जोधपुर. बदमाशों के बीच आपसी रंजिश के चलते बुधवार को जैसलमेर बाईपास स्थित वीतराग सिटी के पास दो गुट आमने-सामने हो गए. इस दौरान एक दूसरे पर चार से पांच राउंड फायरिंग की. इसमें एक हिस्ट्रीशीटर राकेश मांजू पुत्र रूपाराम विश्नोई को गोली लगी है, जिसका उपचार मथुरा दास माथुर अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है. बताया जा रहा है कि हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह नांदिया ने अपने लोगों के साथ मिलकर मांजू पर फायरिंग की.
राकेश मांजू के गर्दन के नीचे गोली लगने से उसकी स्थित गंभीर बनी हुई है. बदमाश उसे मरा हुआ समझकर भाग गए थे. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मांजू को उठाया और अस्पताल लेकर गई. एमडीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. विकास राजपुरोहित ने बताया कि उसे गंभीर हालत में यहां लाया गया और उपचार चल रहा है. इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ खुद मौके पर पहुंचे. उन्होंने हालात का जायजा लिया और बदमाशों को पकड़ने के लिए अधिकारियों को निर्देशित कर टीमें बनाकर भेजा गया. बताया जा रहा है कि विक्रम अपने चाचा कैलाश मांजू, जिसका परिवार वितराग सिटी में रहता है, उससे मिलने आया था. मिलकर जब वह घर से बाहर निकला तो उस पर फायरिंग की गई.
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2021 में शिवरात्रि पर विक्रम को मारी थी गोली : विक्रम सिंह नांदिया और कैलाश मांजू के बीच पुरानी रंजिश चल रही है. राकेश कैलाश मांजू का भतीजा है. साल 2021 में शिवरात्रि के दिन डाली बाई सर्किल के पास मिठाई की दुकान पर जब विक्रम आया था, उस दौरान वहां राकेश मांजू और उसके गुर्गों ने फायरिंग की थी. घायल अवस्था में ही विक्रम अपनी गाड़ी भगाकर राजीव गांधी थाने के पास लेकर गया था.
उसके पीठ के नीचे गोली लगी थी, जिसे बाद में एमडीएम में भर्ती करवाया गया था. इसके बाद से दोनों गुटों में लगातार रंजिश बढ़ती गई. उस घटना के एक महीने बाद पुलिस ने राकेश मांजू को गुजरात के डीसा से गिरफ्तार कर लिया था. बताया जा रहा है कि वह इन दिनों जमानत पर बाहर आया हुआ था. विक्रम सिंह और कैलाश मांजू के बीच पुरानी अदावत है, जो लंबे समय से चल रही है, जिसके चलते दोनों गुट कई बार आपस में भिड़ चुके हैं.