श्रीनगर : पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने रविवार को कहा कि केंद्र पूर्वोत्तर में उग्रवादियों के साथ बातचीत कर रहा है, लेकिन जम्मू-कश्मीर में आम नागरिकों से आतंकवादियों जैसा व्यवहार कर रहा है. अनंतनाग जिले के बिजबेहरा में एक समारोह के दौरान मुफ्ती ने कहा, 'हम झुकेंगे नहीं, हम सफेद झंडा नहीं उठाएंगे. अगर आप हमसे सम्मान के साथ बात करेंगे तो हम सम्मान के साथ जवाब देंगे. हालांकि, अगर आप डंडे से बात करेंगे जैसा कि आपने बफलियाज में किया था, तो यह काम नहीं करेगा.'
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#WATCH | Anantnag, J&K: PDP Chief Mehbooba Mufti says, "You (central government) talk to militants in the Northeast but here in Jammu and Kashmir, you have turned common people into militants. ED raids, NIA raids, SIA raids, people are being arrested and put in jail. This is how… pic.twitter.com/qvionkjA4f
— ANI (@ANI) January 7, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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पीडीपी अध्यक्ष ने अपने पिता और पार्टी के संस्थापक मुफ्ती मोहम्मद सईद की आठवीं पुण्यतिथि के मौके पर उनकी कब्र पर श्रद्धांजलि दी और कार्यकर्ताओं तथा समर्थकों को संबोधित किया. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि एक तरफ केंद्र पूर्वोत्तर में उग्रवादियों के साथ बातचीत कर रहा है, और दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर में आम नागरिकों को आतंकवादी करार दिया जा रहा है.
उन्होंने सवाल करते हुए कहा, 'वहां (पूर्वोत्तर में) आप उग्रवादियों से बातचीत करते हैं जबकि जम्मू-कश्मीर में आप आम लोगों को आतंकवादी करार देते हैं. आपने गिरफ्तारियां (एक के बाद एक) करके जेल भर दी हैं. प्रवर्तन निदेशालय, एनआईए, एसआईए छापे मार रहे हैं....क्या कोई अपने ही लोगों के साथ ऐसा व्यवहार करता है?' पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अलगाववादियों से निपटने के लिए केंद्र को उनके दिवंगत पिता द्वारा अपनाए गए दृष्टिकोण से सीखना चाहिए.
उन्होंने कहा, 'मुफ्ती साहब से कुछ सीखें... उन्होंने लोगों के दिलों को जोड़ने की कोशिश की. उन्होंने अलगाववादियों को भी एक रास्ता दिया ताकि वे सम्मान के साथ इस देश में रह सकें. मुफ्ती ने कभी कोई गलत बात नहीं कही....उन्होंने हमेशा एक ही झंडे को थामा, लेकिन उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा था कि जम्मू-कश्मीर के लोग सम्मान के साथ शांति चाहते हैं.' समारोह के दौरान पार्टी के सह-संस्थापक मुजफ्फर हुसैन बेग और उनकी पत्नी सफीना बेग लगभग चार वर्ष बाद फिर से पार्टी में शामिल हो गए. सफीना बेग जिला विकास परिषद बारामूला की अध्यक्ष हैं.
बेग ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मुफ्ती मोहम्मद सईद पहले व्यक्ति थे जिन्होंने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद फैलने के बाद मरहम लगाने की नीति पर बात की थी. बेग ने कहा कि पीडीपी संस्थापक ने समाज में विभिन्न विभाजनों से ऊपर उठकर सद्भाव का संदेश दिया. उन्होंने दक्षिण कश्मीर जिले के बिजबेहरा में सईद की कब्र पर जाकर श्रद्धांजलि दी. वर्ष 1990 के दशक के अंत में पीडीपी के सह-संस्थापक रहे बेग को 2016 में सईद के निधन के बाद पार्टी का संरक्षक बनाया गया था.
पूर्व उपमुख्यमंत्री बेग ने 2020 में पार्टी छोड़ दी थी और उन्हें सज्जाद लोन के नेतृत्व वाली पार्टी पीपुल्स कॉन्फ्रेंस में शामिल होने की पेशकश हुई थी. बेग की पत्नी सफीना लोन की पार्टी में शामिल हो गईं, जबकि बारामूला के पूर्व लोकसभा सदस्य ने अपनी स्थिति के बारे में आधिकारिक घोषणा नहीं की. लोकसभा चुनाव में चार महीने से भी कम समय बचा है, ऐसे में पीडीपी में बेग की वापसी महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
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