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भारत ने रचनात्मक बातचीत के माध्यम से म्यांमार में हिंसा को रोकने और स्थिति के समाधान का किया आह्वान

भारत ने कहा है कि वह रचनात्मक बातचीत के जरिए म्यांमार में हिंसा रोकने और स्थिति का समाधान चाहता है. उक्त बातें विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मीडिया ब्रीफिंग में दी. Myanmar Rebels, MEA On Myanmar, MEA On Myanmar Rebels

inistry of External Affairs spokesperson Arindam Bagchi
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची
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By PTI

Published : Nov 16, 2023, 8:32 PM IST

Updated : Nov 16, 2023, 9:45 PM IST

नई दिल्ली: म्यांमार सेना द्वारा उसके चिन राज्य में किए गए हवाई हमले के बाद कई म्यांमार नागरिकों के भारत के मिजोरम में प्रवेश करने पर भारत ने गुरुवार को गहरी चिंता व्यक्त की और हिंसा बंद करने का आह्वान किया. साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि म्यांमार के चिन राज्य में मिजोरम में भारत-म्यांमार सीमा पर ज़ोखावथर क्षेत्र के सामने रिखावदार क्षेत्र के बीच लड़ाई के परिणामस्वरूप, म्यांमार का आंदोलन हुआ है.उन्होंने कहा कि हम अपनी सीमा के करीब ऐसी घटनाओं से बेहद चिंतित हैं. हम हिंसा की समाप्ति और रचनात्मक बातचीत के माध्यम से स्थिति का समाधान चाहते हैं.

बागची ने कहा कि हम म्यांमार में शांति, स्थिरता और लोकतंत्र की वापसी के लिए अपना आह्वान दोहराते हैं. 2021 में म्यांमार में संघर्ष शुरू होने के बाद से, बड़ी संख्या में म्यांमार के नागरिक भारत में शरण ले रहे हैं. संबंधित पड़ोसी राज्यों में स्थानीय अधिकारी इसे संभाल रहे हैं. मानवीय आधार पर स्थिति उचित है. उन्होंने कहा कि हम उन लोगों की वापसी की भी सुविधा दे रहे हैं जो अपने देश वापस जाना चाहते हैं.

  • #WATCH | Delhi: On Myanmar rebels seeking to control the border with India, MEA Spokesperson Arindam Bagchi says, "We are deeply concerned with such incidents close to our border. Our position on the ongoing situation in Myanmar is very clear. We want secession of the violence… pic.twitter.com/PwqFRsnvup

    — ANI (@ANI) November 16, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

खबरों के मुताबिक, रविवार शाम को म्यांमार की जुंटा समर्थित सेना और मिलिशिया समूह पीपुल्स डिफेंस फोर्स के बीच भीषण गोलीबारी हुई. पीडीएफ द्वारा भारतीय सीमा के पास चिन राज्य में खावमावी और रिखावदार में दो सैन्य ठिकानों पर हमले के बाद लड़ाई शुरू हुई और लड़ाई सोमवार तक जारी रही.

पीटीआई के अनुसार इससे पहले बुधवार (15 नवंबर) को एक पुलिस अधिकारी ने बताया था कि भारत-म्यांमार सीमा पर स्थिति अब शांत है क्योंकि म्यांमार सेना और पीपुल्स डिफेंस फोर्स (पीडीएफ) के बीच अब कोई झड़प नहीं हुई है. उन्होंने कहा था कि फिलहाल स्थिति अब शांत है और हमें उम्मीद है कि अगले दो से तीन दिनों में भारत-म्यांमार सीमा पर स्थिति सामान्य हो जाएगी. आगे क्या होगा इसकी भविष्यवाणी करना मुश्किल है.

हमास-इजरायल युद्ध : भारत ने एक बार फिर तनाव कम करने का आह्वान किया

इजरायल और हमास के बीच पिछले महीने से जारी युद्ध के बीच भारत ने एक बार फिर तनाव कम करने का आह्वान किया. साथ ही संघर्ष में हताहत होते आम नागरिक की बढ़ती संख्या के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करने की आवश्यकता को रेखांकित किया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत फलस्तीनी लोगों को अधिक मानवीय सहायता भेजने पर विचार कर रहा है.

सात अक्टूबर को हमास आतंकवादियों द्वारा इजरायली शहरों पर अभूतपूर्व हमलों के बाद इजराइल गाजा में बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान चला रहा है. गाजा शहर के अल-शिफा अस्पताल में इजराइली सैनिकों द्वारा अभियान चलाने पर नयी दिल्ली के विचार के बारे में पूछे जाने पर बागची ने कहा कि यह मुद्दा केवल किसी एक विशेष अस्पताल का नहीं है और भारत ने हमेशा अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करने की आवश्यकता को रेखांकित किया है.

प्रवक्ता ने कहा, 'मुद्दा किसी एक अस्पताल या विशिष्ट सुविधा के बारे में नहीं है. भारत ने हमेशा नागरिकों को नुकसान पहुंचाने से बचने, मानवीय कानून का पालन करने और संघर्ष में फंसे लोगों को मानवीय राहत प्रदान करने के किसी भी प्रयास को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता को रेखांकित किया है.'

ये भी पढ़ें -Israel Hamas Conflict: भारत ने मानवीय कानून का कड़ाई से पालन करने का किया आह्वान

नई दिल्ली: म्यांमार सेना द्वारा उसके चिन राज्य में किए गए हवाई हमले के बाद कई म्यांमार नागरिकों के भारत के मिजोरम में प्रवेश करने पर भारत ने गुरुवार को गहरी चिंता व्यक्त की और हिंसा बंद करने का आह्वान किया. साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि म्यांमार के चिन राज्य में मिजोरम में भारत-म्यांमार सीमा पर ज़ोखावथर क्षेत्र के सामने रिखावदार क्षेत्र के बीच लड़ाई के परिणामस्वरूप, म्यांमार का आंदोलन हुआ है.उन्होंने कहा कि हम अपनी सीमा के करीब ऐसी घटनाओं से बेहद चिंतित हैं. हम हिंसा की समाप्ति और रचनात्मक बातचीत के माध्यम से स्थिति का समाधान चाहते हैं.

बागची ने कहा कि हम म्यांमार में शांति, स्थिरता और लोकतंत्र की वापसी के लिए अपना आह्वान दोहराते हैं. 2021 में म्यांमार में संघर्ष शुरू होने के बाद से, बड़ी संख्या में म्यांमार के नागरिक भारत में शरण ले रहे हैं. संबंधित पड़ोसी राज्यों में स्थानीय अधिकारी इसे संभाल रहे हैं. मानवीय आधार पर स्थिति उचित है. उन्होंने कहा कि हम उन लोगों की वापसी की भी सुविधा दे रहे हैं जो अपने देश वापस जाना चाहते हैं.

  • #WATCH | Delhi: On Myanmar rebels seeking to control the border with India, MEA Spokesperson Arindam Bagchi says, "We are deeply concerned with such incidents close to our border. Our position on the ongoing situation in Myanmar is very clear. We want secession of the violence… pic.twitter.com/PwqFRsnvup

    — ANI (@ANI) November 16, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

खबरों के मुताबिक, रविवार शाम को म्यांमार की जुंटा समर्थित सेना और मिलिशिया समूह पीपुल्स डिफेंस फोर्स के बीच भीषण गोलीबारी हुई. पीडीएफ द्वारा भारतीय सीमा के पास चिन राज्य में खावमावी और रिखावदार में दो सैन्य ठिकानों पर हमले के बाद लड़ाई शुरू हुई और लड़ाई सोमवार तक जारी रही.

पीटीआई के अनुसार इससे पहले बुधवार (15 नवंबर) को एक पुलिस अधिकारी ने बताया था कि भारत-म्यांमार सीमा पर स्थिति अब शांत है क्योंकि म्यांमार सेना और पीपुल्स डिफेंस फोर्स (पीडीएफ) के बीच अब कोई झड़प नहीं हुई है. उन्होंने कहा था कि फिलहाल स्थिति अब शांत है और हमें उम्मीद है कि अगले दो से तीन दिनों में भारत-म्यांमार सीमा पर स्थिति सामान्य हो जाएगी. आगे क्या होगा इसकी भविष्यवाणी करना मुश्किल है.

हमास-इजरायल युद्ध : भारत ने एक बार फिर तनाव कम करने का आह्वान किया

इजरायल और हमास के बीच पिछले महीने से जारी युद्ध के बीच भारत ने एक बार फिर तनाव कम करने का आह्वान किया. साथ ही संघर्ष में हताहत होते आम नागरिक की बढ़ती संख्या के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करने की आवश्यकता को रेखांकित किया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत फलस्तीनी लोगों को अधिक मानवीय सहायता भेजने पर विचार कर रहा है.

सात अक्टूबर को हमास आतंकवादियों द्वारा इजरायली शहरों पर अभूतपूर्व हमलों के बाद इजराइल गाजा में बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान चला रहा है. गाजा शहर के अल-शिफा अस्पताल में इजराइली सैनिकों द्वारा अभियान चलाने पर नयी दिल्ली के विचार के बारे में पूछे जाने पर बागची ने कहा कि यह मुद्दा केवल किसी एक विशेष अस्पताल का नहीं है और भारत ने हमेशा अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करने की आवश्यकता को रेखांकित किया है.

प्रवक्ता ने कहा, 'मुद्दा किसी एक अस्पताल या विशिष्ट सुविधा के बारे में नहीं है. भारत ने हमेशा नागरिकों को नुकसान पहुंचाने से बचने, मानवीय कानून का पालन करने और संघर्ष में फंसे लोगों को मानवीय राहत प्रदान करने के किसी भी प्रयास को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता को रेखांकित किया है.'

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Last Updated : Nov 16, 2023, 9:45 PM IST
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