनाने के लिए नियमित प्रयास किया जा रहा है. अमरनाथ यात्रा का समापन 11 अगस्त को होगा.
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एएनआई