अयोध्या: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में नवनिर्मित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में श्रीरामलला का प्राण-प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को प्रस्तावित है. भगवान श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की तैयारी में जुटे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 11 नवंबर को आयोजित दीपोत्सव कार्यक्रम एक रिहर्सल के रूप में रहा. यहां आने वाले दिनों में पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या के साथ ही राम मंदिर में दर्शन के लिए भीड़ के आकलन और व्यवस्था को लेकर ट्रस्ट का ट्रायल सफल रहा. साथ ही जन्मभूमि पथ के जरिए ही बड़ी संख्या में सुगमता से राम भक्तों को दर्शन उपलब्ध कराया गया.
दीपोत्सव कार्यक्रम में पहुंचे लाखों श्रद्धालु
रामनगरी अयोध्या में इस वर्ष आयोजित दीपोत्सव में दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बड़ा इजफा हुआ है. दीपोत्सव के दौरान अयोध्या में होने वाले आयोजन को देखने के साथ ही राम मंदिर निर्माण को भी लगभग 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किया. इस बार दर्शन मार्ग पर टोलियां बनाकर राम भक्तों को दर्शन कराया गया. यहां अलग-अलग चेक प्वाइंट पर उन्हें रोका गया, जिसकी वजह से भीड़ का दबाव नहीं बन पाया. बता दें कि राम जन्म परिसर में भव्य मंदिर निर्माण का कार्य चल रहा है और अगले वर्ष 22 जनवरी 2024 में राम मंदिर में रामलला विराजमान भी हो जाएंगे. इसके पहले बन रहे भव्य मंदिर को देखने के लिए देश भर के राम भक्त मंदिर को देखने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु अलग-अलग तिथियों में पहुंचे थे.
10 नवंबर से से 14 नवंबर के बीच दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या
अयोध्या में आयोजित दीपोत्सव कार्यक्रम 2023 में 10 नवंबर से लेकर 14 नवंबर तक राम भक्तों की भारी संख्या में भीड़ रही. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक दीपोत्सव के दौरान किस तिथि में कितने श्रद्धालुओं ने राम मंदिर का दर्शन किया है. इसके बारे में जानकारी दी गई. 10 नवंबर को 19667 श्रद्धालु, 11 नवंबर को 27891 श्रद्धालु, 12 नवंबर को 24176 श्रद्धालु, 13 नवंबर को 37075 श्रद्धालु और 14 नवंबर को 54807 की संख्या में श्रद्धालु राम जन्मभूमि परिसर पहुंचे और अस्थाई मंदिर में विराजमान रामलला का दर्शन किया.
विश्व हिंदू परिषद मीडिया प्रभारी ने बताया
इसको लेकर विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी के रूप में कार्य कर रहे शरद शर्मा ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं को जांच के उपरांत ही परिसर में जाने की अनुमति दी जाएगी. इसी तरह दीपोत्सव में भी जांच के उपरांत लोगों को परिसर में जाने की अनुमति दी गई. उन्होंने बताया कि अयोध्या में एक नई परंपरा बन गई है, जिसका निर्वाह लोग कर रहे हैं. बीते कुछ दिनों से राम नगरी में भारी संख्या में भीड़ बढ़ रही है. 22 जनवरी को सीमित संख्या में ही राम जन्मभूमि परिसर में श्रद्धालुओं के दर्शन कार्यक्रम को संपन्न किया जाएगा.
दीपोत्सव में उमड़ी थी भीड़
रामलला के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि राम मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की जानकारी राम भक्तों को है, लेकिन उसके पहले भव्य दीपोत्सव भारत के साथ ही दुनिया भर के लिए आकर्षण का केंद्र रहा. इस आयोजन के दौरान राम जन्मभूमि परिसर में बने दिव्य मंदिर को भी राम भक्तों को दिखाया गया. जिसको लेकर लोगों में श्रद्धा बढ़ी और लाखों की संख्या में लोग अयोध्या पहुंच रहे हैं. यहां आने वाले दिनों में राम भक्तों की संख्या तेजी से बढ़ेगी.