ETV Bharat / bharat

राजद की इफ्तार पार्टी में पहुंचे नीतीश, सियासत हुई तेज

सीएम आवास एक अणे मार्ग के बाद अब सूबे के दूसरे सबसे चर्चित आवास 10 सर्कुलर रोड शुक्रवार को कई सियासी समीकरणों का गवाह बना. दरअसल, पूर्व सीएम राबड़ी देवी का यह आवास काफी साल बाद दावत-ए-इफ्तार (Iftar at former CM Rabri Devi residence) से गुलजार हो रहा है.

RJD की इफ्तार पार्टी में शामिल हुए CM नीतीश कुमार
RJD की इफ्तार पार्टी में शामिल हुए CM नीतीश कुमार
author img

By

Published : Apr 22, 2022, 6:54 PM IST

Updated : Apr 22, 2022, 7:01 PM IST

पटनाः रमजान का महीना चल रहा है. हर साल की तरह रमजान में सियासी पार्टियां इफ्तार का आयोजन करती हैं. बिहार में प्रमुख विपक्षी दल आरजेडी ने भी इफ्तार पार्टी रखी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज पटना में राबड़ी देवी के आवास पर आयोजित इफ्तार पार्टी में शामिल हुए. इस जानकारी के सामने आने के बाद सियासी पार्टियों ने इसके अलग-अलग मायने निकालने शुरू कर दिए हैं. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि इफ्तार के बहाने राजनितिक गोलबंदी की कोशिश होगी.

दरअसल, बोचहां उपचुनाव में मिली चुनावी-जीत के बाद महागठबंधन नए सियासी जोड़-तोड़ की तैयारियों में जुट गया है. RJD ने इफ्तार पार्टी के बहाने सियासी खेमेबंदी शुरू कर दी है. तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी की तरफ से आयोजित इफ्तार में NDA के मुकेश सहनी और चिराग पासवान को भी न्योता दिया गया है.

राबड़ी आवास में इफ्तार पार्टीः सीएम आवास एक अणे मार्ग के बाद अब सूबे के दूसरे सबसे चर्चित आवास 10 सर्कुलर रोड शुक्रवार को कई सियासी समीकरणों का गवाह बना. दरअसल, पूर्व सीएम राबड़ी देवी का यह आवास काफी साल बाद दावत-ए-इफ्तार (Iftar at former CM Rabri Devi residence) से गुलजार हो रहा है. भले ही इस आयोजन को सांप्रदायिक सौहार्द के लिए कहा जा रहा है, लेकिन राजनीति को हर पल जीने वाले इस राज्य में इफ्तार के बहाने कई सियासी समीकरणों के बनने से राज्य के राजनीतिक जानकार इनकार नहीं कर रहे हैं. इधर, डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी के मामले में लालू प्रसाद यादव को झारखंड हाई कोर्ट से जमानत मिल गई है. इससे आरजेडी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में जोश का संचार हुआ है. इसे काफी अहम माना जा रहा है.

RJD की इफ्तार पार्टी में शामिल हुए CM नीतीश कुमार

5 साल बाद RJD का आयोजन: बता दें कि 5 सालों के बाद आरजेडी की तरफ से दावत-ए-इफ्तार का आयोजन (Dawat-e-Iftar organize by RJD) किया जा रहा है. लालू यादव के जेल जाने के कारण आरजेडी पिछले कुछ सालों से दावत-ए-इफ्तार कार्यक्रम का आयोजन नहीं कर रही थी. वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 2 दिनों के बिहार दौरे पर आ रहे हैं. अमित शाह वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. इस दौरान सबसे ज्यादा तिरंगा फहराने का रिकॉर्ड भी बनेगा. सबकी नजर बिहार में बदल रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर भी है.

अमित शाह को आमंत्रण: राजद सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस इफ्तार में शामिल होने के लिए पक्ष-विपक्ष की तमाम पार्टियों के प्रमुखों, वरिष्ठ नेताओं को आमंत्रित किया गया है. इसमें सत्तारूढ़ जदयू के साथ ही प्रदेश बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव (Lalu Prasad Yadav elder son Tej Pratap Yada) ने बिहार दौरे पर आ रहे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) को आमंत्रित करने की सूचना ट्विटर के माध्यम से दी.

चिराग पासवान और मुकेश सहनी भी आमंत्रित: विधानसभा चुनाव के पहले पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाकर महागठबंधन से अलग होने वाले वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी (VIP Supremo Mukesh Sahni) को भी इस इफ्तार में आमंत्रित किए जाने की खबर है. इसके अलावा खुद को पीएम मोदी का हनुमान कहने वाले लोजपा रामविलास के प्रमुख व सांसद चिराग पासवान (MP Chirag Paswan) के भी इफ्तार में शामिल होने की संभावना है. चिराग पासवान की पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि उनके इस इफ्तार में शामिल होने की पूरी संभावना है. वहीं, वीआईपी के सूत्रों का कहना है कि मुकेश सहनी अभी राजधानी से बाहर हैं. अगर वह समय पर पटना लौटेंगे तो इफ्तार में शामिल हो सकते हैं. राजद सूत्रों के अनुसार इफ्तार के लिए एनडीए गठबंधन में शामिल हम पार्टी को भी आमंत्रित किया गया है. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को इसमें शामिल होने का अनुरोध किया गया है.

इस दावत-ए-इफ्तार पर सबकी नजर: राज्य की राजनीति पर गहरी नजर रखने वाले जानकारों का कहना है कि बिहार विधान परिषद चुनाव के बाद बोचहां विधानसभा उपचुनाव में जीत हासिल कर राजद के हौसले बुलंद हैं. वहीं, दूसरी तरफ एनडीए मंत्रिमंडल से निकाले जाने के बाद मुकेश सहनी बीजेपी से खार खाए बैठे हैं. कुछ इसी तरह के हालात चिराग पासवान के साथ भी बन रहे हैं. हाल फिलहाल के उनके कुछ बयानों पर गौर करें तो वह नये रास्तों को अपनाने से गुरेज नहीं करेंगे.

पटनाः रमजान का महीना चल रहा है. हर साल की तरह रमजान में सियासी पार्टियां इफ्तार का आयोजन करती हैं. बिहार में प्रमुख विपक्षी दल आरजेडी ने भी इफ्तार पार्टी रखी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज पटना में राबड़ी देवी के आवास पर आयोजित इफ्तार पार्टी में शामिल हुए. इस जानकारी के सामने आने के बाद सियासी पार्टियों ने इसके अलग-अलग मायने निकालने शुरू कर दिए हैं. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि इफ्तार के बहाने राजनितिक गोलबंदी की कोशिश होगी.

दरअसल, बोचहां उपचुनाव में मिली चुनावी-जीत के बाद महागठबंधन नए सियासी जोड़-तोड़ की तैयारियों में जुट गया है. RJD ने इफ्तार पार्टी के बहाने सियासी खेमेबंदी शुरू कर दी है. तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी की तरफ से आयोजित इफ्तार में NDA के मुकेश सहनी और चिराग पासवान को भी न्योता दिया गया है.

राबड़ी आवास में इफ्तार पार्टीः सीएम आवास एक अणे मार्ग के बाद अब सूबे के दूसरे सबसे चर्चित आवास 10 सर्कुलर रोड शुक्रवार को कई सियासी समीकरणों का गवाह बना. दरअसल, पूर्व सीएम राबड़ी देवी का यह आवास काफी साल बाद दावत-ए-इफ्तार (Iftar at former CM Rabri Devi residence) से गुलजार हो रहा है. भले ही इस आयोजन को सांप्रदायिक सौहार्द के लिए कहा जा रहा है, लेकिन राजनीति को हर पल जीने वाले इस राज्य में इफ्तार के बहाने कई सियासी समीकरणों के बनने से राज्य के राजनीतिक जानकार इनकार नहीं कर रहे हैं. इधर, डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी के मामले में लालू प्रसाद यादव को झारखंड हाई कोर्ट से जमानत मिल गई है. इससे आरजेडी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में जोश का संचार हुआ है. इसे काफी अहम माना जा रहा है.

RJD की इफ्तार पार्टी में शामिल हुए CM नीतीश कुमार

5 साल बाद RJD का आयोजन: बता दें कि 5 सालों के बाद आरजेडी की तरफ से दावत-ए-इफ्तार का आयोजन (Dawat-e-Iftar organize by RJD) किया जा रहा है. लालू यादव के जेल जाने के कारण आरजेडी पिछले कुछ सालों से दावत-ए-इफ्तार कार्यक्रम का आयोजन नहीं कर रही थी. वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 2 दिनों के बिहार दौरे पर आ रहे हैं. अमित शाह वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. इस दौरान सबसे ज्यादा तिरंगा फहराने का रिकॉर्ड भी बनेगा. सबकी नजर बिहार में बदल रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर भी है.

अमित शाह को आमंत्रण: राजद सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस इफ्तार में शामिल होने के लिए पक्ष-विपक्ष की तमाम पार्टियों के प्रमुखों, वरिष्ठ नेताओं को आमंत्रित किया गया है. इसमें सत्तारूढ़ जदयू के साथ ही प्रदेश बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव (Lalu Prasad Yadav elder son Tej Pratap Yada) ने बिहार दौरे पर आ रहे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) को आमंत्रित करने की सूचना ट्विटर के माध्यम से दी.

चिराग पासवान और मुकेश सहनी भी आमंत्रित: विधानसभा चुनाव के पहले पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाकर महागठबंधन से अलग होने वाले वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी (VIP Supremo Mukesh Sahni) को भी इस इफ्तार में आमंत्रित किए जाने की खबर है. इसके अलावा खुद को पीएम मोदी का हनुमान कहने वाले लोजपा रामविलास के प्रमुख व सांसद चिराग पासवान (MP Chirag Paswan) के भी इफ्तार में शामिल होने की संभावना है. चिराग पासवान की पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि उनके इस इफ्तार में शामिल होने की पूरी संभावना है. वहीं, वीआईपी के सूत्रों का कहना है कि मुकेश सहनी अभी राजधानी से बाहर हैं. अगर वह समय पर पटना लौटेंगे तो इफ्तार में शामिल हो सकते हैं. राजद सूत्रों के अनुसार इफ्तार के लिए एनडीए गठबंधन में शामिल हम पार्टी को भी आमंत्रित किया गया है. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को इसमें शामिल होने का अनुरोध किया गया है.

इस दावत-ए-इफ्तार पर सबकी नजर: राज्य की राजनीति पर गहरी नजर रखने वाले जानकारों का कहना है कि बिहार विधान परिषद चुनाव के बाद बोचहां विधानसभा उपचुनाव में जीत हासिल कर राजद के हौसले बुलंद हैं. वहीं, दूसरी तरफ एनडीए मंत्रिमंडल से निकाले जाने के बाद मुकेश सहनी बीजेपी से खार खाए बैठे हैं. कुछ इसी तरह के हालात चिराग पासवान के साथ भी बन रहे हैं. हाल फिलहाल के उनके कुछ बयानों पर गौर करें तो वह नये रास्तों को अपनाने से गुरेज नहीं करेंगे.

Last Updated : Apr 22, 2022, 7:01 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.