ग्वालियर : मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सेंट्रल जेल में एनएसयूआई (NSUI) के जिला अध्यक्ष शिवराज यादव से मुलाकात की. NSUI जिला अध्यक्ष शिवराज यादव सब इंस्पेक्टर (SI) की हत्या के प्रयास के आरोप में जेल में बंद हैं. दिग्विजय सिंह की मुलाकात का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. जेल में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की वीआईपी मुलाकात पर बवाल खड़ा हो गया. मुलाकात को लेकर गृह मंत्रालय ने रिपोर्ट मांगी है. मामले में जांच के आदेश भी दिए गए हैं.
पूरे मामले पर एक नजर : मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सोमवार को ग्वालियर पहुंचे थे. यहांं वह सेंट्रल जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा, विधायक प्रवीण पाठक सहित कार्यकर्ताओं के साथ जेल पहुंचे. जेल में बंद एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष शिवराज यादव को जेलर के केबिन में बुलाकर मुलाकात कर पीठ थपथपाई. मुलाकात का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सरकार तक पहुंच गया. इसके बाद गृह मंत्रालय ने इस वीआईपी मुलाकात को लेकर जेल विभाग के डीजी अरविंद कुमार को तलब किया और रिपोर्ट मांगी है.
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प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके @digvijaya_28 जी का जेल के अंदर की तस्वीर वायरल करना बताता है कि कानूनी नियम-प्रक्रियाओं के प्रति उनकी क्या धारणा है?
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इस मामले में #Gwalior जेल के सुपरिटेंडेंट मनोज कुमार साहू को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए निलंबित करने का निर्णय लिया गया है। pic.twitter.com/pAEK6YUkHB
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— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) April 12, 2022
इस मामले में #Gwalior जेल के सुपरिटेंडेंट मनोज कुमार साहू को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए निलंबित करने का निर्णय लिया गया है। pic.twitter.com/pAEK6YUkHBप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके @digvijaya_28 जी का जेल के अंदर की तस्वीर वायरल करना बताता है कि कानूनी नियम-प्रक्रियाओं के प्रति उनकी क्या धारणा है?
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) April 12, 2022
इस मामले में #Gwalior जेल के सुपरिटेंडेंट मनोज कुमार साहू को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए निलंबित करने का निर्णय लिया गया है। pic.twitter.com/pAEK6YUkHB
जलता हुआ पुतला फेंकने का आरोप : 4 महीने पहले फूलबाग चौराहे पर सरकार के खिलाफ एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष शिवराज यादव सहित कई कार्यकर्ता पुतला दहन कर रहे थे. पुतला दहन करते समय एक सब इंस्पेक्टर बुरी तरह झुलस गया था. सब इंस्पेक्टर का आरोप था कि, जान से मारने के लिए जलता हुआ पुतला फेंका गया, जिससे वह पूरी तरह झुलस गया. बाद में पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्जकर शिवराज यादव सहित कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया था.