मुंबई : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज मुंबई में बॉन्ड लिस्टिंग कार्यक्रम में सम्मिलित हुए. योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान लखनऊ नगर निगम के 200 करोड़ रुपये के बॉन्ड की लिस्टिंग बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में की. पहले ही दिन इसे उम्मीद से अधिक सफलता मिली.
लिस्टिंग के बाद इन शेयरों के लिए निवेशकों में उत्साह देखा गया. भारत सरकार के आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय में सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने इस संबंध में एक ट्वीट किया. उन्होंने शेयरों की मांग को ऐतिहासिक क्षण करार दिया.
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'लखनऊ उत्तर भारत का पहला शहर बन गया है जिसके 200 करोड़ रुपये मूल्य के नगर निगम के बांड हैं. 21 संस्थानों द्वारा 450 करोड़ रुपये निवेश करने के बाद यह ओवर सब्सक्राइब हो गया.'
ओवर सब्सक्राइब का मतलब - कोई भी पब्लिक इश्यू निर्धारित शेयर मात्रा के लिए जारी किया जाता है. जब इस इश्यू के लिए मिलनेवाले आवेदन-पत्र जारी निर्धारित शेयर मात्रा से अधिक संख्या में प्राप्त होते हैं, तो उसे ओवर सबस्क्राइब्ड कहा जाता है.
इससे पहले लिस्टिंग के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि कोरोना के समय में लखनऊ नगर निगम 200 करोड़ रुपये के नगरपालिका बांडों की सूची के साथ आत्मनिर्भर लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में कदम आगे बढ़ेगा.
उन्होंने आगे कहा कि निगम अपने अधिकार क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.
मुख्यमंत्री ने इसे ऐतिहासिक अवसर बताते हुए कहा कि अन्य शहर मसलन गाजियाबाद, आगरा, कानपुर, प्रयागराज और वाराणसी भी इस मार्ग से संसाधन जुटाएंगे.
आदित्यनाथ ने कहा, 'मुझे विश्वास है कि जल्द हम यहां गाजियाबाद नगर निगम का बांड सूचीबद्ध होने के अवसर के लिए उपस्थित होंगे.'
एशिया के सबसे पुराने शेयर बाजार बीएसई में अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि बांड निर्गम के जरिये धन जुटाने से किसी नगर निगम का लेखा व्यवहार और अन्य प्रणालियों में सुधार होता है.
उन्होंने कहा कि 10 साल का यह निर्गम ऐसे समय आया है जबकि ऋण दरें पिछले एक दशक के सबसे निचले स्तर पर हैं. यह दूसरी सबसे निचली कूपन दर 8.5 प्रतिशत के साथ लाया गया है.
अक्षय कुमार से की मुलाकात
इस कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार शाम को मुंबई पहुंचे. यहां उन्होंने बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार से मुलाकात कर फिल्म उद्योग को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से विचार विमर्श भी किया.
नहीं होगी धन की कमी
यहां जारी बयान में सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि लखनऊ नगर निगम के 200 करोड़ रुपये के बॉण्ड को सूचीबद्ध किया जा रहा है. उत्तर भारत में किसी नगर निकाय द्वारा बॉण्ड जारी करने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य है. राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया.