कांकेर: पुलिस ने 6 दिन पहले के बुंदेली गांव में हुए कन्हैयालाल महावीर मर्डर मामले को सुलझा लिया है. हत्यारा कोई और नहीं बल्कि दोस्त ही निकाल, जिससे उधार के पैसे वापस मांगने पर विवाद शुरू हुआ था. मामला इतना बढ़ गया कि उसने डंडे से पीटकर कन्हैया को मौत के घाट उतार दिया.
"12 मई को ग्राम बुदेली में ग्रामीण कन्हैयालाल महावीर की हत्या के आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. कन्हैयालाल महावीर खेत में मचान बना कर रहता था और खेत की रखवाली करता था. घटना वाली रात कन्हैया का बड़ा भाई खेत में गया तो उसने देखा कि कन्हैयालाल मचान के पास लहुलहान हालत में मृत पड़ा है. कांकेर पुलिस ने केस दर्ज कर अज्ञात आरोपी की खोजबीन शुरू कर दी थी." - शलभ सिन्हा, कांकेर पुलिस अधीक्षक
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि कन्हैयालाल गांव के ही युवक अनिल साहू के साथ घूमता फिरता था. फोन डिटेल में भी कन्हैया और अनिल साहू की आपस में लगातार बातचीत होने की जानकारी मिली. इसके आधार पर पुलिस ने अनिल साहू को हिरासत में लिया. पूछताछ में अनिल साहू ने हत्या की बात को कबूल किया.
उधार पैसा बना हत्या का कारण: आरोपी अनिल साहु ने कन्हैयालाल को नवंबर 2022 में 5000 उधार दिया था. कन्हैया ने पैसों को एक महीने में वापस करने की बात कही थी. लेकिन आरोपी जब भी उससे अपना पैसा मांगता, तब वह टालमटोल किया करता. कन्हैयालाल उधार के पैसे वापस नहीं कर पा रहा था. इसी बीच कन्हैयालाल महावीर ने 2000 दोबारा उधार मांगे, जिस पर आरोपी अनिल साहू ने पैसा देने से इन्कार कर दिया.
जानिए, यह है पूरी घटना: 12 मई की रात 8 बजे आरोपी अनिल साहू शराब के नशे में कन्हैया के घर में पहुंचा, जहां अनिल साहू और कन्हैयालाल की जमकर बहस और झूमाझटकी हुई. इसके बाद गुस्से में आकर आरोपी ने पास में पड़े लोहे के रॉड से कन्हैया के सिर पर वार कर दिया. वार से कन्हैया जमीन पर गिर गया और जोर-जोर से चिल्लाने लगा. पकड़े जाने के डर से अनिल पास में पड़े लकड़ी के बट्टे से कन्हैया को मार कर वहां से भाग गया.