मेरठ: जनपद के थाना भावनपुर क्षेत्र में 11 हजार केवी की लाइन से डीजे टकराने से बड़ा हादसा हो गया. इस हादसे में बड़ी संख्या में कांवड़िए झुलस गए. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. डीएम दीपक मीणा के मुताबिक, हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई है, जबकि 16 लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं. वहीं, रविवार को एक और झुलसे शख्स की मौत हो गई. इससे मौतों की संख्या अब 6 हो गई है.
जानकारी के मुताबिक, शनिवार को डांक कांवड़ लेकर आ रहे कांवड़ियों का डीजे भावनपुर क्षेत्र के छिलौरा राली गांव में 11000 केवी की लाइन से टकरा गया. इससे पूरे डीजे और वाहन में करंट फैल गया. वहीं, वाहन पर सवार कई कांवड़िए गंभीर रूप से झुलस गए और पांच कांवड़ियों की मौत हो गई.
जैसे ही यह हादसा हुआ आसपास कोहराम मच गया. पुलिस ने झुलसी अवस्था में सभी को एम्बुलेंस की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया है. इसके अलावा पांच शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. वहीं, परिजनों को भी सूचना दे दी गई है. इस घटना से गांव में तनावपूर्ण माहौल है. मृतकों की शिनाख्त पप्पू, महेंद्र, सुरेश और लक्ष्मी आदि के रूप में हुई है. फिलहाल, घटनास्थल पर पुलिस प्रशासन मौजूद है. घटना के बाद आक्रोशित कांवड़ियों ने सड़क पर जाम लगा दिया. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत करने की कोशिश की.
एसपी देहात कमलेश बहादुर ने बताया कि अभी तक जो जानकारी प्राप्त हो रही है, उसके मुताबिक बिजली की लाइन का शटडाउन लिया हुआ था. इसके बावजूद हाईटेंशन लाइन में करंट आ गया. लाइन चालू हो गई और उसकी चपेट में वहां से गुजर रहा डीजे आ गया. इससे 16 लोग झुलस गए. वहीं, डीएम दीपक मीणा के मुताबिक, हादसे में पांच लोगों की मौत हुई है. वहीं, इस घटना को लेकर गांव में लोगों में गुस्सा है. ग्रामीणों का कहना है ट्राले में डीजे लगाकर डाक कांवड़ लाई जा रही थी. वह कांवड़ करीब 15 फीट ऊंची थी. मरने वालों में दो सगे भाई भी शामिल हैं. ग्रामीणों का कहना है कि ट्राले में करीब 30-35 लोग सवार थे. मौके पर पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारी पहुंच गए हैं. माना जा रहा है कि गम्भीर रूप से झुलसे लोगों में कई की हालत अभी भी गंभीर है.
हालांकि, ग्रामीणों की बात पर यकीन करें तो ग्रामीणों का कहना है कि जब गांव में डीजे हाईटेंशन की तार के नीचे से गुजर रहा था, उस वक्त उस पर 30 से 32 लोग सवार थे. बार-बार आग्रह किया गया था कि शटडाउन दे दिया जाए. ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने सोचा कि शटडाउन मिल गया है. लेकिन, शटडाउन नहीं दिया गया था. इसमें विद्युत विभाग की लापरवाही है, जिसकी वजह से इतना बड़ा हादसा हो गया. लाल गांव में लगातार समाजवादी पार्टी के नेता पहुंच रहे हैं. साथ ही एडीसी और आईजी समेत जिले के तमाम अधिकारी भी इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं. एडीजी और आईजी ने खुद अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना.
इस हादसे के संबंध में डीएम दीपक मीणा का कहना है कि अब तक 5 लोगों की मौत हुई है. 2 की हालत ठीक है, जबकि 3 की हालत गम्भीर बनी हुई है. उपचार चल रहा है.
यह भी पढ़ें: ऋषिकेश में गंगा की लहरों में बह गया कांवड़िया, जल पुलिस के जवानों ने ऐसे बचाया
यह भी पढ़ें: Watch Video: 120 फीट लंबे तिरंगे के साथ हरिद्वार से जल लेकर लौटी कावड़ यात्रा