आगरा: बोगस फर्म बनाकर जीएसटी की चोरी रुक नहीं रही है. आगरा के एक बीमा एजेंट के नाम से फर्जीवाड़ा करने वालों ने दिल्ली में फर्म बना ली. इसकी बीमा एजेंट को भनक तक नहीं लगी. अब बीमा एजेंट ने रिटर्न दाखिल करने के लिए सीए से संपर्क किया तो हैरान रह गया. उसके नाम से एक फर्म चल रही थी. उस फर्म का 53 करोड़ रुपये का टर्नओवर भी हो गया है. इस पर पीड़ित बीमा एजेंट ने पुलिस से शिकायत के साथ ही संबंधित विभागों में भी शिकायत की है. शिकायती पत्र में पीड़ित बीमा एजेंट ने गैरकानूनी कार्य करने वाले लोगों का पता लगाकर कठोर कार्रवाई की मांग की है. इस बारे में फतेहपुर थाना प्रभारी एएसपी अंशिका ने बताया कि शिकायत मिली है. पीड़ित से बात हो गई है. जांच करके आगे की कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि फतेहपुर सीकरी कस्बा के मोहल्ला शिवपुरी निवासी शिवाजीराव बीमा एजेंट हैं. कई साल से बीमा एजेंट के रूप में कर रहे हैं. बीमा कंपनियों से पॉलिसियों के एवज में मिलने वाले कमीशन पर टीडीएस कटता है. इसलिए, बीमा एर्जेंट शिवाजीराव हर साल रिटर्न फाइल करते हैं. शिवाजीराव ने फतेहपुर सीकरी थाना पुलिस को बताया कि इस बार वित्तीय वर्ष 2022-2023 का इंकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने के लिए सीए से संपर्क किया. विभागीय पोर्टल पर बीमा से अर्जित कमीशन के अनुसार, 19334 रुपये की राशि दिख रही थी. जब सीए ने पोर्टल पर देखा कि एक जीएसटी नंबर भी शिवाजीराव के नाम से है, जिसे देखकर सीए भी चौंक गया. उसने इसकी जानकारी शिवाजीराव को दी. कहा कि उसके नाम से रजिस्टर्ड जीएसटी फर्म का 528089965 रुपये टर्नओवर है. यह सुनकर और देखकर वो भी घबरा गए.
सात माह में काटे बेहिसाब बिल, फर्म सस्पेंड
पीड़ित बीमा एजेंट शिवाजी राव का कहना है कि उसने कभी जीएसटी का रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है. न ही कोई बिजनेस फर्म है. उसके नाम से बनाई फर्म में बेहिसाब बिल काटे गए. लगभग सवा सात महीने में इस फर्म का करोड़ों का टर्नओवर हो गया. इसके बाद फर्म सस्पेंड हो गई.
सुल्ताना रोड का पता दिखा फर्म रजिस्टर्ड कराई
पीड़ित बीमा एजेंट शिवाजीराव ने बताया कि पड़ताल में पता चला कि बोगस फर्म से बिलों का फर्जीवाड़ा करने वाले मास्टरमाइंड ने उनकी आईडी व पैन कार्ड का गलत इस्तेमाल कर दिल्ली में नजफगढ़ स्थित सुल्ताना रोड का पता दर्ज कराकर फर्जी जीएसटी फर्म रजिस्टर्ड कराई. फर्म से 12 नवंबर 2022 से 21 जून 2023 तक लगभग 53 करोड़ का टर्नओवर भी कर डाला. उनके नाम से रजिस्टर्ड फर्म पर कॉपर वेस्ट स्क्रैप, आयरन स्टील वेस्ट स्क्रैप, पेपर, पेपर बोर्ड स्क्रैप का व्यापार किया गया.
यह भी पढ़ें: सहारा इंडिया के निवेशकों का फंसा पैसा वापस मिलेगा, रिफंड करने वाली वेबसाइट का उद्घाटन करेंगे अमित शाह