बल्लारी: कर्नाटक के उत्तर-पश्चिम और तटीय क्षेत्रों में राज्य के 17 जिले एक अगस्त से ही भारी बारिश और तूफान से प्रभावित हैं. बल्लारी जिले में तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित विश्व धरोहर हम्पी प्रशासन द्वारा एक जलाशय से 1.70 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद पानी में डूब गयी.
अधिकारियों के अनुसार जिला प्रशासन ने नदी के तट के आस-पास रहने वालों से सुरक्षित स्थानों पर चले जाने को कहा है क्योंकि पिछले एक हफ्ते में पश्चिमी घाट के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद दो लाख क्यूसेक से अधिक पानी आने पर तुंगभद्रा बांध के सभी 33 गेट खोल दिये गये.
पानी यूनेस्को धरोहर हम्पी में घुस गया है जबकि कांपली किले के सामने का आंजनेय मंदिर आंशिक रूप से डूब गया है. विजयनगर की यह पूर्व राजधानी हंपी अपनी समृद्ध वास्तुकला के लिए जानी चाहती है.
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अधिकारियों के मुताबिक पर्यटकों को हंपी से चले जाने को कहा गया है.ब ल्लारी और कोप्पालक जिलों में नदी के तटों पर निचले क्षेत्रों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाये गये हैं क्योंकि तुंगभद्रा बांध से और पानी छोड़े जाने वाला है.