महोबा : कभी दलित दूल्हे को घोड़ी पर बैठने की पाबंदी लगाई जाती है तो कभी दलित ग्राम प्रधान को हाथ से पकड़ कर कुर्सी से नीचे उतार दिया जाता है. बुंदेलखंड के महोबा में एक के बाद एक भेदभाव और जात-पात के मामले सामने आ रहे हैं. इस पिछड़े इलाके में एक बार फिर एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने जाहिर कर दिया है कि आज भी सामंतवादी सोच के लोग अपने से छोटी जाति के लोगों को अपने बराबर देख कुछ भी करने पर उतारू हो जाते हैं. शहर कोतवाली क्षेत्र के बरात पहाड़ी इलाके का रहने वाला एक परिवार जिलाधिकारी की चौखट पर पहुंचकर अपने साथ हो रहे भेदभाव की शिकायत की है.
लोधी जाति के पीड़ित बुजुर्ग रतनलाल जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर अपने साथ हो रहे भेदभाव की शिकायत जिलाधिकारी से की है. रतनलाल घुटनों की बीमारी के कारण ज्यादा देर खड़े नहीं हो पाते हैं. रतनलाल बताते हैं कि वह अपने घर के बाहर कुर्सी डालकर बैठते हैं, जिसको लेकर गांव के ही एक सवर्ण जाति के राजकुमार अवस्थी को ऐतराज है. रतनलाल का कहना है कि वह अपने घर में कुर्सी पर बैठा हुआ था तभी राजकुमार दरवाजे पर पहुंचा और कहा कि मेरे यहां से निकलते ही कुर्सी से उठ जाया करो, या कुर्सी लेकर अंदर चले जाया करो. ऐसा नहीं करोगे तो तुम्हें और तुम्हारे बेटे को मार डालूंगा.
दबंग द्वारा धमकाए जाने पर स्नातक तक पढ़े पीड़ित के पुत्र रक्षपाल व हरनाम ने इसका विरोध किया तो वह लड़ने पर आमादा हो गया. इसके बाद धमकाते हुए बोला कि तुम अन्य जाति से बड़े नहीं हो, जहां ब्राह्मण बैठे हैं वहां तुम नहीं बैठोगे. दबंग की दबंगई और धमकाने का वीडियो कैमरे में भी कैद हुआ है. रक्षपाल का कहना है कि हम पढ़े लिखे हैं और इज्जत से जीना चाहते हैं, लेकिन सामंतवादी सोच के लोग हमें नीचा मानते हैं. हमें छोटी जाति का समझकर हमारे साथ ऐसा व्यवहार हो रहा है. पीड़ित कहते हैं कि हमें डर है कि कहीं उनके साथ कोई अनहोनी न हो जाए. आरोपी के खिलाफ कई अपराधिक मुकदमे दर्ज बताए जा रहे हैं. इसके चलते परिवार डरा हुआ है.
पीड़ित परिवार के लोगों का कहना है कि उन्होंने डीएम को प्रार्थना पत्र देते हुए मांग की है कि या तो उन्हें ही जेल में बंद कर दिया जाए या आरोपी पर कोई कार्रवाई की जाए ताकि उनकी जान बच सके. जात-पात, ऊंच-नीच भेदभाव के बर्ताव और धमकी से सिर्फ यह परिवार न केवल परेशान है बल्कि गांव के अन्य छोटी जाति के लोग भी इस दबंग की करतूत से डरे हुए हैं. जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में जन सुनवाई अधिकारी का कार्य देख रहे सीएल साहू ने पीड़ित परिवार से शिकायती पत्र लेते हुए डीएम तक शिकायत पहुंचा कर आगे जांच और कार्रवाई की बात कही है.