नई दिल्ली : भारतीय निर्वाचन आयोग (ECI) की मेजबानी में सोमवार को चुनाव प्रबंधन निकायों की भूमिका, रूपरेखा और क्षमता विषय पर 31 अक्टूबर से दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है. सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार करेंगे.
इस सम्मेलन में अर्मेनिया, मॉरीशस, नेपाल, काबो वर्डे, ऑस्ट्रेलिया, चिली, माइक्रोनेशिया के संघीय राज्य, यूनान, फिलीपींस, साओ टोमे और प्रिंसिपे, अमेरिका और तीन अंतरराष्ट्रीय संगठनों, आईएफईएस, अंतरराष्ट्रीय आइडिया सहित 11 देशों के ग्यारह निर्वाचन निकायों की ओर से लगभग 50 प्रतिभागियों के शामिल होंगे.
सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम ( UNDP) और इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डेमॉक्रेसी एवं इलेक्टोरल एसिस्टेंस (इंटरनेशनल आईडीईए) जैसे कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों को भी आमंत्रित किया गया है. बताया जाता है कि सम्मेलन के पहले दिन दो सत्रों में चुनाव की निष्पक्षता सुनिश्चित करने में निर्वाचन निकायों को अपने यहां अपनी भूमिका और कानूनों के अंतर्गत वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों के विषय में चर्चा होगी. भारत में अमेरिका के प्रभारी राजदूत भी सम्मेलन को संबोधित करेंगे.
निर्वाचन निकायों के सामने आने वाली 'वर्तमान चुनौतियों' पर पहले सत्र की सह-अध्यक्षता मॉरीशस और नेपाल के चुनाव आयुक्त करेंगे. सत्र में मेक्सिको, चिली, नेपाल और यूनान के चुनाव अधिकारियों की प्रस्तुतियां होंगी. 'भविष्य की चुनौतियों' पर दूसरे सत्र की सह-अध्यक्षता अंतर्राष्ट्रीय आईडीईए और यूनान के चुनाव निदेशालय के प्रमुख करेंगे.
बता दें कि यह आयोजन ईसीआई चुनावों की निष्पक्षता पर कुछ चुनिंदा देशों के एक समूह का नेतृत्व करता है. इस समूह का गठन दिसंबर, 2021 में 'लोकतंत्र के शिखर सम्मेलन' के प्रस्तावों के आधार पर किया गया है.
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