बांदाः जिले में शरारती तत्वों के द्वारा सांप्रदायिक माहौल को खराब करने का प्रयास किया गया है. यहां पर एक घर की दीवारों में शरारती तत्वों ने 'हिंदू भारत छोड़ो, हिंदू घर खाली करो लिख दिया'. इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा और फिर बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के लोग भी उस इलाके में पहुंच गए, जहां पर दीवार पर यह लाइन लिखी हुई थी. वहीं, पुलिस भी मौके पर पहुंची और दिवार पर लिखें इन शब्दों को मिटाया गया.
पुलिस ने पूरे मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है. पुलिस उन शरारती तत्वों का पता लगा रही है, जिन्होंने यह काम किया है. वहीं, जिस घर में यह लाइनें लिखी गई हैं उस घर के लोग भी दहशत में हैं और उन्होंने पुलिस से गुहार लगाई है कि हमारी सुरक्षा की जाए.
पूरा मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के मर्दननाका इलाके का है. शनिवार की सुबह यहां के रहने वाले रामलाल प्रजापति के घर की एक दीवार पर 'हिंदू भारत छोड़ो' लिखा लोगों ने देखा तो वहीं दूसरी दीवार पर 'हिंदू घर खाली करो' लिखा हुआ देखा. फिर यह बात पूरे शहर में आग की तरह फैल गई. मौके पर बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के लोग भी पहुंच गए. साथ ही स्थानीय पुलिस को भी मामले की जानकारी दी गई.
विश्व हिंदू परिषद के लोगों ने दीवार पर इन लाइनों को लिखने वाले शरारती तत्वों पर कार्रवाई और पीड़ित परिवार की सुरक्षा की मांग की. वहीं, मौके पर पहुंची पुलिस ने दीवार पर लिखी लाइनों को मिटाया और मामले को लेकर छानबीन की व अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया.
सुबह दीवारों पर लिखी मिली लाइनें
जिस व्यक्ति के घर की दीवार में यह लाइनें लिखी गई हैं, उस घर के परिवार के लोगों ने बताया कि रात में हम लोग काम कर घर आए और सो गए. वहीं, सुबह जब हमने देखा तो घर के आगे की दीवार और पीछे की दीवार में 'हिंदू भारत छोड़ो और हिंदू घर खाली करो' लिखा हुआ था. इसके बाद हमने पुलिस को जानकारी दी.
यह कृत्य करने वालों पर होगी कठोर कार्रवाई
अपर पुलिस अधीक्षक लक्ष्मी निवास मिश्र ने बताया कि शहर के मर्दननाका इलाके में एक घर में दीवार पर हिंदू भारत छोड़ो लिखा पाया गया था. इसके बाद पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले को लेकर जांच पड़ताल की और अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. जो भी इस मामले में दोषी होगा, उस पर कठोर से कठोर कार्रवाई करने का काम किया जाएगा.
पढ़ेंः पति अतीक अहमद के अंतिम दर्शन करने के लिए प्रयागराज आई थी शाइस्ता, असद के दोस्त ने खोले राज