मोहाली: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के कोलका गांव में गोबिंद सागर झील में डूबने से पंजाब के 7 युवकों की मौत हो गई. सभी के शवों को बरामद कर लिए गए हैं. शवों के पोस्टमार्टम के लिए ऊना के सरकारी अस्पताल भेज दिया गया है. पोस्टमॉर्टम के बाद आज शवों को परिजनों को सौंप दिए जाएंगे. इस हादसे के बाद पंजाब के बनूर में मातम छाया है.
माता नैना देवी के दर्शन के लिए गए थे: स्थानीय वर्तमान पार्षद ने बताया कि ये लोग बनूर शहर से माता नैना देवी के दर्शन के लिए गए थे. भीड़ अधिक होने के कारण युवकों ने सोचा कि वे पहले बाबा बालक नाथ मंदिर जाएंगे और वापस लौटते समय नैना देवी के दर्शन करेंग. लेकिन, रास्ते में वे गोविंद सागर झील के पास पहुंचे और नहाने के लिए वहीं रूक गए.
बताया जाता है कि एक युवक नहाने के लिए झील में कूद गया और डूबने लगा. उसे बचाने के लिए दूसरे सभी 6 अन्य ने भी झील में छलांग लगा दी. पानी के तेज बहाव के चलते वे खुद को नहीं संभाल पाये और सभी डूब गये. मृतक गोबिंद सागर झील में डूबे सभी युवक पंजाब के मोहाली जिले के बनूर इलाके के रहने वाले बताए जा रहे हैं. मरने वालों में रमन, पवन, अरुण, लव, लखवीर, विशाल और शिव शामिल हैं. सभी मृतकों के परिवार दिहाड़ी मजदूरी करते हैं.
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नेताओं ने जताया दुख: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान, अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और कांग्रेस राजा वारिंग और कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस घटना पर गहरा दुख जताया है. हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ट्वीट कर इस हादसे पर गहरा दुख जताया है.
बता दें कि पंजाब के लोग बड़ी संख्या में बाबा गरीबनाथ मंदिर के दर्शन करने आते हैं. यह गोबिंद सागर झील के बीच में स्थित है. जिले में बारिश के चलते प्रशासन ने लोगों को नालों के पास न जाने की हिदायत दी है. फिर भी लोग नदी नालों के पास जाने से बाज नहीं आते हैं.