नई दिल्ली/गाजियाबाद : किसान आंदोलन 11 महीने से जारी है. गाजीपुर बॉर्डर के साथ ही कई सीमाओं पर हजारों किसानों का जमावड़ा लगा हुआ है. पुलिस ने बैरिकेडिंग करके रास्ता बंद कर दिया है. बीते दिन गाजीपुर और टीकरी बॉर्डर पर बैरिकेडिंग हटाने का काम पुलिस ने शुरू किया है. लेकिन गाजियाबाद में लगी बैरिकेडिंग फिलहाल नहीं हटाई जाएगी. एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह का कहना है कि बैरिकेडिंग किसानों की सुरक्षा के लिए लगाया गया है. इसलिए बैरिकेडिंग को तब तक नहीं हटाया जाएगा, जब तक किसान यहां से चले नहीं जाएंगे.
बीते दिन गाजियाबाद और दिल्ली की सीमा पर लगे बैरिकेड्स दिल्ली पुलिस ने हटा दिए, लेकिन यूपी पुलिस की बैरिकेडिंग गाजीपुर बॉर्डर से करीब डेढ़ किलोमीटर पहले अभी तक लगी हुए है. किसान आंदोलन को देखते हुए यहीं से ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है. पुलिस का कहना है कि किसान गाजीपुर बॉर्डर पर यूपी की सीमा में बैठे हुए हैं. लिहाजा उनकी सुरक्षा और कानून-व्यवस्था यूपी पुलिस की जिम्मेदारी है. गाजीपुर बॉर्डर से करीब 1 किलो मीटर पहले पुलिस ने नेशनल हाइवे और उसके निचले हिस्से पर बैरिकेड्स लगाए हैं. लोगों को कल तक यही लग रहा था कि गाजीपुर बॉर्डर खुल गया है, लेकिन गाजियाबाद पुलिस ने स्थिति को पूरी तरह से साफ कर दिया है. यानी फिलहाल तो गाजीपुर बॉर्डर से दिल्ली की राह आसान नहीं है.
ये भी पढ़े-पेट्रोल-डीजल के बढ़े भाव, बैलगाड़ी के लौटे दिन! जानिए कहां
रास्ता खोलने के मामले की सुप्रीम कोर्ट में 7 दिसंबर को सुनवाई होनी है. इससे पहले किसान नेता राकेश टिकैत कह चुके हैं, कि हमारा जवाब तैयार है. हम सुप्रीम कोर्ट में यही बताएंगे कि रास्ता दिल्ली पुलिस ने रोका है, लेकिन जब दिल्ली पुलिस ने बैरिकेड हटा दिए हैं, तो उसके बाद से लेकर अब तक राकेश टिकैत का इस बात को लेकर कोई जवाब नहीं आया है. सिर्फ उन्होंने इतना ही कहा है, कि दिल्ली की तरफ से बैरिकेड हटने पर किसान दिल्ली जाएंगे.