आजमगढ़: बलिया जिले में 32 लाख रुपये की साइबर ठगी की शिकार एक महिला के मामले में आजमगढ़ पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने इस मामले का पर्दाफाश कर दिया है. इस मामले में दिल्ली से तीन नाइजीरियन गिरफ्तार हुए हैं. इनके पास से 7 मोबाइल फोन, दो लैपटॉप, राउटर, चार पासपोर्ट, चार सिम कार्ड और 4 नाइजीरियन सिम कार्ड बरामद हुए हैं. पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद बताया कि अब तक करीब 100 करोड़ की ठगी के मामलों को इस गिरोह के लोग अंजाम दे चुके हैं.
14 मई 2023 को एक महिला द्वारा थाना सहतवार जनपद बलिया में प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया गया कि इंस्टाग्राम पर आईजी लॉॅरेंस एंड माइकल 022 द्वारा दोस्ती कर उसकी शादी में महंगे उपहार देने के नाम पर उससे करीब 32 लाख रुपये की साइबर धोखाधड़ी की. पुलिस द्वारा मामले में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू की गई. विवेचना के मध्य प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम थाना परिक्षेत्र आजमगढ़ द्वारा अभिसूचना संकलन करके कार्यवाही प्रारम्भ की गई. इसमें नाइजीरियन गैंग के 3 नाइजीरियन साइबर अपराधी जो चन्दर विहार, निलोठी दिल्ली में रहकर साइबर ठगी कर रहे थे, इनका नाम प्रकाश में आया.
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए निरीक्षक विमल प्रकाश राय, साइबर क्राइम थाना आजमगढ़ के नेतृतव में टीम को रवाना किया गया था. 16 सितंबर को उक्त मामले में 3 नाइजीरियन जिनके नाम चिबूके आस्टिन, चिमेजी जस्टिस निवासी एमाफोर ओहाजी एज्बेमा एलजीऐ आईएमओ स्टेट नाइजीरिश और चिमामक्पा किजिटो निवासी इसुल्गा एलजीए आईएमओ स्टेट नाइजीरिया को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया.
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे लोग स्टूडेंट व मेडिकल वीजा पर इंडिया आते हैं और नार्थ ईस्ट के मिजोरम व नागालैंड के लोगों के साथ मिलकर महंगे गिफ्ट और करोड़ों रुपये देने के बहाने इंडिया व अन्य देश के लोगों से साइबर ठगी करते हैं. नार्थ ईस्ट के पुरुष और महिलाओं को पैसे का लालच देकर उनसे बैंक खाता व अधिक मात्रा में एक्टिवेटिड सिम प्राप्त करते हैं. उपरोक्त मुकदमे में भी महंगे उपहार देने के नाम पर अधिवक्ता शुल्क, कस्टम शुल्क, फाइल शुल्क इत्यादि के नाम पर करीब 32 लाख रुपये की साइबर धोखाधड़ी की.
आरोपियों ने बताया कि वे लोग फर्जी बैंक खातों में पैसा जमा कराके एटीएम से निकाल लेते थे. इसके बाद नाइजीरिया के बैंक खाते में जमा करा देते थे. जांच के दौरान पता चला कि आरोपियों ने अपने अलग-अलग नाइजीरिया और अफ्रीका के बैंक खाते में पैसा जमा कराया था, जिनकी जांच की जा रही है. आरोपियों ने बताया कि इस अपराध में दीमापुर नागालैंड की महिलाएं दिल्ली में रहकर साइबर अपराध में सहयोग करती हैं. आरोपियों के बयान के आधार पर अपराध में संलिप्त मिजोरम व नागालैंड के आरोपियों की तलाश की जा रही है.
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