सियोल : उत्तर कोरिया के प्रमुख किम जोंग उन ने हंसने, शराब पीने और शॉपिंग करने पर 11 दिनों का बैन लगा दिया है. अपने पिता किम जोंग इल की 10वीं पुण्यतिथि पर शोक जाहिर करने के लिए किम जोंग ने यह विचित्र प्रतिबंध लगाया है. सरकारी आदेश के अनुसार, इस समयावधि में कोई भी उत्तर कोरियाई नागरिक अपने खास की मौत के बाद जोर-जोर से रो भी नहीं सकेंगे. साथ ही शव की अंत्येष्टि भी इस दौरान नहीं कर पाएंगे. इस दौरान जन्मदिन सेलिब्रेट करने पर भी रोक लगा दी गई है. यदि कोई नागरिक इन 11 दिनों के दौरान इस प्रकार की गतिविधियों में शामिल पाया जाता है तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
उत्तर कोरिया के रोडोंग सिनमुन अखबार के संपादकीय के माध्यम से सरकार ने लोगों से कहा है कि उन्हें आदरणीय कॉमरेड किम जोंग उन के पीछे एकजुट होकर एकता को मजबूत करने का हर संभव प्रयास करना चाहिए. मीडिया रिपोटर्स के मुताबिक, उत्तर कोरिया में किम जोंग इल के शासन के दौरान भी शोक मनाने यही तरीका लोगों पर थोपा गया था. किम जोंग उन के आदेश के तहत लोगों को उदास दिखना भी होगा. उन्हें अपने घरों में शराब से तौबा करनी होगी. अगर इसकी जानकारी पुलिस को लगी तो उन्हें सख्त सजा दी जाएगी.
बता दें कि तानाशाह किम जोंग इल ने 1994 ने उत्तर कोरिया के शासन की कमान अपने हाथ में ली थी. वह सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी के महासचिव और राष्ट्रीय रक्षा आयोग के अध्यक्ष रहे. वह 2006 में उस समय सुर्खियों में आए, जब उत्तर कोरिया ने उनके नेतृत्व में में पहला परमाणु परीक्षण किया. सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी के महासचिव और राष्ट्रीय रक्षा आयोग के अध्यक्ष रहे किम जोंग इल ने मानव अधिकारों का हनन करते हुए उत्तर कोरिया में पाबंदियां लगाईं.
उन्होंने 2011 तक उत्तर कोरिया पर शासन किया था. वर्ष 2011 में दिल का दौरा पड़ने से 69 वर्ष की उम्र में किम जॉन्ग-इल का देहांत हुआ था. उनकी मौत होने के बाद उनके तीसरे बेटे किम जोंग उन उत्तर कोरिया की सत्ता पर कब्जा कर लिया. अपनी पिता की मौत के बाद बेटे किम जोंग उन ने हर नागरिक को आंसू के साथ रोने के लिए मजबूर किया था.
किम जोंग उन अपने पिता की तरह ही तानाशाह और सनकी पर्सनैलिटी के लिए मशहूर है. 1948 के बाद से ही उत्तर कोरिया में किम परिवार शासन कर रहा है. उत्तर कोरिया में लोगों को जन्म से ही किम इल सुंग और किम जोंग इल का सम्मान करना सिखाया जाता है.
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