नई दिल्ली : पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह दिल्ली दौरे पर हैं. इस दौरान वे कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने उनके आवास 10 जनपथ पहुंचे. जानकारी के मुताबिक पंजाब के प्रभारी हरिश रावत भी सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ पर मौजूद रहे.
खबरों के मुताबिक कैप्टन अमरिंदर ने कैबिनेट में फेरबदल (cabinet reshuffle) को लेकर पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. सोनिया गांधी से मुलाकात करने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह गृह मंत्री अमित शाह से मिलने उनके आवास पर पहुंचे.
सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ पर हुई मुलाकात के बाद अमरिंदर ने कहा कि इस बैठक के दौरान राज्य से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई और यह मुलाकात संतोषजनक रही.
सूत्रों का कहना है कि एक घंटे से अधिक समय तक चली इस मुलाकात के दौरान मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर मुख्य रूप से चर्चा की गई.
बाद में मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने अमरिंदर सिंह के हवाले से ट्वीट किया, ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जी से मिला और राज्य से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की. उनके साथ बिताया गया एक घंटे का समय बहुत संतोषजनक रहा.
उधर, इस मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर हरीश रावत ने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने संभवत: सलाह दी है कि संगठन और सरकार मिलकर काम करें तथा मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को अपने दायरे में रहकर काम करना है, एक दूसरे के साथ सहयोग करना है.
पंजाब प्रदेश कांग्रेस के संगठन में शीर्ष स्तर पर बदलाव के बाद अमरिंदर सिंह ने पहली बार सोनिया से मुलाकात की है। कांग्रेस की राज्य इकाई में कई हफ्तों तक बनी टकराव की स्थिति के बाद पिछले दिनों पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था.
बता दें कि, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बृहस्पतिवार को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के मुख्य सलाहकार के पद से इस्तीफा दे दिया.
किशोर ने ऐसे समय में इस्तीफा दिया है, जब पंजाब विधानसभा चुनाव में एक साल से भी कम का समय रह गया है. किशोर ने 2017 चुनाव में कांग्रेस को जीत दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई थी. उन्होंने सिंह के लिए समर्थन जुटाने के लिए 'पंजाब दा कैप्टन' जैसे अभियान चलाए थे.
बता दें कि कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभाली ली है. चंडीगढ़ में आयोजित एक कार्यक्रम में सिद्धू की ताजपोशी हुई थी.
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इससे पूर्व कांग्रेस की पंजाब इकाई में कलह को दूर करने के मकसद से गठित तीन सदस्यीय समिति ने राज्य के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के साथ लंबी बातचीत की थी. ऐसा समझा जा रहा था कि इसमें कलह दूर करने के फार्मूले पर विचार करने के साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव में एकजुट होकर उतरने की तैयारी पर चर्चा हुई.
समिति ने हाल ही में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू, कई मंत्रियों, सांसदों और विधायकों समेत कांग्रेस के पंजाब से ताल्लुक रखने वाले 100 से अधिक नेताओं से उनकी राय ली थी. खड़गे के अलावा कांग्रेस महासचिव और पंजाब प्रभारी हरीश रावत (Harish Rawat) तथा दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जेपी अग्रवाल इस समिति में शामिल थे.