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हार्दिक पटेल को राहुल गांधी का संदेश

गुजरात विधानसभा चुनाव -2022 से पहले कांग्रेस इकाई में मतभेद को समाप्त करने के लिए एवं नाराज कार्यकारी अध्यक्ष को मनाने के लिए राहुल गांधी ने हार्दिक पटेल को पत्र लिखा है. ऐसा माना जा रहा है कि आम आदमी पार्टी हार्दिक पटेल को अपने साथ जोड़ने की पूरजोर कोशिश कर रही है. सुत्रों की मानें तो अगर हार्दिक कांग्रेस छोड़ते हैं तो गुजरात कांग्रेस को खासा नुकसान होगा.

हार्दिक पटेल
हार्दिक पटेल
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Published : May 4, 2022, 6:25 AM IST

Updated : May 4, 2022, 10:31 AM IST

नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राज्य विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी इकाई में मतभेदों को दूर करने के लिए नाराज गुजरात कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल को पत्र लिखा है. सूत्रों का दावा है कि राहुल गांधी ने खुद हार्दिक पटेल को संदेश भेजकर पार्टी में बने रहने को कहा है. उन्होंने पार्टी प्रभारी और अन्य नेताओं से मतभेदों को सुलझाने के लिए पटेल से संपर्क करने को कहा है. कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने भी पुष्टि की है कि पार्टी नेतृत्व ने हार्दिक पटेल से बात की है.

सुरजेवाला ने कहा कि उस बातचीत का विवरण केवल राज्य प्रभारी रघु शर्मा ही साझा कर सकते हैं. हालाँकि, जब एएनआई ने विकास पर प्रतिक्रिया के लिए रघु शर्मा से संपर्क किया तो वह अनुपलब्ध था क्योंकि उन्होंने कॉल का जवाब नहीं दिया. राज्य नेतृत्व द्वारा उन्हें तवज्जो नहीं दिए जाने से नाराज हार्दिक ने सोमवार को अपने ट्विटर बायो से 'कांग्रेस' और अपनी प्रोफाइल पिक्चर से पार्टी के चुनाव चिन्ह की तस्वीर हटा दी थी.

कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि अगर हार्दिक पार्टी छोड़ते हैं तो यह कांग्रेस के लिए नुकसानदेह होगा. पटेल के भाजपा में शामिल होने की अटकलें तेज थीं, जिसे कांग्रेस नेता ने खारिज करते हुए कहा कि उनकी ऐसी कोई योजना नहीं है, जबकि यह भी कहा कि वह राज्य पार्टी नेतृत्व से नाराज हैं. उन्होंने हाल ही में अनुच्छेद 370 को रद्द करने और राम मंदिर निर्माण के लिए भाजपा सरकार की सराहना की थी. हालांकि बाद में उन्होंने स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा है कि वह पार्टी नेताओं राहुल गांधी या प्रियंका गांधी से नाराज नहीं हैं बल्कि प्रदेश नेतृत्व से नाराज हैं.

मैं राहुल गांधी या प्रियंका गांधी से परेशान नहीं हूं. मैं राज्य नेतृत्व से परेशान हूं. मैं क्यों परेशान हूं? चुनाव आ रहे हैं और ऐसे समय में ईमानदार और मजबूत लोगों के साथ मिलकर काम करना चाहिए. उन्हें पद दिया जाना चाहिए. खबरों के मुताबिक, पाटीदार आरक्षण आंदोलन का नेतृत्व करके जुलाई 2015 में प्रमुखता हासिल करने वाले पटेल लंबे समय से पार्टी नेतृत्व से नाराज हैं.

सूत्रों ने कहा कि वह राज्य कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बनना चाहते थे लेकिन उन्हें केवल कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था. कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त होने के बावजूद राज्य नेतृत्व द्वारा बड़े फैसलों पर उनकी राय नहीं ली जाती है. उनके भाजपा में शामिल होने से इनकार करने के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकते हैं. इस साल गुजरात विधानसभा चुनाव होने हैं.

यह भी पढ़ें-कांग्रेस से एक और कदम दूर हार्दिक, ट्विटर से 'कार्यकारी अध्यक्ष' शब्द हटाया

एएनआई

नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राज्य विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी इकाई में मतभेदों को दूर करने के लिए नाराज गुजरात कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल को पत्र लिखा है. सूत्रों का दावा है कि राहुल गांधी ने खुद हार्दिक पटेल को संदेश भेजकर पार्टी में बने रहने को कहा है. उन्होंने पार्टी प्रभारी और अन्य नेताओं से मतभेदों को सुलझाने के लिए पटेल से संपर्क करने को कहा है. कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने भी पुष्टि की है कि पार्टी नेतृत्व ने हार्दिक पटेल से बात की है.

सुरजेवाला ने कहा कि उस बातचीत का विवरण केवल राज्य प्रभारी रघु शर्मा ही साझा कर सकते हैं. हालाँकि, जब एएनआई ने विकास पर प्रतिक्रिया के लिए रघु शर्मा से संपर्क किया तो वह अनुपलब्ध था क्योंकि उन्होंने कॉल का जवाब नहीं दिया. राज्य नेतृत्व द्वारा उन्हें तवज्जो नहीं दिए जाने से नाराज हार्दिक ने सोमवार को अपने ट्विटर बायो से 'कांग्रेस' और अपनी प्रोफाइल पिक्चर से पार्टी के चुनाव चिन्ह की तस्वीर हटा दी थी.

कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि अगर हार्दिक पार्टी छोड़ते हैं तो यह कांग्रेस के लिए नुकसानदेह होगा. पटेल के भाजपा में शामिल होने की अटकलें तेज थीं, जिसे कांग्रेस नेता ने खारिज करते हुए कहा कि उनकी ऐसी कोई योजना नहीं है, जबकि यह भी कहा कि वह राज्य पार्टी नेतृत्व से नाराज हैं. उन्होंने हाल ही में अनुच्छेद 370 को रद्द करने और राम मंदिर निर्माण के लिए भाजपा सरकार की सराहना की थी. हालांकि बाद में उन्होंने स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा है कि वह पार्टी नेताओं राहुल गांधी या प्रियंका गांधी से नाराज नहीं हैं बल्कि प्रदेश नेतृत्व से नाराज हैं.

मैं राहुल गांधी या प्रियंका गांधी से परेशान नहीं हूं. मैं राज्य नेतृत्व से परेशान हूं. मैं क्यों परेशान हूं? चुनाव आ रहे हैं और ऐसे समय में ईमानदार और मजबूत लोगों के साथ मिलकर काम करना चाहिए. उन्हें पद दिया जाना चाहिए. खबरों के मुताबिक, पाटीदार आरक्षण आंदोलन का नेतृत्व करके जुलाई 2015 में प्रमुखता हासिल करने वाले पटेल लंबे समय से पार्टी नेतृत्व से नाराज हैं.

सूत्रों ने कहा कि वह राज्य कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बनना चाहते थे लेकिन उन्हें केवल कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था. कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त होने के बावजूद राज्य नेतृत्व द्वारा बड़े फैसलों पर उनकी राय नहीं ली जाती है. उनके भाजपा में शामिल होने से इनकार करने के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकते हैं. इस साल गुजरात विधानसभा चुनाव होने हैं.

यह भी पढ़ें-कांग्रेस से एक और कदम दूर हार्दिक, ट्विटर से 'कार्यकारी अध्यक्ष' शब्द हटाया

एएनआई

Last Updated : May 4, 2022, 10:31 AM IST
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