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karnataka Election 2023 : कांग्रेस को बीजेपी से साजिश का डर, बूथ स्तर की टीमों से सतर्क रहने को कहा

कर्नाटक में 10 मई को होने वाले मतदान से पहले कांग्रेस ने खास रणनीति बनाई है. कांग्रेस ने कर्नाटक में मतदान के दिन बूथ स्तर की टीमों को सतर्क रहने को कहा है. चुनाव से पहले कांग्रेस के कई नेताओं ने जानिए ईटीवी भारत के वरिष्ठ संवाददाता अमित अग्निहोत्री से क्या कहा.

karnataka Election 2023
कर्नाटक विधानसभा चुनाव
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Published : May 9, 2023, 7:50 PM IST

नई दिल्ली : कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि उसने कर्नाटक में मतदान के दिन बूथ स्तर की टीमों को सतर्क रहने को कहा है, क्योंकि उसे डर है कि भाजपा बेईमानी कर सकती है (Congress fears foul play by BJP).

राज्य के वरिष्ठ नेता प्रकाश राठौड़ ने ईटीवी भारत से कहा कि 'कांग्रेस को बहुत सावधान रहना होगा. भाजपा पैसे की राजनीति का सहारा लेगी, वे मतदाता सूची में छेड़छाड़ करेंगे, अल्पसंख्यक समुदाय के मतदाताओं के नाम मिटाएंगे और बूथों पर कब्जा करेंगे. रिटर्निंग ऑफिसर बीजेपी की मदद करेंगे. हम पहले भी उपचुनावों और नगर निगम चुनावों में ऐसा देख चुके हैं. बेतरतीब ढंग से वे मतदाता सूची से कुछ नाम हटा देते हैं. सावधानी हमें रखनी होगी. हमारे बूथ स्तर के नेताओं को मतदान केंद्रों पर ध्यान देना चाहिए, घर-घर जाकर वोट डालना सुनिश्चित करना चाहिए.'

दक्षिणी राज्य की 224 विधानसभा सीटों के लिए 10 मई को मतदान होगा, जिसमें कांग्रेस को सत्तारूढ़ भाजपा को पछाड़ने की उम्मीद है. जैसा कि कर्नाटक चुनाव पार्टी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, मंगलवार को वरिष्ठ नेताओं द्वारा मतदान दिवस की तैयारियों की समीक्षा की गई. इसके मुताबिक सभी उम्मीदवारों, राज्य के नेताओं को कहा गया है कि वे मतदान केंद्रों पर किसी भी तरह की अप्रिय घटना पर पैनी नजर रखें और इसकी सूचना तुरंत पार्टी वार रूम को दें. एआईसीसी स्तर की एक टीम भी मतदान प्रक्रिया पर नजर रखेगी.

कांग्रेस के दिग्गजों ने कहा कि बहुमत मिलने के प्रति आशान्वित हैं, जिसका अर्थ है 113 से अधिक सीटें, क्योंकि 10 मई के चुनाव की तैयारी वर्षों से चल रही थी.

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एम वीरप्पा मोइली ने ईटीवी भारत से कहा कि 'इस बार, राज्य इकाई ने 2019 से चुनाव की तैयारी शुरू कर दी थी, जब हम ऑपरेशन लोटस में जेडी-एस-कांग्रेस गठबंधन सरकार हार गए थे. ब्लॉक स्तर तक की स्थानीय टीमों को टोंड किया गया और जनसंपर्क कार्यक्रमों के लिए जुटाया गया. सभी पूरी मेहनत से जुटे रहे. राज्य इकाई के प्रमुख डीके शिव कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री के सिद्धारमैया ने प्रजा ध्वनि यात्रा के हिस्से के रूप में सभी विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया.'

भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भाजपा को निशाना बनाने के लिए, कांग्रेस संचार प्रभारी जयराम रमेश ने ठेकेदार संघ के एक पत्र को ट्वीट किया, जिसमें पिछले वर्षों में सरकारी ठेकों पर 40 प्रतिशत कमीशन वसूले जाने की बात कही गई थी. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि वे चुनाव आयोग को किसी भी चुनावी कदाचार की रिपोर्ट करेंगे, लेकिन कहा कि उन्हें पोल ​​पैनल से बहुत कम उम्मीद है.

यह पूछे जाने पर कि क्या कर्नाटक के मतदाताओं से भाजपा को समर्थन देने की प्रधानमंत्री की अपील पर पार्टी चुनाव आयोग से संपर्क करेगी, एआईसीसी के प्रवक्ता अभिषेक मन्य सिंघवी ने कहा, 'यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है. चुनाव आयोग झुकता दिख रहा है. हमने पिछले कुछ दिनों में पीएम द्वारा चुनाव आयोग के समक्ष समान अवसर के कई उल्लंघनों को सूचीबद्ध किया है. पोल पैनल बीजेपी की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करता है, लेकिन कांग्रेस की शिकायत पर नहीं.'

एक तरह से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मतदाताओं से सबसे पुरानी पार्टी को वोट देने और इसके परिणामस्वरूप प्रगति का चुनाव करने का आग्रह किया. खड़गे ने यह भी वादा किया कि पहली कैबिनेट बैठक में पांच गारंटियों को पारित किया जाएगा. एकता के प्रदर्शन में, शिव कुमार और सिद्धारमैया दोनों ने देवी चामुंडेश्वरी का आशीर्वाद लिया और गारंटियों को लागू करने का वादा किया.

पढ़ें- Karnataka Election 2023 : कर्नाटक में डेढ़ लाख जवानों के जिम्मे सुरक्षा व्यवस्था, बाहरी राज्यों के भी जवान तैनात

नई दिल्ली : कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि उसने कर्नाटक में मतदान के दिन बूथ स्तर की टीमों को सतर्क रहने को कहा है, क्योंकि उसे डर है कि भाजपा बेईमानी कर सकती है (Congress fears foul play by BJP).

राज्य के वरिष्ठ नेता प्रकाश राठौड़ ने ईटीवी भारत से कहा कि 'कांग्रेस को बहुत सावधान रहना होगा. भाजपा पैसे की राजनीति का सहारा लेगी, वे मतदाता सूची में छेड़छाड़ करेंगे, अल्पसंख्यक समुदाय के मतदाताओं के नाम मिटाएंगे और बूथों पर कब्जा करेंगे. रिटर्निंग ऑफिसर बीजेपी की मदद करेंगे. हम पहले भी उपचुनावों और नगर निगम चुनावों में ऐसा देख चुके हैं. बेतरतीब ढंग से वे मतदाता सूची से कुछ नाम हटा देते हैं. सावधानी हमें रखनी होगी. हमारे बूथ स्तर के नेताओं को मतदान केंद्रों पर ध्यान देना चाहिए, घर-घर जाकर वोट डालना सुनिश्चित करना चाहिए.'

दक्षिणी राज्य की 224 विधानसभा सीटों के लिए 10 मई को मतदान होगा, जिसमें कांग्रेस को सत्तारूढ़ भाजपा को पछाड़ने की उम्मीद है. जैसा कि कर्नाटक चुनाव पार्टी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, मंगलवार को वरिष्ठ नेताओं द्वारा मतदान दिवस की तैयारियों की समीक्षा की गई. इसके मुताबिक सभी उम्मीदवारों, राज्य के नेताओं को कहा गया है कि वे मतदान केंद्रों पर किसी भी तरह की अप्रिय घटना पर पैनी नजर रखें और इसकी सूचना तुरंत पार्टी वार रूम को दें. एआईसीसी स्तर की एक टीम भी मतदान प्रक्रिया पर नजर रखेगी.

कांग्रेस के दिग्गजों ने कहा कि बहुमत मिलने के प्रति आशान्वित हैं, जिसका अर्थ है 113 से अधिक सीटें, क्योंकि 10 मई के चुनाव की तैयारी वर्षों से चल रही थी.

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एम वीरप्पा मोइली ने ईटीवी भारत से कहा कि 'इस बार, राज्य इकाई ने 2019 से चुनाव की तैयारी शुरू कर दी थी, जब हम ऑपरेशन लोटस में जेडी-एस-कांग्रेस गठबंधन सरकार हार गए थे. ब्लॉक स्तर तक की स्थानीय टीमों को टोंड किया गया और जनसंपर्क कार्यक्रमों के लिए जुटाया गया. सभी पूरी मेहनत से जुटे रहे. राज्य इकाई के प्रमुख डीके शिव कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री के सिद्धारमैया ने प्रजा ध्वनि यात्रा के हिस्से के रूप में सभी विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया.'

भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भाजपा को निशाना बनाने के लिए, कांग्रेस संचार प्रभारी जयराम रमेश ने ठेकेदार संघ के एक पत्र को ट्वीट किया, जिसमें पिछले वर्षों में सरकारी ठेकों पर 40 प्रतिशत कमीशन वसूले जाने की बात कही गई थी. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि वे चुनाव आयोग को किसी भी चुनावी कदाचार की रिपोर्ट करेंगे, लेकिन कहा कि उन्हें पोल ​​पैनल से बहुत कम उम्मीद है.

यह पूछे जाने पर कि क्या कर्नाटक के मतदाताओं से भाजपा को समर्थन देने की प्रधानमंत्री की अपील पर पार्टी चुनाव आयोग से संपर्क करेगी, एआईसीसी के प्रवक्ता अभिषेक मन्य सिंघवी ने कहा, 'यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है. चुनाव आयोग झुकता दिख रहा है. हमने पिछले कुछ दिनों में पीएम द्वारा चुनाव आयोग के समक्ष समान अवसर के कई उल्लंघनों को सूचीबद्ध किया है. पोल पैनल बीजेपी की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करता है, लेकिन कांग्रेस की शिकायत पर नहीं.'

एक तरह से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मतदाताओं से सबसे पुरानी पार्टी को वोट देने और इसके परिणामस्वरूप प्रगति का चुनाव करने का आग्रह किया. खड़गे ने यह भी वादा किया कि पहली कैबिनेट बैठक में पांच गारंटियों को पारित किया जाएगा. एकता के प्रदर्शन में, शिव कुमार और सिद्धारमैया दोनों ने देवी चामुंडेश्वरी का आशीर्वाद लिया और गारंटियों को लागू करने का वादा किया.

पढ़ें- Karnataka Election 2023 : कर्नाटक में डेढ़ लाख जवानों के जिम्मे सुरक्षा व्यवस्था, बाहरी राज्यों के भी जवान तैनात

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