नई दिल्ली : अयोध्या में पांच अगस्त को होने वाले राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम का सीधा प्रसारण कराने की मांग विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने उठाई है. विश्व हिंदू परिषद ने कहा है कि पांच अगस्त को सदियों की आकांक्षा पूरी होने वाली है, इसलिए देश और विदेश के करोड़ों श्रद्धालु इस ऐतिहासिक मौके का गवाह बनता चाहते हैं. इसके लिए सीधे प्रसारण की व्यवस्था होनी जरूरी है. श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के आमंत्रण पर भूमि पूजन के लिए पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंचेंगे.
विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि राम मंदिर से करोड़ों श्रद्धालुओं की आकांक्षाएं जुड़ीं हैं. राम मंदिर आंदोलन में 16 करोड़ लोग हिस्सा ले चुके हैं. ऐसे में भूमि पूजन का कार्यक्रम, सदियों से संजोए एक सपने का पूरा होना है. कोरोना संकट के कारण सभी अयोध्या नहीं पहुंच सकते. ऐसे में लाइव टेलीकास्ट होने से देश ही नहीं दुनिया के राम भक्त समारोह का वर्चुअल हिस्सा बन सकेंगे. श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को लाइव टेलीकास्ट की तैयारियां करनी चाहिए."
श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी के लिए पीएमओ को भूमिपूजन के लिए तीन और पांच अगस्त की तिथि प्रस्तावित की थी. सूत्र बता रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच अगस्त को दिन में 11 से डेढ़ बजे के बीच का समय दिया है. सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी के पहुंचने से पहले भूमिपूजन की तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी. फिर प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में विधि-विधान से भूमिपूजन होगा.
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सूत्रों का यह भी कहना है कि भूमिपूजन के मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, वरिष्ठ भाजपा नेता और मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी भी उपस्थित रह सकते हैं. श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट भूमिपूजन के मौके पर आमंत्रित करने के लिए प्रमुख हस्तियों की सूची तैयार कर रहा है. सूत्रों का कहना है कि संघ के सर संघचालक मोहन भागवत भी भूमिपूजन समारोह में हिस्सा ले सकते हैं.