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दारोगा का कारनामा, 2017 में गायब हुई केस डायरी अब तक नहीं पहुंची कोर्ट, आरोपी बरी

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Published : Aug 3, 2023, 11:57 AM IST

उन्नाव में एक दारोगा का कारनामा सामने आया है. उसने कोर्ट में केस डायरी न पहुंचा कर उसको गायब कर दिया. यह मामला 2017 का है. इसकी जानकारी होने पर अधिकारियों ने दारोगा ने खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

उन्नाव
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उन्नाव: हसनगंज कोतवाली में तैनात एक दारोगा का एक कारनामा सामने आया है. दारोगा 2017 में हसनगंज कोतवाली में तैनात था. उसने कोर्ट में दाखिल करने के लिए 72 मुकदमों से संबंधित केस डायरी कोतवाली से रिसीव की. लेकिन, उसने डायरी कोर्ट में नहीं पहुंचाई. 2017 से लेकर अब तक कोर्ट नहीं पहुंची केस डायरी के संबंध में जब पीड़ितों ने थाने स्तर पर पता लगाया तो पता चला कि केस डायरी थाने से गायब है. वह न ही कोर्ट पहुंची और न ही किसी ऑफिस. केस डायरी गायब होने का मामला जैसे ही प्रकाश में आया, वैसे ही पुलिस अधीक्षक उन्नाव ने संबंधित दारोगा पर मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू करा दी.

बता दें कि हसनगंज कोतवाली क्षेत्र में एक बार फिर एक दारोगा चर्चा का विषय बन गया. इस दारोगा ने फास्ट ट्रैक कोर्ट से भी ज्यादा तेजी से काम किया. नियमों को ताक पर रखकर 72 मुकदमों से संबंधित केस डायरी ही गायब कर दी. केस डायरी गायब होने से जो पीड़ित थे, उन्हें न्याय नहीं मिला. वहीं, जो आरोपी थे वह बरी हो गए. दारोगा का नाम दिनेश कुमार मिश्रा है, जो वर्तमान में महानगर थाना, लखनऊ कमिश्नरेट में तैनात है.

बता दें कि दारोगा ने हेड मुहर्रिर अशोक कुमार मिश्रा से 2017 में 72 मुकदमों से संबंधित केस डायरी कोर्ट में दाखिल करने के लिए ली थी. लेकिन, डायरी कोर्ट नहीं पहुंची. इस कारण जो पीड़ित थे, उनको न्याय ही नहीं मिल पाया. इसके बाद पीड़ितों ने इस संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली. फिर हसनगंज कोतवाली इंचार्ज राजेश सिंह ने इस मामले का संज्ञान लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया. इसके बाद उन्नाव पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शंकर मीणा ने उपरोक्त दारोगा दिनेश कुमार मिश्रा के ऊपर मुकदमा पंजीकृत करा कर कार्रवाई के लिए निर्देशित किया. वहीं, मीडिया से बात करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. संबंधित दारोगा के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी गई है. जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

यह भी पढ़ें: ज्ञानवापी का ASI सर्वे रहेगा जारी, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दी हरी झंडी

उन्नाव: हसनगंज कोतवाली में तैनात एक दारोगा का एक कारनामा सामने आया है. दारोगा 2017 में हसनगंज कोतवाली में तैनात था. उसने कोर्ट में दाखिल करने के लिए 72 मुकदमों से संबंधित केस डायरी कोतवाली से रिसीव की. लेकिन, उसने डायरी कोर्ट में नहीं पहुंचाई. 2017 से लेकर अब तक कोर्ट नहीं पहुंची केस डायरी के संबंध में जब पीड़ितों ने थाने स्तर पर पता लगाया तो पता चला कि केस डायरी थाने से गायब है. वह न ही कोर्ट पहुंची और न ही किसी ऑफिस. केस डायरी गायब होने का मामला जैसे ही प्रकाश में आया, वैसे ही पुलिस अधीक्षक उन्नाव ने संबंधित दारोगा पर मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू करा दी.

बता दें कि हसनगंज कोतवाली क्षेत्र में एक बार फिर एक दारोगा चर्चा का विषय बन गया. इस दारोगा ने फास्ट ट्रैक कोर्ट से भी ज्यादा तेजी से काम किया. नियमों को ताक पर रखकर 72 मुकदमों से संबंधित केस डायरी ही गायब कर दी. केस डायरी गायब होने से जो पीड़ित थे, उन्हें न्याय नहीं मिला. वहीं, जो आरोपी थे वह बरी हो गए. दारोगा का नाम दिनेश कुमार मिश्रा है, जो वर्तमान में महानगर थाना, लखनऊ कमिश्नरेट में तैनात है.

बता दें कि दारोगा ने हेड मुहर्रिर अशोक कुमार मिश्रा से 2017 में 72 मुकदमों से संबंधित केस डायरी कोर्ट में दाखिल करने के लिए ली थी. लेकिन, डायरी कोर्ट नहीं पहुंची. इस कारण जो पीड़ित थे, उनको न्याय ही नहीं मिल पाया. इसके बाद पीड़ितों ने इस संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली. फिर हसनगंज कोतवाली इंचार्ज राजेश सिंह ने इस मामले का संज्ञान लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया. इसके बाद उन्नाव पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शंकर मीणा ने उपरोक्त दारोगा दिनेश कुमार मिश्रा के ऊपर मुकदमा पंजीकृत करा कर कार्रवाई के लिए निर्देशित किया. वहीं, मीडिया से बात करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. संबंधित दारोगा के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी गई है. जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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