अयोध्याः मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की पावन नगरी अयोध्या में एक बार फिर से ऐतिहासिक पल जल्द ही आने वाला है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धर्म नगरी अयोध्या में होंगे. राम मंदिर के ग्राउंड फ्लोर का निर्माण पूरा होने के बाद रामलला को गर्भ ग्रह में विराजमान करने के लिए आयोजित होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी यजमान की भूमिका निभा सकते हैं. साल 2024 में मकर संक्रांति के बाद एक निर्धारित तिथि पर भगवान रामलला के भव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा.
भगवान सूर्य के दक्षिणायन होने के बाद होगा प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम
भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में मुख्य यजमान की भूमिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित करने के लिए ट्रस्ट एक पत्र भेजने की तैयारी कर रहा है. श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अध्यक्ष के हस्ताक्षर वाला आमंत्रण पत्र प्रधानमंत्री को भेजा जाएगा. प्रधानमंत्री को भेजे इस आमंत्रण पत्र में तारीख जनवरी 2024 की होगी. तारीख क्या होगी यह धार्मिक विद्वानों से शुभ मुहूर्त निकालने के बाद तय किया जाएगा. मगर, यह तय है कि 14 जनवरी 2024 के बाद जब सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण में आ जाएंगे, उसी के बाद मकर संक्रांति या उसके आसपास की यह तिथि तय होगी.
जल्द ही निमंत्रण पत्र की ड्राफ्टिंग कर भेजा जाएगा
ट्रस्ट महासचिव चंपत राय ने कहा कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के समय पीएम मोदी को निवेदन किया जाएगा कि संतों का निवेदन स्वीकार करें और अयोध्या को पधारे. वहीं, कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी ने कहा कि वह निश्चित रूप से उनको निमंत्रण तो देंगे ही, उनको निमंत्रण देना ही चाहिए. निमंत्रण पत्र की ड्राफ्टिंग कौन करेगा यह अलग बात है, लेकिन यह निमंत्रण पत्र राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से जनवरी 2024 में जाएगा. बता दें कि मकर संक्रांति के आसपास रामलला को गर्भगृह में विराजमान होना है, इसके लिए विशेष अनुष्ठान और पूजन किए जाएंगे. इन सभी अनुष्ठानों और पूजन के अलग-अलग यजमान होंगे. जबकि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा पूजन के मुख्य यजमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे.
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