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राज्यसभा सांसद हरद्वार दुबे का निधन, दो बार विधायक और कल्याण सिंह सरकार में रहे मंत्री - राज्यसभा सांसद हरद्वार दुबे का निधन

भाजपा के राज्यसभा सांसद हरद्वार दुबे का दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल में निधन हो गया. रविवार रात में अचानक तबीयत खराब होने पर उन्हें भर्ती कराया गया था.

राज्यसभा सांसद हरद्वार दुबे
राज्यसभा सांसद हरद्वार दुबे
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Published : Jun 26, 2023, 10:17 AM IST

Updated : Jun 26, 2023, 12:05 PM IST

आगरा: आगरा की राजनीति में सक्रिय रहे भाजपा के राज्यसभा सांसद हरद्वार दुबे का दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल में सोमवार सुबह निधन हो गया. दिल्ली स्थित आवास पर अचानक तबीयत खराब होने पर परिजनों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया था. अस्पताल में इलाज के दौरान उनका निधन हो गया. भाजपा सांसद के निधन की खबर से परिजन और भाजपाइयों में शोक की लहर है. वे आगरा की राजनीति में लंबे समय से सक्रिय थे. दो बार आगरा छावनी से विधायक रहे और कल्याण सिंह सरकार में वित्त राज्यमंत्री बने थे. इसके साथ ही पार्टी ने तमाम बड़ी जिम्मेदारियां भी सौंपी थीं.

भाजपा नेता प्रांशु दुबे ने बताया कि रविवार तक पिताजी (सांसद हरद्वार दुबे) बिल्कुल ठीक थे. रविवार देर रात अचानक हार्ट में दर्द होने की शिकायत पर उन्हें फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया था. वहां कुछ देर बाद ही सांसें थम गईं. सोमवार दोपहर तक उनका पार्थिव शरीर आगरा आएगा. सोमवार देर शाम उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

भाजपा के सांसद हरद्वार दुबे का राजनीतिक सफर
भाजपा के सांसद हरद्वार दुबे का राजनीतिक सफर

आगरा में थे भाजपा के आखिरी पांडव

बता दें कि आगरा में भाजपा के पांच पांडव के नाम से नेता मशहूर थे. इसमें हरद्वार दुबे भी शामिल थे. वे भाजपा के पांच पांडवों में से आखिरी पांडव बचे थे. सांसद हरद्वार दुबे से पहले राजकुमार सामा, भगवान शंकर रावत, रमेशकांत लवानिया और सत्य प्रकाश विकल का निधन हो चुका है. इन पांचों को ही भाजपा का पांच पांडव कहा जाता था. इन लोगों ने आगरा में जनसंघ और भाजपा की जड़ें जमाई थीं.

बलिया जन्मभूमि, आगरा बनी कर्मभूमि

सांसद हरद्वार दुबे का जन्म 1 जुलाई 1949 को बलिया जिला के हुसैनाबाद में हुआ था. भले ही उनकी जन्मभूमि बलिया है. लेकिन, कर्मभूमि आगरा रही. आगरा में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में संगठन मंत्री बनकर आए. यहां पर प्रोफेसर कमला पांडे से विवाह हुआ. अजंता कॉलोनी, धौलपुर हाउस आगरा में उनका स्थायी आवास है. वे आगरा छावनी विधासभा से दो बार विधायक बने. सीतापुर, अयोध्या और शाहजहांपुर में आरएसएस के जिला प्रचारक भी रहे हैं.

हरद्वार दुबे का राजनीतिक सफर

सन 1969 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री बने, सन 1983 में आगरा महानगर में मंत्री और महानगर अध्यक्ष बने, सन 1989 में छावनी से पहली बार चुनाव जीतकर विधायक बने, सन 1991 के विधानसभा चुनाव में छावनी से दूसरी बार विधायक बने, सन 1991 में कल्याण सिंह सकरार में वित्त राज्यमंत्री बनाए गए, सन 2005 में खेरागढ़ विधानसभा के उपचुनाव लड़े और हार गए, सन 2011 में आगरा फिरोजाबाद विधान परिषद सीट से चुनाव हार गए, सन 2011 में भाजपा प्रदेश प्रवक्ता बनाए गए, सन 2013 में भजपा में प्रदेश उपाध्यक्ष बने, 26 नवम्बर 2020 को राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ ली थी.

यह भी पढ़ें: नेपाल के बच्चे की लखनऊ ट्रॉमा सेंटर में इलाज के दौरान मौत, पैसे लेने गए परिजन दोबारा नहीं लौटे

आगरा: आगरा की राजनीति में सक्रिय रहे भाजपा के राज्यसभा सांसद हरद्वार दुबे का दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल में सोमवार सुबह निधन हो गया. दिल्ली स्थित आवास पर अचानक तबीयत खराब होने पर परिजनों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया था. अस्पताल में इलाज के दौरान उनका निधन हो गया. भाजपा सांसद के निधन की खबर से परिजन और भाजपाइयों में शोक की लहर है. वे आगरा की राजनीति में लंबे समय से सक्रिय थे. दो बार आगरा छावनी से विधायक रहे और कल्याण सिंह सरकार में वित्त राज्यमंत्री बने थे. इसके साथ ही पार्टी ने तमाम बड़ी जिम्मेदारियां भी सौंपी थीं.

भाजपा नेता प्रांशु दुबे ने बताया कि रविवार तक पिताजी (सांसद हरद्वार दुबे) बिल्कुल ठीक थे. रविवार देर रात अचानक हार्ट में दर्द होने की शिकायत पर उन्हें फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया था. वहां कुछ देर बाद ही सांसें थम गईं. सोमवार दोपहर तक उनका पार्थिव शरीर आगरा आएगा. सोमवार देर शाम उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

भाजपा के सांसद हरद्वार दुबे का राजनीतिक सफर
भाजपा के सांसद हरद्वार दुबे का राजनीतिक सफर

आगरा में थे भाजपा के आखिरी पांडव

बता दें कि आगरा में भाजपा के पांच पांडव के नाम से नेता मशहूर थे. इसमें हरद्वार दुबे भी शामिल थे. वे भाजपा के पांच पांडवों में से आखिरी पांडव बचे थे. सांसद हरद्वार दुबे से पहले राजकुमार सामा, भगवान शंकर रावत, रमेशकांत लवानिया और सत्य प्रकाश विकल का निधन हो चुका है. इन पांचों को ही भाजपा का पांच पांडव कहा जाता था. इन लोगों ने आगरा में जनसंघ और भाजपा की जड़ें जमाई थीं.

बलिया जन्मभूमि, आगरा बनी कर्मभूमि

सांसद हरद्वार दुबे का जन्म 1 जुलाई 1949 को बलिया जिला के हुसैनाबाद में हुआ था. भले ही उनकी जन्मभूमि बलिया है. लेकिन, कर्मभूमि आगरा रही. आगरा में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में संगठन मंत्री बनकर आए. यहां पर प्रोफेसर कमला पांडे से विवाह हुआ. अजंता कॉलोनी, धौलपुर हाउस आगरा में उनका स्थायी आवास है. वे आगरा छावनी विधासभा से दो बार विधायक बने. सीतापुर, अयोध्या और शाहजहांपुर में आरएसएस के जिला प्रचारक भी रहे हैं.

हरद्वार दुबे का राजनीतिक सफर

सन 1969 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री बने, सन 1983 में आगरा महानगर में मंत्री और महानगर अध्यक्ष बने, सन 1989 में छावनी से पहली बार चुनाव जीतकर विधायक बने, सन 1991 के विधानसभा चुनाव में छावनी से दूसरी बार विधायक बने, सन 1991 में कल्याण सिंह सकरार में वित्त राज्यमंत्री बनाए गए, सन 2005 में खेरागढ़ विधानसभा के उपचुनाव लड़े और हार गए, सन 2011 में आगरा फिरोजाबाद विधान परिषद सीट से चुनाव हार गए, सन 2011 में भाजपा प्रदेश प्रवक्ता बनाए गए, सन 2013 में भजपा में प्रदेश उपाध्यक्ष बने, 26 नवम्बर 2020 को राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ ली थी.

यह भी पढ़ें: नेपाल के बच्चे की लखनऊ ट्रॉमा सेंटर में इलाज के दौरान मौत, पैसे लेने गए परिजन दोबारा नहीं लौटे

Last Updated : Jun 26, 2023, 12:05 PM IST
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