नई दिल्ली: कांग्रेस के शक्ति प्रदर्शन से भाजपा सकते में है और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर खुलकर हमला बोला है. कहा कि गांधी परिवार एक पूर्व समाचार पत्र प्रकाशन कंपनी में क्यों दिलचस्पी रखता है जो अब अचल संपत्ति का कारोबार चला रही है. इससे यह सावित होता है कि न केवल 'जीजाजी' (राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा) बल्कि पूरा गांधी परिवार अचल संपत्ति के धंधे में लिप्त है. कांग्रेस नेता खुलेआम एक जांच एजेंसी पर दबाव बनाने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं क्योंकि उनका भ्रष्टाचार उजागर हो गया है. यह प्रदर्शन केवल और केवल गांधी परिवार की संपत्ति की रक्षा करने का प्रयास है.
राहुल गांधी इन दिनों नेशनल हेराल्ड केस में बेल पर बाहर हैं और ये पूरा मामला कोर्ट में लंबित है. कोर्ट में कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी ने गुहार लगाई थी कि इस मामले को हटा लिया जाए लेकिन कोर्ट ने नहीं सुनी और आज जो भी कार्रवाई हो रही है वो संवैधानिक कार्रवाई है. बता दें कि नेशनल हेराल्ड का मामला (National Herald case) 2012 में चर्चा में आया था. जब बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्रायल कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि कुछ कांग्रेसी नेताओं ने गलत तरीके से यंग इंडियन लिमिटेड (वाईआईएल) के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड का अधिग्रहण किया है. यह सब कुछ दिल्ली में बहादुर शाह जफर मार्ग पर स्थित हेराल्ड हाउस की 2000 करोड़ रुपये की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया. साजिश के तहत यंग इंडियन लिमिटेड को टीजेएल की संपत्ति का अधिकार दिया गया है.
अचल संपत्ति का व्यवसाय करने के लिए : 2008..कंपनी पर 90 करोड़ का कर्ज था और उसने योजना बनाई कि वे अब संपत्ति करेंगे. 2010 की शुरुआत 5 लाख से यंग इंडिया कंपनी के साथ हुई थी और उसके निदेशक राहुल गांधी थे. अपनी मां फर्नांडीस और अन्य को 75% साझा करते हैं. इसके अलावा, एजीएम ने वाईआईएल को दिए गए 9 करोड़ शेयर अर्थात 99% शेयर होल्डर हैं.
कांग्रेस ने दिया एजीएम को 90 करोड़ का कर्ज : मेरा सवाल उन लोगों से है जिन्होंने कांग्रेस के लिए काम किया जिन्होंने इसमें निवेश किया इस शेयरधारकों का इरादा क्या था..क्योंकि अब कांग्रेस पूरी कंपनी को नियंत्रित करती है. 2016 यंग इंडिया ने स्वीकार किया कि 6 साल में कोई चैरिटी का काम नहीं किया गया है. यह कंपनी सिर्फ कांग्रेस के लिए काम करती है.
ईडी पर दबाव बनाने वालों से सवाल : राहुल गांधी से पूछें कि उनका डोरेटेक्स मर्चेंडाइज प्राइवेट लिमिटेड से क्या संबंध है .. जो चेक पर नकद देता है..यह एक रेडफ्लैग है. क्या यह सच है कि इस कंपनी के उन कंपनियों के साथ संबंध हैं जो अब राहुल, प्रियंका और श्री वाड्रा के नियंत्रण में हैं?
2019 HC का फैसला- YIL को AGM का संपूर्ण स्थानांतरण कुछ भी नहीं था. अवैध रूप से गांधी परिवार द्वारा वित्त को नियंत्रित करने के लिए नियंत्रित किया गया था. एक सज्जन जो जमानत पर बाहर हैं, जांच एजेंसी पर दबाव बना रहे हैं जो उन पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को उजागर करना चाहती है.
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