वाराणसी: ज्ञानवापी परिसर में एएसआई सर्वे की कार्यवाही आज दूसरे दिन भी हुई. हालांकि, कार्यवाही कुछ देर के लिए रोक दी गई थी. इसके बाद 2 बजे के बाद फिर से कार्यवाही शुरू हो गई. कुछ घंटे के सर्वे के बाद शनिवार की कार्यवाही पूरी कर ली गई. बाद बाहर आए हिंदू पक्ष के वकील सुभाष चंद्र चतुर्वेदी और सुधीर त्रिपाठी ने अंदर आज हुई कार्यवाही के बारे में विस्तार से बताया.
हिंदू वादी पक्ष के अधिवक्ता अनुपम द्विवेदी ने बताया कि आज सुबह 8:00 बजे से एसआई की टीम ने कार्रवाई शुरू की थी. यह जांच शाम पांच बजे तक चली. दोपहर में 12:30 से 2:30 बजे तक कार्रवाई रोकी गई थी. एएसआई की टीम ने जीएनएसएस मशीन के जरिए पूरे परिसर की थ्री डी इमेजिंग की. यह सेटेलाइट से ऑपरेट होने वाली मशीन है. इसके अलावा मैपिंग भी कर रहे थे. व्यास जी के तहखाने में भी हम लोग दाखिल हुए. वहां भी साफ-सुथरा करके जांच की गई. वह साफ-सफाई और मैपिंग के साथ फ्रेमिंग का काम किया गया. पूरे तहखाने की मैपिंग और स्कैनिंग की गई. वहीं तहखाने में कुछ मूर्तियां मिलने की बात पर एडवोकेट ने बताया कि पिछले कमीशन की कार्यवाही के दौरान ही मूर्तियां मिली थी और कुछ अवशेष मिले थे, आज मूर्तियां तो नहीं कुछ के टुकड़े जरूर मिले हैं.
एडवोकेट में बताया कि एएसआई एक साइंटिफिक संस्था है. पिछली कार्यवाही में हमने कोई चीज छूने का अधिकार नहीं पाया था, सिर्फ आंखों के सामने जो दिख रहा था वही हम कर पा रहे थे. एएसआई इस बार चीजों को छू भी रही है और जांच भी कर रही है. एक-दो दिन के अंदर जीपीआर आने वाला है. जीपीआर आने के बाद सब कुछ साफ हो जाएगा. एक्सपर्ट रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं. यह सारी चीजें हैं और इसी के साथ चीजों को तैयार किया जा रहा है. समय कब तक और कितना लगेगा यह एएसआई ही बता पाएगा. वह निर्धारित करना मुश्किल है. 4 सप्ताह का समय एएसआई ने मांगा है.
अनुपम ने बताया कि पूरी बिल्डिंग को एक बार में देखा जाना मुश्किल है इसलिए सेटेलाइट के जरिए उस पूरी बिल्डिंग का 3d इमैजिनेशन तैयार किया जा रहा है. इसके जरिए आज इस तकनीक का प्रयोग किया गया है जीपीआर तकनीक का इंतजार किया जा रहा है इससे बिल्डिंग को नुकसान नहीं पहुंचेगा. इसके जरिए कोई भी ओल्ड स्ट्रक्चर की जांच की जाती है बिना नुकसान पहुंचाए अंदर क्या है और हकीकत क्या है कब निर्माण हुआ सब कुछ सामने आ जाएगा. किसी तरह के कार्बन या केमिकल का यूज अभी नहीं किया गया है. आज सभी तरह की चाबियां हमें मिल गई है. मुस्लिम पक्ष ने आज सहयोग किया है. अंदर घुसने के बाद पूरी मैपिंग की गई है. आज एएसआई की टीम ने मुख्य मस्जिद का हिस्सा जिसे हॉल कहते हैं वहां की पूरी मैपिंग की गई है और जांच हुई है. इसके अलावा व्यास जी के तहखाने में भी आज दाखिल हुए हैं. वही, उन्होंने कहा कि अफवाहों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है, अंदर कोई मूर्तियां उसका अवशेष नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि अंदर किसी तरह का त्रिशूल नहीं मिला है. लोग तरह-तरह के अफवाह फैलाने का काम कर रहे हैं इसलिए अफवाहों पर ध्यान मत दीजिए. कार्रवाई बहुत बेहतर तरीके से चल रही है जो भी चीज मंदिर के अंदर उपस्थित है वह सामने आ जाएंगे. कल संडे है, कल भी कार्रवाई जारी रहेगी. सुबह 8:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक कार्रवाई होगी. सिर्फ 12:30 बजे से 2:30 बजे तक कार्रवाई बंद रहेगी भोजन और नमाज की वजह से.
वकीलों ने बताया कि शुक्रवार को मुस्लिम पक्ष के लोगों ने बिल्कुल सहयोग नहीं किया था. लेकिन, आज सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट निर्देश के बाद मुस्लिम पक्ष के लोगों की तरफ से पूरा सहयोग किया जा रहा है. तहखाने में भी टीम दाखिल हुई है. तहखाने में जो दीवार है उसके आसपास जमा मलबे को हटाने का काम करने के बाद अंदर पंखे लगवाए गए हैं और लाइट लगवाने के बाद उसके सर्वे का काम शुरू किया गया है.
हाईकोर्ट के आदेश के बाद वाराणसी में ज्ञानवापी परिसर के एएसआई सर्वे का काम शुक्रवार से शुरू हुआ था. ज्ञानवापी परिसर में एएसआई सर्वे की विशेष टीम असिस्टेंट डायरेक्टर आलोक कुमार त्रिपाठी और संजय महंती की निगरानी में सर्वे का काम कर रही है. कुल 61 लोगों की टीम की लिस्ट में शुक्रवार को 33 लोग एएसआई से, जबकि 16 लोग हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्ष मिलाकर सर्वे में मौजूद रहे थे. आज सुबह 9 बजे से सर्वे फिर से शुरू हुआ था. एएसआई की टीम आज कई तरह के केमिकल भी लेकर आई है. एक गाड़ी में केमिकल और कुछ विशेष तरह के पेपर लोड हैं. शुक्रवार को सर्वे की कार्यवाही में मैपिंग ग्राफिक और रडार मशीनों को इंस्टॉल करने का काम परिसर में किया गया.
हिंदू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन और मुस्लिम पक्ष के अधिवक्ता मोहम्मद मुमताज सुबह ज्ञानवापी पहुंचे. पहले दिन की कार्यवाही के बाद आज दूसरे दिन मुस्लिम पक्ष भी इसमें शामिल होने पहुंचा. उनके वकील और कमेटी के लोग भी शामिल होने के लिए पहुंचे हैं. शुक्रवार की कार्यवाही में अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन शामिल नहीं हुए थे. आज विष्णु शंकर जैन ने बातचीत करते हुए कहा कि सर्वे की कार्यवाही शुरू हो गई है. यह बड़ी बात है साइंटिफिक तरीके से सर्वे की कार्यवाही आगे बढ़ाई जा रही है. पहले दिन मैपिंग और इमेजिंग का काम किया गया और साफ-सफाई हुई. आज जीपीआर तकनीक के जरिए जांच करने की कार्यवाही आगे बढ़ाई जा सकती है. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुस्लिम पक्ष भी अब शामिल होगा. सर्वे जल्द से जल्द पूरा हो यह प्रयास है. उन्होंने कहा कि सर्वे 4 सप्ताह में पूरा होता है या उसके पहले यह एएसआई टीम निर्धारित करेगी. लेकिन, हमारे प्रयासों से काम शुरू हो गया है.
आज हो रहे सर्वे की कार्यवाही के बीच मुस्लिम पक्ष के वकील मुमताज कुछ देर के लिए बाहर निकले. उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अंदर सर्वे की कार्यवाही चल रही है और वह पूर्णतया संतुष्ट हैं. उन्होंने बताया कि जो कार्यवाही शुक्रवार को हुई थी, उसमें सिर्फ और सिर्फ कागजी कार्यवाही पूर्ण की गई. अब तक अंदर सिर्फ मैपिंग और चीजों को आंखों से देखकर उनकी लिस्ट तैयार करने और स्केच का काम किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के मुताबिक, वह न मिट्टी का सैंपल ले सकते हैं न कोई पत्थर का टुकड़ा या कोई अन्य चीज. खुदाई का काम बिल्कुल नहीं कर सकते हैं. उन्होंने कहा जो भी काम हो रहा है, उसमें किसी का हस्तक्षेप नहीं है. कोई न उनको कुछ बता रहा है, न उनसे कोई कुछ पूछ रहा है. टीम अपने मुताबिक, कार्य कर रही है. उसी के मुताबिक कार्यवाही आगे बढ़ रही है. वकील मुमताज का कहना है कि तहखाने को खोलने के लिए आज कहा गया है. अभी परिसर में ऊपर की कार्यवाही हो रही है. नीचे टीम तहखाने में जा सकती है. जांच करने के लिए अभी तक कोई मशीन का प्रयोग नहीं किया गया है. मशीनें अंदर मौजूद हैं. जरूरत पड़ने पर उसकी भी मदद ली जाएगी. उन्होंने कहा कि कार्यवाही से संतुष्ट हैं. अंदर कमेटी से 3 लोग मौजूद हैं. इनमें दो वकील और एक सचिव शामिल है.
मस्जिद के केयरटेकर एजाज अहमद ने आज मस्जिद ताला खोला. इसके बाद एएसआई की टीम मस्जिद के अंदर प्रवेश हुई. वजूखाने को छोड़कर आज मस्जिद के अंदर भी सर्वे की कार्यवाही होगी. गत दो दिन तक मस्जिद का रकबा नंबर 9130 के बैरिकेटेड एरिया में सर्वे की कार्यवाही हो रही थी. ज्ञानवापी के पुरातत्व सर्वेक्षण की कार्यवाही में आज मुस्लिम पक्ष के दो वकील समेत तीन पैरोकार सहयोग कर रहे हैं. इसमें मुमताज़ अहमद और मोहम्मद एखलाक अहमद वकील हैं.
दरअसल, एएसआई की टीम शुक्रवार सुबह 7 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक परिसर में जांच का काम कर रही थी. इस दौरान दोपहर में 12:30 से 2:30 तक सर्वे का काम रोका गया था. क्योंकि, शुक्रवार जुम्मा का दिन था. नमाज की वजह से सर्वे की कार्यवाही रोकने के बाद लगभग 3 बजे से यह पुनः शुरू की गई थी. सर्वे के बाद वादी महिलाओं ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि वह सर्वे के कार्य से बेहद खुश हैं और वह जहां बोल नहीं है, वहां टीम पहुंचकर सर्वे का काम कर रही है. लेकिन, शुक्रवार को मस्जिद परिसर में दाखिल होने के लिए अंदर की चाबी और तहखाने की चाबी मुस्लिम पक्ष की तरफ से नहीं दी गई थी.
हालांकि, इस बारे में संयुक्त सचिव मसाजिद कमेटी मोहम्मद यासीन का कहना है कि उनसे चाबी मांगी ही नहीं गई थी. फिर भी उन्होंने मदद की है. हालांकि, अब कल सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कमेटी के लोग भी मदद करने के लिए तैयार हो गए हैं. शुक्रवार को हुए सर्वे में मसाजिद कमेटी का कोई भी सदस्य शामिल नहीं हुआ था. लेकिन, माना जा रहा है कि आज से सर्वे में कमेटी के सदस्य भी शामिल होंगे और सर्वे में पूरा सहयोग भी करेंगे. फिलहाल, 9 बजे सुबह से जीपीआर तकनीक के जरिए सर्वे की कार्रवाई शुरू की जाएगी.
सर्वे की कार्यवाही के दौरान अंदर मौजूद अन्य सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को टीम के सदस्यों ने कार्बन कागज पर कलाकृतियों की आकृति उतारने के अलावा स्केच बनाकर रडार मशीनों के नेटवर्क को तलाशते हुए जमीनों पर इसका प्रयोग किया था. शनिवार को ग्लोबल पेनिट्रेटिंग रडार यानी जीपीआर तकनीक का प्रयोग करते हुए स्ट्रक्चर की जांच करने का काम किया जाएगा. शुक्रवार को टोपोग्राफी विधि के जरिए भी जांच करने का काम किया गया था. आज इस जांच को आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा. माना जा रहा है कि आज भी दोपहर 1 घंटे के लिए सर्वे का काम रोका जा सकता है. क्योंकि, टीम के मेंबर कुछ देर आराम करने के साथ ही लंच भी लेते हैं.
फिलहाल, आज भी लगभग 45 लोगों को अंदर प्रवेश की अनुमति दी जाएगी. इसमें 32 से ज्यादा सदस्य एएसआई टीम के हैं. सर्वे को देखते हुए पूरे वाराणसी में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं. सिर्फ ज्ञानवापी परिसर और विश्वनाथ मंदिर के आसपास सुरक्षा के लिए जबरदस्त टीम तैनात की गई है. इसमें लोकल पुलिस के साथ पैरा मिलिट्री के जवान भी शामिल हैं.
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