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अमेरिका में विदेश मंत्री एस जयशंकर का स्वागत भी बटोर रहीं सुर्खियां, बोले- हमारे संबंध शेष दुनिया को प्रभावित करते हैं

विदेश मंत्री एस जयशंकर अभी अमेरिकी दौरे पर हैं. उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के संबंध आज शेष दुनिया को प्रभावित करते हैं. ऐसे बहुत से देश हैं जो व्यक्तिगत और द्विपक्षीय रूप से भारत अमेरिका के संबंधों को देखते हैं. दरअसल, उनकी गर्मजोशी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनका स्वागत वहां पर जिस तरीके से किया गया, वह भी सुर्खियां बटोर रहा है.

भारत और अमेरिका संबंध आज शेष विश्व को प्रभावित करते हैं: एस जयशंकर
भारत और अमेरिका संबंध आज शेष विश्व को प्रभावित करते हैं: एस जयशंकर
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Published : Sep 29, 2022, 6:28 AM IST

Updated : Sep 30, 2022, 6:07 AM IST

वाशिंगटन: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि भारत और अमेरिका के संबंध आज शेष दुनिया को प्रभावित करते हैं. ऐसे बहुत से देश हैं जो व्यक्तिगत और द्विपक्षीय रूप से भारत अमेरिका के संबंधों को देखते हैं. जयशंकर ने कहा कि मुझे लगता है कि आज हमारे संबंध शेष विश्व को प्रभावित करते हैं. ऐसे बहुत से देश हैं जो व्यक्तिगत और द्विपक्षीय रूप से बेहतरी के कुछ हिस्से के लिए हमें देखते हैं. जिसके लिए वे समाधान की उम्मीद करते हैं. जिसे दुनिया कई मायनों में खोज रही है.

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर का सोमवार को एक समारोह में पेंटागन में अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन द्वारा विशेष रूप से स्वागत किया गया. उनका स्वागत काफी गर्मजोशी के साथ किया गया था. मंगलवार को, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भी नोट किया कि भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच साझेदारी दुनिया में सबसे अधिक परिणामी है. जयशंकर के स्वागत का यह वीडियो खूब वायरल भी हो रहा है.

दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय परामर्श को ठोस, सकारात्मक और उत्पादक बताते हुए जयशंकर ने इस बात को रेखांकित किया कि यात्रा बहुत आरामदायक थी. उन्होंने कहा कि अमेरिका में मंत्रियों के साथ कुछ बहुत अच्छी बातचीत हुई. उन्होंने आगे कहा कि द्विपक्षीय बातचीत को बड़ी वैश्विक चुनौतियों के बहाने तैयार किया गया था. भारत और अमेरिका की प्राथमिकताएं कभी-कभी अलग-अलग रही हैं. इसलिए यह बातचीत जरूरी थी.

जयशंकर ने प्रेसवर्ता के दौरान कहा कि यह बातचीत बड़ी वैश्विक चुनौतियों के संदर्भ में थी. जो काफी व्यापक, ठोस, सकारात्मक और उत्पादक रही. हमने एक-दूसरे को बताया कि हम वर्तमान चुनौतियों को कैसे देखते हैं. उन्होंने कहा कि भारत का पक्ष रखते हुए हमने स्पष्ट किया कि कई मुद्दों पर हमारी प्राथमिकताएं अलग-अलग हो सकती हैं. वाशिंगटन की यात्रा को सुविधाजनक बताते हुए विदेश मंत्री ने इस बात को रेखांकित किया कि दोनों देश इस बात को समझते हैं कि हर मुद्दे के हर पहलू पर पूरी तरह से सहमत न होने के बावजूद एक-दूसरे के लिए जगह कैसे बनाई जाए और कैसे साथ काम किया जाए.

पढ़ें: जयशंकर ने अमेरिकी वीजा चिंताओं को उठाया, ब्लिंकन ने जल्द मुद्दे को सुलझाने की प्रतिबद्धता जताई

जयशंकर ने कहा कि रिश्ते का अच्छा हिस्सा आज यह है कि हम समझते हैं कि हमें एक-दूसरे के लिए जगह बनानी है और हम एक-दूसरे के साथ काम कर सकते हैं, भले ही हम हर मुद्दे के हर पहलू पर पूरी तरह सहमत न हों. इसके अलावा, विदेश मंत्री ने अमेरिकी कांग्रेस के साथ भी बातचीत की और दोनों पक्षों ने सेमीकंडक्टर उद्योग के क्षेत्र में भारत में व्यापार करने में आसानी पर अच्छी चर्चा की. ट्विटर पर जयशंकर ने लिखा कि अमेरिकी कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्यों के साथ बैठक सराहनीय रही. जो हमारी साझेदारी को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्हें हमारे सहयोग में हालिया प्रगति से अवगत कराया.

जयशंकर ने शनिवार को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की उच्च स्तरीय बहस का समापन किया था. विदेश मंत्री 18 से 24 सितंबर तक न्यूयॉर्क में थे. विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर का सोमवार को एक समारोह में पेंटागन में अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन द्वारा विशेष रूप से स्वागत किया गया. इससे पहले मंगलवार को, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने यह भी नोट किया कि एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच साझेदारी दुनिया में सबसे अधिक परिणामी है.

  • Delighted to participate in a business luncheon with @USISPForum Board members. Thank Dr. Mukesh Aghi for organizing.

    Noted the high interest in transformational changes happening in India in energy, health, climate, infrastructure & logistics and defence domains. pic.twitter.com/PjdJ0Ifmp4

    — Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) September 28, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पढ़ें: विश्व पटल पर आज भारत का रुख काफी मायने रखता है: जयशंकर

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी दुनिया में सबसे अधिक परिणामी में से एक है. यह किसी भी वैश्विक चुनौती का सामना करने में सक्षम है. स्वास्थ्य सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, खाद्य सुरक्षा और स्वतंत्र और खुली अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बनाए रखना इन सभी चुनौतियों के लिए हमारा साथ महत्वपूर्ण है. ब्लिंकन ने कहा QUAD और G20 जैसे संस्थानों और संयुक्त राष्ट्र में अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के माध्यम से अतीत में वर्षों से, हमने उस साझेदारी को द्विपक्षीय रूप से बढ़ाने में वास्तविक प्रगति की है.

वाशिंगटन: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि भारत और अमेरिका के संबंध आज शेष दुनिया को प्रभावित करते हैं. ऐसे बहुत से देश हैं जो व्यक्तिगत और द्विपक्षीय रूप से भारत अमेरिका के संबंधों को देखते हैं. जयशंकर ने कहा कि मुझे लगता है कि आज हमारे संबंध शेष विश्व को प्रभावित करते हैं. ऐसे बहुत से देश हैं जो व्यक्तिगत और द्विपक्षीय रूप से बेहतरी के कुछ हिस्से के लिए हमें देखते हैं. जिसके लिए वे समाधान की उम्मीद करते हैं. जिसे दुनिया कई मायनों में खोज रही है.

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर का सोमवार को एक समारोह में पेंटागन में अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन द्वारा विशेष रूप से स्वागत किया गया. उनका स्वागत काफी गर्मजोशी के साथ किया गया था. मंगलवार को, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भी नोट किया कि भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच साझेदारी दुनिया में सबसे अधिक परिणामी है. जयशंकर के स्वागत का यह वीडियो खूब वायरल भी हो रहा है.

दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय परामर्श को ठोस, सकारात्मक और उत्पादक बताते हुए जयशंकर ने इस बात को रेखांकित किया कि यात्रा बहुत आरामदायक थी. उन्होंने कहा कि अमेरिका में मंत्रियों के साथ कुछ बहुत अच्छी बातचीत हुई. उन्होंने आगे कहा कि द्विपक्षीय बातचीत को बड़ी वैश्विक चुनौतियों के बहाने तैयार किया गया था. भारत और अमेरिका की प्राथमिकताएं कभी-कभी अलग-अलग रही हैं. इसलिए यह बातचीत जरूरी थी.

जयशंकर ने प्रेसवर्ता के दौरान कहा कि यह बातचीत बड़ी वैश्विक चुनौतियों के संदर्भ में थी. जो काफी व्यापक, ठोस, सकारात्मक और उत्पादक रही. हमने एक-दूसरे को बताया कि हम वर्तमान चुनौतियों को कैसे देखते हैं. उन्होंने कहा कि भारत का पक्ष रखते हुए हमने स्पष्ट किया कि कई मुद्दों पर हमारी प्राथमिकताएं अलग-अलग हो सकती हैं. वाशिंगटन की यात्रा को सुविधाजनक बताते हुए विदेश मंत्री ने इस बात को रेखांकित किया कि दोनों देश इस बात को समझते हैं कि हर मुद्दे के हर पहलू पर पूरी तरह से सहमत न होने के बावजूद एक-दूसरे के लिए जगह कैसे बनाई जाए और कैसे साथ काम किया जाए.

पढ़ें: जयशंकर ने अमेरिकी वीजा चिंताओं को उठाया, ब्लिंकन ने जल्द मुद्दे को सुलझाने की प्रतिबद्धता जताई

जयशंकर ने कहा कि रिश्ते का अच्छा हिस्सा आज यह है कि हम समझते हैं कि हमें एक-दूसरे के लिए जगह बनानी है और हम एक-दूसरे के साथ काम कर सकते हैं, भले ही हम हर मुद्दे के हर पहलू पर पूरी तरह सहमत न हों. इसके अलावा, विदेश मंत्री ने अमेरिकी कांग्रेस के साथ भी बातचीत की और दोनों पक्षों ने सेमीकंडक्टर उद्योग के क्षेत्र में भारत में व्यापार करने में आसानी पर अच्छी चर्चा की. ट्विटर पर जयशंकर ने लिखा कि अमेरिकी कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्यों के साथ बैठक सराहनीय रही. जो हमारी साझेदारी को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्हें हमारे सहयोग में हालिया प्रगति से अवगत कराया.

जयशंकर ने शनिवार को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की उच्च स्तरीय बहस का समापन किया था. विदेश मंत्री 18 से 24 सितंबर तक न्यूयॉर्क में थे. विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर का सोमवार को एक समारोह में पेंटागन में अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन द्वारा विशेष रूप से स्वागत किया गया. इससे पहले मंगलवार को, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने यह भी नोट किया कि एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच साझेदारी दुनिया में सबसे अधिक परिणामी है.

  • Delighted to participate in a business luncheon with @USISPForum Board members. Thank Dr. Mukesh Aghi for organizing.

    Noted the high interest in transformational changes happening in India in energy, health, climate, infrastructure & logistics and defence domains. pic.twitter.com/PjdJ0Ifmp4

    — Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) September 28, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पढ़ें: विश्व पटल पर आज भारत का रुख काफी मायने रखता है: जयशंकर

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी दुनिया में सबसे अधिक परिणामी में से एक है. यह किसी भी वैश्विक चुनौती का सामना करने में सक्षम है. स्वास्थ्य सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, खाद्य सुरक्षा और स्वतंत्र और खुली अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बनाए रखना इन सभी चुनौतियों के लिए हमारा साथ महत्वपूर्ण है. ब्लिंकन ने कहा QUAD और G20 जैसे संस्थानों और संयुक्त राष्ट्र में अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के माध्यम से अतीत में वर्षों से, हमने उस साझेदारी को द्विपक्षीय रूप से बढ़ाने में वास्तविक प्रगति की है.

Last Updated : Sep 30, 2022, 6:07 AM IST
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