नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यहां सोमवार को राज्य पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के प्रमुखों के साथ बैठक में हाल में जम्मू कश्मीर में आम नागरिकों की हत्या समेत सुरक्षा से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया, 'शाह ने यहां खुफिया ब्यूरो (आईबी) मुख्यालय में 'राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति सम्मेलन' के समापन सत्र की अध्यक्षता की और इस संबंध में विस्तार से चर्चा की.' बैठक में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के डीजीपी और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) के प्रमुखों ने भाग लिया.
प्रवक्ता ने बताया, 'सम्मेलन में विभिन्न आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया गया और उनसे मजबूती से निपटने के तरीकों पर चर्चा की गई.' आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बैठक में देश में समग्र सुरक्षा स्थिति और कश्मीर में आम नागरिकों को निशाना बनाकर की गई हत्या की हालिया घटनाओं सहित कानून व्यवस्था के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई.
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इस महीने जम्मू-कश्मीर में आम नागरिकों को निशाना बनाकर की गई गोलीबारी में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है. रविवार को आतंकवादियों ने दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में बिहार के मजदूरों के घर में घुसकर दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी और एक को घायल कर दिया था.
भारत के खिलाफ पाक की नई रणनीति !
जम्मू-कश्मीर में अशांति को लेकर ईटीवी भारत से बात करते हुए, ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त), बीके खन्ना ने कहा कि नागरिकों पर किए जा रहे आतंकी हमले भारत को अस्थिर करने के लिए पाकिस्तान की एक नई रणनीति है. उन्होंने कहा कि 'नागरिकों को मारना पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों की एक नई रणनीति है. यह सर्वविदित तथ्य है कि आईएसआई इन सभी हिंसक गतिविधियों को भड़का रही है.'
हालात सामान्य करने को लेकर ब्रिगेडियर खन्ना ने सुझाव दिया कि लंबे समय तक आतंकवादियों के खिलाफ सख्त सैन्य कार्रवाई के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में विकास गतिविधियां भी जारी रहनी चाहिए.
ब्रिगेडियर खन्ना ने कहा कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद, पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में परेशानी पैदा करने की ताक में है. यही कारण है कि वे सॉफ्ट टारगेट (नागरिकों) को निशाना बनाने की नई रणनीति अपना रहे हैं. अगर लगातार विकास होता है तो आतंकवादी युवाओं को नहीं लुभा सकेंगे.
सूत्रों ने बताया कि बैठक में गृह मंत्री ने नक्सल प्रभावित विभिन्न राज्यों में माओवादियों (एलडब्ल्यूई) के मौजूदा परिदृश्य की भी समीक्षा की और देश भर में आतंकी मॉड्यूल के भंडाफोड़ पर चर्चा की. यह बैठक छह महीने में एक बार शीर्ष पुलिस अधिकारियों से मुलाकात को लेकर गृह मंत्री द्वारा शुरू की गई कवायद का हिस्सा है.
(पीटीआई-भाषा)