भदोही : कृषि कानूनों के निरस्त कराने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले की राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने सराहना की है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने इन कानूनों के बारे में किसानों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे विफल रहे. किसान आंदोलनरत थे. अपनी जिद्द में थे. इसलिए कृषि कानूनों को वापस लेना ही उचित समझा गया.
साथ ही उन्होंने यह कहा कि आवश्यक पड़ने पर इस कानून को वापस लाया जा सकता है. लेकिन अब केंद्र सरकार ने सही कदम उठाया है.
वहीं, उन्नाव में सांसद साक्षी महाराज ने भी कहा कि बिल बनते हैं, बिगड़ते हैं और फिर वापस आ जाते हैं. तीनों कृषि कानून वापस लेने का पीएम मोदी ने ऐलान कर मंच से पाकिस्तान जिंदाबाद, खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वालों के गलत मंसूबों पर पानी फेर दिया है.
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने राष्ट्र और बिल दोनों में से राष्ट्र को चुना है. कानून वापस लेने के फैसले का उत्तर प्रदेश के चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है. उत्तर प्रदेश में भाजपा 300 से ज्यादा सीटों से जीत हासिल करेगी.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुनानक की जयंती के मौके पर राष्ट्र को संबोधित करने के दौरान कृषि कानूनों को निरस्त करने का ऐलान किया. इस फैसले की जहां एक तरफ राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र भाजपा सांसद साक्षी महाराज और राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने पीएम मोदी की सराहना की. वहीं, कृषि कानून की वापसी को लेकर दिये बयानों से किसानों के आंदोलन खत्म कराने में अड़चनें आ सकती हैं.