कानपुर: देश भर के बड़े और नामचीन लोग इन दिनों आयकर विभाग के रडार पर हैं. आयकर विभाग रोज कहीं न कहीं छापेमार कार्रवाई कर रही है. इसी के तहत गुरुवार को उत्तर प्रदेश के कानपुर में आयकर विभाग ने मयूर समूह के ठिकानों पर छापा मारा. आयकर विभाग की ओर से कानपुर शहर के सिविल लाइंस, शक्करपट्टी समेत समूह के 30 से अधिक ठिकानों पर एक साथ छापा मारा गया है.
छापे में आयकर विभाग के 100 से अधिक अफसर व कर्मी शामिल हुए हैं. आयकर विभाग के निदेशक जांच ने बिना नाम बताए कहा कि अभी तो कार्रवाई शुरू हुई है. शहर के उद्यमियों में चर्चा है कि आयकर विभाग ने मयूर समूह के कार्यालयों व प्रतिष्ठानों पर छापे की कार्रवाई की है और दस्तावेज जांचे जा रहे हैं. अफसरों का कहना है कि मयूर समूह को लेकर पिछले कई माह से लगातार शिकायतें मिल रही थीं.
आयकर विभाग ने सुबह सात बजे शुरू की कार्रवाईः कुछ साक्ष्यों को एकत्रित करने के बाद गुरुवार सुबह सात बजे के आसपास ही छापा मारा गया. जैसे ही आयकर विभाग के अफसरों के वाहन मयूर समूह के मालिकों के घरों के बाहर पहुंचे तो अफरा-तफरी मच गई. कुछ देर के लिए अफसरों को घरों के बाहर रोका गया, हालांकि जब अफसरों ने अपना परिचय दिया तो उन्हें जाने दिया गया.
हजारों करोड़ रुपये का सालाना कारोबार: उद्यमियों ने बताया कि वैसे तो मयूर समूह का सालाना कारोबार हजारों करोड़ रुपये का है. इससे पहले आयकर विभाग की ओर से इतनी बड़ी कार्रवाई कभी नहीं हुई. समूह की दुनिया में पहचान वनस्पति तेल, फूड आइटम्स व पैकेजिंग उत्पादों से है. समूह के कई ठिकानों पर छापेमारी की जानकारी शहर के तमाम उद्यमियों ने एक दूसरे से फोन पर ली.
नामचीन सोना-चांदी कारोबारी के यहां भी हुई थी रेड: कुछ माह पहले ही आयकर की ओर से शहर के नामचीन सोना-चांदी कारोबारी व बिल्डर के कई ठिकानों पर रेड की गई थी. उस समय आयकर अफसरों को जहां करोड़ों रुपये का कैश मिला था, वहीं, 10 करोड़ रुपये से अधिक राशि के सोने के बिस्किट भी मिले थे. तब भी मामला बहुत अधिक सुर्खियों में रहा था.