अयोध्या: मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की पावन नगरी अयोध्या में 22 जनवरी को प्रस्तावित भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की तैयारी अयोध्या में अंतिम दौर में है. मंदिर के निर्माण कार्य के साथ ही पूरी अयोध्या को सजाने संवारने का काम तीव्र गति से चल रहा है. इस आयोजन को विश्व स्तरीय बनाने के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अलावा स्थानीय प्रशासन प्रदेश और केंद्र सरकार भी पूरी तरह से कृत संकल्पित है.
इस पूरे आयोजन का खर्च श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट स्वयं वहन कर रहा है. ट्रस्ट द्वारा आमंत्रित अतिथियों के आगमन उनके रहने खाने की सुविधा को लेकर सभी व्यय श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट राम भक्तों के सहयोग से कर रहा है. बावजूद इसके इस पुण्य प्रणीत कार्य के नाम पर ठगी करने का एक नया मामला सामने आया है.
श्री राम जन्मभूमि मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के नाम पर सोशल मीडिया में कुछ रसीदें वायरल हो रही हैं. जिसमें श्री राम प्राण प्रतिष्ठा समिति अंकित है और इस रसीद के जरिए लोगों से धन उगाही करने का भी मामला सामने आया है. हालांकि, यह तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल है और अभी तक किसी ने धन उगाही करने को लेकर कोई शिकायत नहीं की है. लेकिन, सोशल मीडिया में वायरल रसीद पूरी तरह से फर्जी है.
ट्रस्ट की ओर से कहा गया है कि आयोजन के लिए ट्रस्ट की ओर से कोई रसीद नहीं काटी जा रही है. जिन राम भक्तों की आस्था है, वह स्वयं आर्थिक या अन्य प्रकार का सहयोग ट्रस्ट कार्यालय में लाकर दे जा रहे हैं. जिसके लिए ट्रस्ट द्वारा उन्हें अधिकृत रसीद उपलब्ध कराई जा रही है. बाकी देश के किसी राज्य में किसी शहर में किसी भी व्यक्ति या किसी संस्था को मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के नाम पर चंदा लेने का अधिकार नहीं है.
जबकि सोशल मीडिया में वायरल रसीद में श्री राम प्राण प्रतिष्ठा समिति अयोध्या प्रांत राजस्थान दर्ज है. जिसके आधार पर आशंका जताई जा रही है कि भोले भाले राम भक्तों से अवैध रूप से धन उगाही कथित लोग कर सकते हैं. हालांकि ईटीवी भारत वायरल तस्वीर की पुष्टि नहीं करता.