लखनऊ : सीएम योगी, राम मंदिर और एसटीएफ के एडीजी को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी. घटना का चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. खुद को गौ सेवक और किसान नेता बताने वाले एक कॉलेज संचालक ने ही पूरी साजिश रची थी. उसने अपने ही स्टाफ से फर्जी मेल भिजवा कर खुद के अलावा सीएम योगी, राम मंदिर और एसटीएफ चीफ को बम से उड़ाने की धमकी दिलवाई थी. किसान नेता इसे सोशल मीडिया पर प्रसारित कर चर्चा बंटोर रहा था. बीते कई वर्षों से वह करीब 12 बार धमकी मिलने का दावा कर रहा था. एसटीएफ ने किसान नेता का भंडाफोड़ कर दिया है. एसटीएफ ने किसान नेता के दो पर्सनल सेक्रेटरी गोंडा निवासी ताहर सिंह व ओम प्रकाश मिश्रा को गिरफ्तार किया है.
दरअसल, 27 दिसंबर को आलमबाग के रहने वाले भारतीय किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र तिवारी ने बताया था कि जुबैर खान नाम के व्यक्ति के नाम से उन्हें एक मेल भेजा गया था. इसमें उन्हें, अयोध्या के राम मंदिर व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व एसटीएफ एडीजी अमिताभ यश को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है. डायल 112 पर एक अज्ञात शख्स ने फोन कर देवेंद्र तिवारी, राम मंदिर व मुख्यमंत्री को बम से उड़ाने की धमकी दी थी. इसको लेकर देवेंद्र की तहरीर पर आलमबाग व डायल 112 की शिकायत पर सुशांत गोल्फ सिटी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था.
कर्मचारियों से बनवाई थी फर्जी मेल आईडी : एसएसपी एसटीएफ विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि, दोनों ही मामले में एसटीएफ की एक टीम आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगाई गई थी. बुधवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया है. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि, भारतीय किसान मंच एवं भारतीय गौ सेवा परिषद के नाम से एनजीओ चलाने वाले बंथरा निवासी देवेन्द्र तिवारी ने आलमबाग में इंडियन इंस्टीट्यूट पैरा मेडिकल साइन्सेज के नाम से कॉलेज खोल रखा है. इसी कालेज में उसने अपना कार्यालय बना रखा है. इसमें आरोपी ताहर सिंह व ओम प्रकाश मिश्रा नौकरी करते हैं. आरोपियों ने एसटीएफ को बताया कि देवेन्द तिवारी के कहने पर वे लोग धमकी देने के लिए फर्जी ई मेल बनाते थे. इसके बाद इसके जरिए ही देवेंद्र चर्चा आने के लिए खुद व सीएम योगी को बम से उड़ाने या फिर जान से मारने की धमकी दिलवाता था.
सुरक्षा और राजनीतिक लाभ पाने के लिए रची थी साजिश : एसएसपी एसटीएफ ने बताया कि देवेंद्र तिवारी पहले अपने कर्मचारियों से खुद को और डायल 112 में कॉल, ई-मेल और वाट्सएप मैसेज करवाता था. इसके बाद फिर खुद ही सोशल मीडिया में प्रसारित करता था कि उसे धमकी दी जा रही है. इतना ही नहीं वह चर्चा में आने के लिए खुद के नाम के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ को भी धमकी दिलवाता था. एसएसपी के मुताबिक, धमकी भरे मेल करवाने के बाद वह अपना मोबाइल जला देता था. हालांकि मेल भेजने के लिए वह अपने कार्यालय का ही वाई-फाई इस्तेमाल करता था. एसएसपी के मुताबिक, देवेंद्र यह सब चर्चा में रहने, सुरक्षा पाने व राजनीतिक लाभ पाने के लिए कर रहा था. फिलहाल अभी देवेंद्र तिवारी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.
चर्चा में रहने के लिए कई बार रच चुका है साजिश : जानकारी के मुताबिक, किसान नेता और कथित गौ सेवक देवेंद्र तिवारी ने यह पहली बार धमकी की कहानी नहीं रची थी. इससे पहले भी वह कई बार खुद व सीएम योगी को बम से उड़ाने की धमकी भरा मेल आने की फर्जी कहानी बता चुका है. कई बार इस पर भरोसा कर आलम बाग थाने में मुकदमा भी दर्ज हुआ है. इसके अलावा कई बार अपने कार्यालय के बाहर जिंदा बम के साथ धमकी भरा पत्र भी रखवा कर देवेंद्र तिवारी खुद की जान खतरे में होने की बात कहता था.
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